ममता बनर्जी अचानक डॉक्टरों के धरनास्थल पहुंचीं, कहा- काम पर लौटें, अन्याय नहीं होगा
क्या है खबर?
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की बलात्कार के बाद हत्या के मामले में जूनियर डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है।
इस बीच आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अचानक डॉक्टरों के धरनास्थल साल्टलेक पर पहुंच गईं। यहां उन्होंने कहा कि वे डॉक्टरों का दर्द समझती हैं और उन्हें पद की चिंता नहीं है।
हालांकि, इस दौरान डॉक्टर 'हमें न्याय चाहिए' के नारे लगाते रहे।
बयान
ममता बनर्जी ने क्या कहा?
ममता ने कहा, "मैं आपके आंदोलन को सलाम करती हैं। मैं भी छात्र आंदोलन की ही उपज हूं। आप लोगों के सड़क पर होने की वजह से मैं भी रातों को सो नहीं सकी। पहरेदार के तौर पर मुझे जागना पड़ा है। अगर आप लोग काम पर लौट आएं तो मैं वादा करती हूं कि आपकी सभी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार करूंगी। सबके साथ बातचीत होगी और दोषियों को सजा मिलेगी।"
मुख्यमंत्री
ममता ने कहा- दीदी की हैसियत से मिलने आई हूं
ममता ने आगे कहा, "मैं यहां आपसे मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि दीदी के तौर पर मिलने आई हूं। मैं आप पर दबाव नहीं बना सकती हूं। मैं केवल आपसे अपील कर सकती हूं। जब CPI-M सत्ता में थी, तब मैं 26 दिनों के लिए भूख हड़ताल पर थी। यह मेरा आखिरी प्रयास है और मैं आपसे वादा करती हूं कि किसी के साथ भी अन्याय नहीं होगा। मैं केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से दोषियों को फांसी देने की मांग करती हूं।"
डॉक्टर
ममता की अपील पर डॉक्टरों ने क्या कहा?
मुख्यमंत्री द्वारा समाधान का वादा करने के बाद प्रदर्शनकारी डॉक्टर सरकार के साथ बैठक करने के लिए सहमत हो गए हैं।
उन्होंने कहा, "हम अपनी 5 सूत्री मांगों के साथ सरकार के साथ किसी भी चर्चा के लिए तैयार हैं। ये अनुचित मांगें नहीं हैं।"
एक डॉक्टर अनिकेत महतो ने PTI से कहा, "जब तक न्याय नहीं मिल जाता और हमारी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, तब तक बारिश, गर्मी, भूकंप भी हमारे प्रदर्शन को रोक नहीं पाएंगे।"
बैठक
डॉक्टरों और सरकार के बीच नहीं बन पा रही सहमति
अब तक राज्य सरकार ने 3 बार डॉक्टरों को चर्चा के लिए बुलाया है, लेकिन अभी तक एक बार भी बैठक नहीं हो सकी है। डॉक्टर बैठक के सीधे प्रसारण की मांग कर रहे हैं और सरकार ने ऐसा करने से मना कर दिया है।
12 सितंबर को डॉक्टरों ने इस मांग को लेकर ममता को करीब 2 घंटे तक इंतजार कराया। वे हॉल में अकेली बैठी रहीं, लेकिन डॉक्टर नहीं पहुंचे।
मांगें
ये हैं डॉक्टरों की 5 सूत्री मांगें
प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की 5 सूत्री मांगों में बलात्कार, हत्या और सबूतों से छेड़छाड़ में शामिल सभी संभावित दोषियों को सजा मिले।
आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रधानाचार्य संदीप घोष के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो।
कोलकाता पुलिस के आयुक्त विनीत गोयल का इस्तीफा लिया जाए और उत्तर और मध्य उपायुक्त के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई हो।
स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा बढ़ाई जाए। पश्चिम बंगाल के अस्पतालों में डॉक्टरों को धमकी देना और हमले करने की घटनाएं बंद हो।
मामला
क्या है महिला डॉक्टर की हत्या का मामला
9 अगस्त को आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर का शव मिला था।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में डॉक्टर की हत्या से पहले रेप की पुष्टि हुई थी। उसकी आंख, मुंह, पैर, गर्दन, हाथ, कमर और निजी अंगों पर काफी चोटें थीं।
मामले में पुलिस ने अस्पताल में आने-जाने वाले एक नागरिक स्वयंसेवक संजय रॉय को गिरफ्तार किया है और उसका पॉलीग्राफ टेस्ट भी कराया गया है।
फिलहाल CBI मामले की जांच कर रही है।