
अमरनाथ गुफा के पास बादल फटा; 10 लोगों की मौत, कई लापता
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की खबर आ रही है। घटना में 10 लोगों के मरने की खबर है, जबकि तीन लोगों को बहने से बचाया गया है। अभी भी कई लोग लापता हैं।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) समेत कई एजेंसियों मौके पर बचाव कार्य में लगी हुई हैं।
घायलों को हेलीकॉप्टर्स की मदद से बाहर निकाला जा रहा है।
घटना
शाम करीब 5:30 बजे हुए घटना, बाढ़ की चपेट में आए लंगर और टेंट
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की यह घटना शाम लगभग 5:30 बजे के आसपास हुई।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) विजय कुमार ने समाचार एजेंसी ANI को बताया कि बादल फटने के कारण आई तेज बाढ़ में कुछ लंगर और टेंट बह गए। उन्होंने दो लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि स्थिति अभी नियंत्रण में है।
बाद में NDRF ने घटना में 10 लोगों के मरने की जानकारी दी।
बचाव अभियान
अमरनाथ गुफा के पास हमेशा तैनात रहती है एक NDRF टीम, तत्काल चलाया अभियान
NDRF निदेशक अतुल करवाल ने बताया कि NDRF की एक टीम अमरनाथ गुफा के पास हमेशा तैनात रहती है, जो तत्काल बचाव अभियान में लग गई।
ITBP ने अपने बयान में बताया, 'अमरनाथ गुफा के ऊपरी इलाके में बादल फटा। एजेंसी को अलर्ट किया गया। घटनास्थल पर टेंट थे, लोगों को 10-15 मिनट में बाहर निकाल लिया गया। कुछ लोगों को बाढ़ में बहने से भी बचाया गया। जरूरत पड़ने पर रात को भी बचाव अभियान चलाया जाएगा।'
बातचीत
केंद्रीय गृह मंत्री ने उपराज्यपाल से की बात
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने घटना पर ट्वीट करते हुए कहा, 'बाबा अमरनाथ जी की गुफा के पास बादल फटने से आयी फ्लैश फ्लड के संबंध में मैंने उपराज्यपाल श्री मनोज सिन्हा जी से बात कर स्थिति की जानकारी ली है। NDRF, CRPF, BSF और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य में लगे हैं। लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है। सभी श्रद्धालुओं की कुशलता की कामना करता हूं।'
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने घटना पर दुख व्यक्त किया।
जानकारी
क्या होता है बादल फटना?
बेहद कम समय में बहुत ज्यादा बारिश होने को बादल फटना कहा जाता है। बादल फटने की घटनाओं के कारण पहाड़ी इलाकों में अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं। 2013 में केदारनाथ में भी इसी कारण आपदा आई थी, जिसमें 6,000 से अधिक लोग मरे थे।
अमरनाथ यात्रा
दो साल बाद हो रही है अमरनाथ यात्रा
गौरतलब है कि बाबा अमरनाथ के दर्शन के लिए होने वाली अमरनाथ यात्रा को हिंदू धर्म में बेहद पवित्र माना जाता है और इस साल दो साल के अंतराल के बाद यह यात्रा हो रही है। पिछले दो साल कोरोना वायरस महामारी के कारण ये यात्रा बंद रही थी।
30 जून को शुरू हुई यह यात्रा 11 अगस्त तक चलेगी। इसमें अब तक 72,000 से अधिक श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन कर चुके हैं।