अगले साल की दूसरी तिमाही में लॉन्च हो सकती है भारत की पहली स्वदेशी कोरोना वैक्सीन
देश की पहली स्वदेशी कोरोना वायरस वैक्सीन पर काम कर रही कंपनी भारत बायोटेक इसे अगले साल की दूसरी तिमाही में बाजार में उतार सकती है। कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि अगर तय मंजूरी मिल जाती है तो इसे अगले साल की दूसरी तिमाही में बाजार में उतारा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कंपनी का ध्यान फिलहाल इसके तीसरे चरण के ट्रायल सफलतापूर्वक संपन्न करने पर है। आइये, यह पूरी खबर जानते हैं।
NIV के साथ मिलकर तैयार की गई है वैक्सीन
कंपनी की इस संभावित वैक्सीन को 'कोवैक्सिन' के नाम से जाना जा रहा है। भारत बायोटेक ने इसे पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (NIV) के साथ मिलकर तैयार किया है। देश में कई जगहों पर इसके इंसानी ट्रायल जारी हैं।
इस महीने से शुरू हो रहे हैं तीसरे चरण के ट्रायल
वैक्सीन के बारे में बात करते हुए भारत बायोटेक के कार्यकारी निदेशक साई प्रसाद ने PTI से कहा कि अगर कंपनी को नियामकीय मंजूरी मिलती है तो अगले साल की दूसरी तिमाही में कोवैक्सिन को लॉन्च करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से इंसानी ट्रायल के तीसरे चरण की मंजूरी मिलने के बाद कंपनी ने इसके लिए तैयारियों शुरू कर दी हैै। इस महीने से ये यह चरण शुरू हो जाएगा।
25-30 अस्पतालों में होगा ट्रायल
प्रसाद ने कहा कि कोवैक्सिन के तीसरे चरण के ट्रायल के लिए 13-14 राज्यों में 25-30 जगहों का चुनाव किया गया है। ट्रायल में भाग लेने वाले वॉलेंटियरों को वैक्सीन की दो खुराक दी जाएगी। हर अस्पताल में लगभग 2,000 वॉलेंटियरों पर इस संभावित वैक्सीन का ट्रायल होगा। इंसानी ट्रायल के आखिरी और तीसरे चरण में वैक्सीन की सुरक्षा और इंसानी आबादी के बड़े हिस्से पर इसके असर को जांचा जाता है।
वैक्सीन बनाने की प्रक्रिया पर हुआ है 350-400 करोड़ रुपये का निवेश- प्रसाद
वैक्सीन तैयार करने की प्रक्रिया पर हुए निवेश के बारे में प्रसाद ने कहा कि इसके लिए लगभग 350-400 करोड़ रुपये का निवेश किया गया है। इसमें वैक्सीन का विकास, नई उत्पादन इकाई बनाना और तीसरे चरण के ट्रायल भी शामिल हैं। जब उनसे वैक्सीन की कीमत के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसे लेकर अभी तक कोई फैसला नहीं लिया गया है। फिलहाल कंपनी का ध्यान तीसरे चरण के ट्रायल पर है।
दूसरे देशों को भी बेची जा सकती है कोवैक्सिन
वैक्सीन की बेचने की योजना के बारे में प्रसाद ने कहा, "हम इसे सरकारी और निजी बाजार में बेचने की योजना बना रहे हैं। हम इसे कई दूसरे देशों को बेचने के लिए भी शुरुआती बातचीत कर रहे हैं।"
देश में संक्रमितों की संख्या 82 लाख के करीब
वैक्सीन के लंबे होते इंतजार के बीच देश में संक्रमितों की संख्या 82 लाख के करीब पहुंच गए हैं। भारत में अब तक कुल 81,84,082 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 1,22,111 लोग इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं। बीते कुछ दिनों से देश में संक्रमण की रफ्तार पर कुछ लगाम लगी है। इस वजह से सक्रिय मामले घटकर 5,70,458 हो गए हैं। वहीं 74,91,513 (91.53 प्रतिशत) लोग महामारी से ठीक हो चुके हैं।