
कोरोना वैक्सीनेशन: देश में आज से सभी वयस्कों को बूस्टर खुराक लगना शुरू, जानिए कीमत
क्या है खबर?
देश में आज से 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर खुराक लगना शुरू हो गई है। अभी तक केवल स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर खुराक लगाई जा रही थी, लेकिन अब कोई भी वयस्क बूस्टर खुराक लगवा सकता है।
केंद्र सरकार ने दो दिन पहले यानि 8 अप्रैल को ही सभी वयस्कों को बूस्टर खुराक के लिए पात्र घोषित किया था।
वैक्सीनेशन केंद्र
अभी केवल निजी वैक्सीनेशन केंद्रों पर लगेगी बूस्टर खुराक
बूस्टर खुराक लगवाने के इच्छुक वयस्कों को निजी अस्पतालों या वैक्सीनेशन केंद्रों पर जाना होगा क्योंकि अभी केवल निजी केंद्रों पर ही बूस्टर खुराक लगवाई जा रही है। निजी केंद्र इसके लिए खुराक की कीमत के साथ-साथ कुछ सर्विस चार्ज भी लेंगे।
सरकारी वैक्सीनेशन केंद्रों पर अभी के लिए स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और 60 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को ही बूस्टर खुराक लगेगी। इन सभी को मुफ्त में बूस्टर खुराक लगाई जा रही है।
कीमत
बूस्टर खुराक के लिए कितने रुपये देने होंगे?
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने शनिवार को अपनी 'कोविशील्ड' वैक्सीन की बूस्टर खुराक की कीमत 600 रुपये से घटाकर 225 रुपये करने का ऐलान किया था।
इसी तरह भारत बायोटेक ने भी अपनी वैक्सीन 'कोवैक्सिन' की बूस्टर खुराक की कीमत 1,200 रुपये से घटाकर 225 रुपये कर दी है।
निजी वैक्सीनेशन केंद्र सर्विस चार्ज के तौर पर अधिकतम 150 रुपये ले सकेंगे।
इसका मतलब बूस्टर खुराक लगवाने के लिए आपको अधिकतम 375 रुपये (225+150) खर्च करने होंगे।
कारण
क्यों लिया गया सभी वयस्कों को बूस्टर खुराक लगाने का फैसला?
देश के सभी वयस्कों को बूस्टर खुराक के लिए पात्र घोषित करने का फैसला कोरोना की चौथी लहर की आशंका को देखते हुए लिया गया है।
कई देशों में मामले एक बार फिर से उफान पर हैं और वे नई लहर से जूझ रहे हैं। इसके अलावा XE जैसे कुछ नए वेरिएंट्स भी सामने आए हैं।
ये सब देखते हुए भारत में भी मामले बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है और इसलिए सरकार ने यह फैसला लिया है।
वैक्सीनेशन
देश में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
16 जनवरी, 2021 को वैक्सीनेशन अभियान शुरू होने के बाद से अब तक देश में कोविड वैक्सीन की 1,85,70,71,655 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 14,38,792 खुराकें लगाई गईं।
18 साल से अधिक उम्र के 91.34 करोड़ लोगों को पहली और 79.99 करोड़ लोगों को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं। 2.43 करोड़ लाभार्थियों को बूस्टर खुराक लगाई जा चुकी है।
15-18 साल के 5.76 करोड़ बच्चों को पहली और 3.96 करोड़ को दूसरी खुराक लगाई जा चुकी है।