NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    भारत-पाकिस्तान तनाव
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / कोरोना संक्रमित हो चुके मरीजों में कोविशील्ड की एक खुराक डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ कारगर- स्टडी
    अगली खबर
    कोरोना संक्रमित हो चुके मरीजों में कोविशील्ड की एक खुराक डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ कारगर- स्टडी
    ठीक हो चुके मरीजों में एक खुराक पर्याप्त

    कोरोना संक्रमित हो चुके मरीजों में कोविशील्ड की एक खुराक डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ कारगर- स्टडी

    लेखन मुकुल तोमर
    Jul 04, 2021
    02:58 pm

    क्या है खबर?

    भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की एक स्टडी में सामने आया है कि कोरोना वायरस को मात दे चुके लोगों को कोविशील्ड वैक्सीन बिना संक्रमण वाले लोगों के मुकाबले डेल्टा वेरिएंट से अधिक सुरक्षा प्रदान करती है।

    यही नहीं, स्टडी में यह भी सामने आया कि जो लोग पहले कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं, उन्हें कोविशील्ड की एक ही खुराक डेल्टा वेरिएंट से सुरक्षा प्रदान कर सकती है।

    स्टडी प्राकृतिक इम्युनिटी की अहमियत दर्शाती है।

    नतीजे

    स्टडी के नतीजों में क्या कहा गया?

    अपनी रिपोर्ट में ICMR ने लिखा है, "स्टडी के नतीजे दर्शाते हैं कि एक या दो खुराक लगवा चुके कोविड से ठीक हो चुके लोगों को केवल एक या दो खुराक लगवा चुके लोगों के मुकाबले डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ अधिक सुरक्षा मिलती है।"

    इसमें कहा गया है कि वैक्सीनेशन के कारण कम गंभीर बीमारी होती है जो दिखाता है कि शारीरिक द्रवों (ह्यूमरल) और कोशिकाओं दोनों की इम्युनिटी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

    अच्छी खबर

    ठीक हो चुके मरीजों में एक ही खुराक पर्याप्त- स्टडी

    स्टडी के नतीजों में यह भी सामने आया कि कोविड को मात दे चुके मरीजों में कोविशील्ड की एक ही खुराक दोबारा संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करने और नए वेरिएंट से बचाने के लिए पर्याप्त है क्योंकि उनमें पहले से ही प्राकृतिक रूप से बड़ी संख्या में न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडीज होती हैं।

    इसके अलावा ठीक हो चुके मरीजों में वैक्सीन लगवाने के बाद न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडीज केवल वैक्सीन लगवाने वाले मरीजों के मुकाबले डेल्टा वेरिएंट से अधिक सुरक्षा देती हैं।

    निगरानी

    "वैक्सीनेशन के बाद भी संक्रमण के मामलों पर निगरानी रखना जरूरी"

    ICMR ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, "लोगों पर लंबे समय तक निगरानी रखकर प्राकृतिक इम्युनिटी और वैक्सीनेशन के कोविशील्ड द्वारा प्रदान की जाने वाली सुरक्षा पर असर को समझने में मदद मिल सकती है।"

    रिपोर्ट के अनुसार, "ब्रेकथ्रू संक्रमण (वैक्सीनेशन के बाद भी संक्रमण) पर नजर रखना जरूरी है और इससे नए वेरिएंट के असर को समझने में मदद मिलेगी। डाटा ने बार-बार दर्शाया है कि वैक्सीनेशन के बाद संक्रमण होने पर गंभीर बीमारी से सुरक्षा मिलती है।"

    रिसर्च

    प्राकृतिक और वैक्सीनेशन वाली इम्युनिटी पर हो रही है लगातार रिसर्च

    पिछले काफी समय से वैज्ञानिक ये जानने में लगे हैं कि वैक्सीनेशन से मिलने वाली इम्युनिटी और कोरोना संक्रमण के बाद मिली इम्युनिटी में से कौन बेहतर है।

    विशेषज्ञों का मानना है कि वैक्सीन से मिलने वाली इम्युनिटी प्राकृतिक इम्युनिटी से बेहतर होती है और इसी कारण वे संक्रमित हो चुके लोगों को भी वैक्सीन लगवाने की सलाह देते हैं।

    कुछ स्टडी में ठीक हुए लोगों के लिए एक ही खुराक पर्याप्त होने की बात सामने आई है।

    वैक्सीनेशन अभियान

    भारत में क्या है वैक्सीनेशन की स्थिति?

    16 जनवरी को वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने के बाद से अब तक देश में कोरोना वैक्सीन की 35,12,21,306 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 28,71,37,161 लोग ऐसे हैं जिन्हें वैक्सीन की कम से कम एक खुराक लग चुकी है, वहीं 6,40,84,145 लोगों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं।

    21 जून के बाद से वैक्सीनेश की रफ्तार में तेजी आई है और रोजाना औसतन 50 लाख से अधिक खुराकें लग रही हैं। कल भी 63,87,849 खुराकें लगीं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद
    कोविशील्ड
    कोरोना वायरस वैक्सीन

    ताज़ा खबरें

    हुंडई की मायहुंडई ऐप से जुड़े 26 लाख यूजर, जानिए क्या मिलती हैं सुविधाएं  हुंडई मोटर कंपनी
    'ऑनपरेशन सिंदूर' के दौरान नौसेना के 36 जहाज-युद्धपोत हमले के लिए थे तैयार- रिपोर्ट कराची
    'रेड 2' की बॉक्स ऑफिस पर पकड़ बरकरार, 13वें दिन कमाए इतने करोड़ रुपये अजय देवगन
    भारत में चीनी सरकार के मुखपत्र 'ग्लोबल टाइम्स' और 'शिन्हुआ न्यूज' का एक्स अकाउंट प्रतिबंधित चीन समाचार

    भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद

    सुप्रीम कोर्ट ने किया पुराने फैसले में बदलाव, केवल गरीबों का होगा फ्री कोरोना वायरस टेस्ट सुप्रीम कोर्ट
    कोरोना वायरस: 25 जिलों में पिछले 14 दिन में कोई नया मामला नहीं, जानिए बड़ी बातें नरेंद्र मोदी
    कोरोना वायरस: भारत में 80 प्रतिशत मरीजों में नहीं दिखे लक्षण, बने चिंता का विषय महाराष्ट्र
    कोरोना वायरस: जानें किस राज्य में कितने दिन में दोगुने हो रहे मामले केरल

    कोविशील्ड

    कोरोना वैक्सीन: सरकार ने SII और भारत बायोटेक को जुलाई तक का अग्रिम भुगतान किया- रिपोर्ट केंद्र सरकार
    राज्यों को 400 रुपये और निजी अस्पतालों को 600 रुपये में मिलेगी कोविशील्ड की एक खुराक पुणे
    कोरोना वैक्सीन: सरकारी मदद का इंंतजार नहीं किया, बैंकों से उधार ली रकम- सीरम इंस्टीट्यूट वैक्सीन समाचार
    कोरोना वैक्सीन: दुनिया के अन्य देशों की तुलना में भारत में सबसे महंगी मिलेगी कोविशील्ड केंद्र सरकार

    कोरोना वायरस वैक्सीन

    वैक्सीनेशन अभियान: निजी कंपनियों ने की स्लॉट बुकिंग में मदद की पेशकश पेटीएम
    कोरोना वैक्सीन की खुराकों के बीच अंतराल बढ़ाने पर वेरिएंट्स से संक्रमण का खतरा- अमेरिकी विशेषज्ञ वैक्सीनेशन अभियान
    कोवैक्सिन: दूसरी खुराक में देरी होने पर क्या होता है और क्या घबराने की जरूरत है? कोरोना वायरस
    भारत के समर्थन में फ्रांस, मैक्रों बोले- वैक्सीन के कच्चे माल पर लगी रोक हटे फ्रांस
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025