चक्रवात 'दाना' को लेकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अलर्ट, रेलवे ने रद्द की 170 ट्रेनें
चक्रवात 'दाना' को लेकर ओडिशा और पश्चिम बंगाल में अलर्ट जारी है। यह 24 और 25 अक्टूबर को ओडिशा के पुरी और पश्चिम बंगाल के गंगा सागर के बीच दस्तक दे सकता है। दोनों राज्यों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना को देखते हुए संवेदनशील इलाकों के स्कूलों को बंद कर दिया गया है और रेलवे ने करीब 170 ट्रेनें रद्द की हैं। भारतीय तटरक्षक बल के जहाज और विमान भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटने को तैयार हैं।
कितना खतरनाक होगा चक्रवात 'दाना'
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि पुरी और पश्चिम बंगाल तट से लेकर पूरा पूर्वी तट चक्रवात दाना से प्रभावित होगा। चक्रवात की गति लैंडफॉल के समय 100-110 किमी प्रति घंटा होगी, जो 120 तक जा सकती है। लैंडफॉल 24 अक्टूबर से 25 अक्टूबर की सुबह के बीच होने की उम्मीद है। कोलकाता, जो लैंडफॉल से करीब 250 किमी दूर है, वहां 50 से 60 किमी प्रति घंटे की हवा की गति से हवा चलेगी।
कोणार्क मंदिर 24 और 25 अक्टूबर को बंद रहेगा
ओडिशा के पुरी, खुर्दा, गंजम और जगतसिंहपुर जिलों में गुरुवार और शुक्रवार को भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। यहां कोणार्क मंदिर 24-25 अक्टूबर को चक्रवात के कारण बंद रहेगा। ओडिशा में गंजम, पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, भद्रक, बालासोर, मयूरभंज, क्योंझर, ढेंकनाल, जाजपुर, अंगुल, खोरधा, नयागढ़ और कटक जिलों में स्कूल-कॉलेज बंद रहेंगे। पश्चिम बंगाल के पूरबा, पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण 24 परगना, कोलकाता, हावड़ा, उत्तर 24 परगना, पुरुलिया और बांकुरा जिलों में स्कूल बंद रहेंगे।
रेलवे ने रद्द की 170 ट्रेनें
चक्रवात को देखते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे ने 24 और 25 अक्टूबर को पश्चिम बंगाल और ओडिशा से आने-जाने वाली 152 ट्रेनें रद्द कर दी हैं। पूर्वी रेलवे ने भी पश्चिम बंगाल और ओडिशा के बीच 19 ट्रेनों को 23 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक रद्द किया है। पूर्वी मेदिनीपुर पुलिस ने मंदारमोनी में होटल मालिकों से पर्यटकों को प्रवेश न देने का अनुरोध किया है, वहीं ओडिशा के बालासोर प्रशासन ने आपातकालीन नंबर जारी किया है।
ओडिशा में चक्रवात प्रभावित इलाकों की निगरानी करेंगे मंत्री
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने मंत्रियों को प्रभावित जिलों में चक्रवात प्रबंधन की निगरानी करने का निर्देश दिया है। जगतसिंहपुर की निगरानी संपद चंद्र स्वैन, बालासोर की रबी नायक, भद्रक की सूरज सूर्यवंशी, मयूरभंज की केसी महापात्रा, पुरी की प्रवती परिदा, केंद्रपाड़ा की केवी सिंहदेव, गंजम की बीबी जेना, क्योंझर की केसी पात्रा और कटक की निगरानी पृथ्वीराज हरिचंदन करेंगे। सभी प्रभावित इलाकों से लोगों को निकालना शुरू कर दिया गया है।