कोरोना वैक्सीनेशन: देश में कितनी रह सकती है बूस्टर खुराकों की कीमत?
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान करते हुए 18 साल से अधिक उम्र के सभी वयस्कों को कोविड वैक्सीन की बूस्टर खुराक (प्रिकॉशन डोज) लगवाने की अनुमति दे दी।
अभी के लिए केवल निजी केंद्रों और अस्पतालों पर ही ये बूस्टर खुराक लगवाई जा सकेगी और इसके लिए लोगों को अच्छी-खासी रकम खर्च करनी होगी।
आइए जानते हैं कि देश में किस वैक्सीन की बूस्टर खुराक की कितनी कीमत रह सकती है।
कोविशील्ड
कोविशील्ड की कीमत कितनी रह सकती है?
'कोविशील्ड' वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अदार पूनावाला ने बताया कि कोविशील्ड की बूस्टर खुराक की कीमत 225 रुपये रहेगी।
कंपनी ने पहले ये कीमत 600 रुपये रखी थी, लेकिन केंद्र सरकार से चर्चा के बाद इसे घटाकर 225 रुपये कर दिया गया है।
अस्पतालों और निजी केंद्रों का सर्विस चार्ज अलग से होगा।
बता दें कि कोविशील्ड को बूस्टर खुराक के तौर पर मंजूरी मिल चुकी है।
अंतिम कीमत
कोवैक्सिन की कीमत कितनी होगी?
भारत में दूसरी सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली वैक्सीन भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' को अभी तक बूस्टर खुराक के तौर पर मंजूरी नहीं मिली है। हालांकि जब भी इसे मंजूरी मिलती है, इसकी बूस्टर खुराक की कीमत भी 225 रुपये रह सकती है।
कंपनी ने पहले बूस्टर खुराक की कीमत 1,200 रुपये रखी थी, लेकिन केंद्र सरकार से चर्चा के बाद इसे कम कर दिया गया है।
अस्पतालों और निजी वैक्सीनेशन केंद्रों का सर्विस चार्ज अलग से होगा।
जानकारी
बूस्टर खुराक की अंतिम कीमत कितनी रह सकती है?
केंद्र सरकार ने शनिवार को आदेश जारी कर कहा कि निजी वैक्सीनेशन केंद्र और अस्पताल बूस्टर खुराक लगाने के लिए अधिकतम 150 रुपये सर्विस चार्ज ले सकते हैं। इसका मतलब बूस्टर खुराकों की कीमत 375 रुपये (225+150) रहेगी।
कार्यक्रम
कल से लगना शुरू होंगी बूस्टर खुराक
बता दें कि देश में कल यानि 10 अप्रैल से 18 साल से अधिक उम्र के वयस्कों को बूस्टर खुराक लगना शुरू होगी। सरकार के अनुसार, केवल वही लोग बूस्टर खुराक लगवा सकेंगे जिनकी दूसरी खुराक को नौ महीने हो चुके हैं।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि बूस्टर खुराक लगवाना अनिवार्य नहीं होगा और यह लोगों की इच्छा पर निर्भर करेगा कि वह वैक्सीन की तीसरी खुराक लगवाना चाहते हैं या नहीं।
कारण
सरकार ने क्यों लिया सभी वयस्कों को बूस्टर खुराक लगाने का फैसला?
देश में कोरोना के दैनिक मामलों में गिरावट के बीच सरकार ने कोरोना संबंधित सभी पाबंदियों को हटा दिया है। दिल्ली, महाराष्ट्र, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना जैसे राज्यों में तो अब मास्क पहनना भी अनिवार्य नहीं है।
इसी बीच चीन समेत कई देशों में संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और XE जैसे कई नए वेरिएंट सामने आए हैं।
इन नए वेरिएंट्स के कारण चौथी लहर की संभावना को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है।
डाटा
देश में वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
वैक्सीनेशन अभियान के तहत देश में अब तक वैक्सीन की 1,85,55,07,496 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। गुरुवार को कुल 14,79,544 खुराकें लगाई गई थी। 15 साल से अधिक उम्र की 96 प्रतिशत आबादी को एक और 83 प्रतिशत आबादी को दोनों खुराकें लग चुकी हैं।