कोरोना वायरस: जानें किस राज्य में कितने दिन में दोगुने हो रहे मामले
कोरोना वायरस पर अपनी दैनिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आज केंद्र सरकार ने जानकारी दी कि भारत में कोरोना वायरस के मामले हर 7.5 दिन में दोगुने हो रहे हैं और लॉकडाउन से पहले ऐसा 3.4 दिन में हो रहा था। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया, "भारत में मामले दोगुने होने की दर लॉकडाउन से पहले 3.4 दिन थी जो अब सुधर कर 7.5 दिन हो गई है।"
18 राज्यों में मामले दोगुने होने की दर राष्ट्रीय औसत से बेहतर
लव ने कहा कि 18 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां कोरोना वायरस के मामले दोगुने होने की दर राष्ट्रीय औसत से अच्छी है। इन राज्यों की बात करें तो दिल्ली में 8.5 दिन, कर्नाटक में 9.2 दिन, तेलंगाना में 9.4 दिन, आंध्र प्रदेश में 10.6 दिन, जम्मू-कश्मीर में 11.5 दिन, पंजाब में 13.1 दिन, छत्तीसगढ़ में 13.3 दिन, तमिलनाडु में 14 दिन और बिहार में 16.4 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं।
अन्य राज्यों का कुछ ऐसा है हाल
इसके अलावा सात राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ऐसे हैं जहां 20 से 30 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं। इनमें अंडबार-निकोबार (20.1 दिन), हरियाणा (21 दिन), हिमाचल प्रदेश (24.5 दिन), चंडीगढ़ (25.4 दिन), असम (25.8 दिन), उत्तराखंड (26.6 दिन) और लद्दाख (26.6 दिन) शामिल हैं। ओडिशा और केरल दो ऐसे राज्य हैं जहां 30 से अधिक दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं। ओडिशा में 39.8 दिन और केरल में 72.2 दिन में मामले दोगुने हो रहे हैं।
14.75 प्रतिशत मरीज हुए ठीक- सरकार
लव ने बताया कि भारत में कोरोना वायरस के कुल मरीजों के 14.75 प्रतिशत मरीज ठीक हो चुके हैं। उन्होंने तीन नए जिलों में पिछले 28 दिन में कोरोना वायरस का कोई नया मामला सामने नहीं आने की बात भी कही।
80 प्रतिशत मरीजों में नहीं दिखते लक्षण- ICMR
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ रमन गंगाखेड़कर ने बताया कि भारत में 100 में से 80 प्रतिशत मरीजों में या तो कोरोना वायरस का कोई लक्षण नहीं दिखता या फिर बेहद कम लक्षण दिखते हैं। उन्होंने ये भी बताया कि कुल मामलों में 15 प्रतिशत मामले गंभीर होते हैं, वहीं पांच प्रतिशत बेहद गंभीर और नाजुक स्थिति में पहुंचते हैं। उन्होंने RTPCR टेस्ट किटों को 20 प्रतिशत तापमान पर रखने की सलाह दी।
भारत में क्या है कोरोना वायरस की स्थिति?
भारत में सोमवार सुबह आठ बजे तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 17,265 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 543 लोगों की मौत हुई है, वहीं 2,547 को सफल इलाज के बाद घर भेजा जा चुका है। महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है और यहां अब तक 4,203 लोगों को कोरोना से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 223 को इसके कारण जान गंवानी पड़ी है। दिल्ली में ये आंकड़े 2,003 और 45 हैं।
मई के पहले हफ्ते में उच्चतम स्तर पर होंगे कोरोना वायरस के मामले
केंद्र सरकार के एक मूल्यांकन में सामने आया है कि भारत में कोरोना वायरस के मामले मई के पहले हफ्ते में अपने पीक (उच्चतम स्तर) पर होंगे। इसके बाद मामले कम होना शुरू हो जाएंगे। इसके पहले सरकार के एक विश्लेषण में भारत की स्थिति अन्य देशों की तुलना में बेहतर होने की बात सामने आई थी। भारत में प्रति 10 लाख लोगों पर मरीजों और मौतों की संख्या अन्य देशों के मुकाबले कई गुना कम है।