जम्मू-कश्मीर: BSF ने अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास खोजी पाकिस्तानी सुरंग, अमरनाथ यात्रा पर हमला टला
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के हाथ बड़ी सफलता लगी है। BSF के जवानों ने पाकिस्तान से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) के पास पाकिस्तान से आने वाली एक सुरंग का पता लगाया है।
इसका इस्तेमाल आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के आतंकियों द्वारा भारत में दाखिल होने के लिए किया गया था।
इसके साथ ही BSF ने 30 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा पर हमला करने की आतंकियों की योजना को विफल कर दिया।
अभियान
सुरंग रोधी अभियान के दौरान मिली सफलता
BSF के उप महानिरीक्षक (DIG) एसपीएस संधू ने कहा, "बुधवार शाम को चक फकीरा के सीमा चौकी इलाके में सुरंग रोधी अभियान चलाया गया था। उस दौरान जवानों को पाकिस्तान से आने वाली 150 मीटर लंबी सुरंग मिल गई।"
उन्होंने कहा, "बाड़ के पास सामान्य क्षेत्र में सुरंग मिली है। अंधेरा होने के कारण आगे की खोज नहीं की जा सकी। गुरुवार को सुरंग की विस्तृत जांच की जाएगी और इसे बंद किया जाएगा।"
सफलता
अमरनाथ यात्रा पर हमले की योजना की विफल- संधू
DIG संधू ने कहा, "BSF ने इस सुरंग का पता लगाकर आगामी अमरनाथ यात्रा पर हमला करने की पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की योजना को भी विफल कर दिया है।"
उन्होंने कहा, "सुरंग को हाल ही में खोदा गया था और यह पाकिस्तान की ओर से आती है। इसका मुंह दो फीट चौड़ा है और अब तक सुरंग के निकास को मजबूत करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले 21 रेत के थैले बरामद किए जा चुके हैं।"
स्थिति
क्या है सुरंग की वास्तविक स्थिति?
एक अन्य अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा, "अंतरराष्ट्रीय सीमा से 150 मीटर दूरी पर और सीमा की बाड़ से 50 मीटर की दूरी पर पाकिस्तानी चौकी चमन खुर्द (फियाज) के सामने एक नई खोदी गई सुरंग का पता लगाया गया है। यह भारत की ओर से 900 मीटर की दूरी पर है।"
उन्होंने कहा, "इसकी शुरुआत सीमा चौकी चक फकीरा से लगभग 300 मीटर और अंतिम भारतीय गांव से 700 मीटर की दूरी पर होती है।"
जानकारी
BSF के IG ने की जवानों की सराहना
जम्मू संभाग के BSF के महानिरीक्षक (IG) डीके बूरा ने इस सुरंग का पता लगाने के लिए BSF जवानों की लगन और समर्पण की सराहना की है। उन्होंने कहा कि जवानों की सतर्कता और समर्पण के कारण ही आतंक के खिलाफ यह सफलता मिली है।
इस्तेमाल
जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने किया था सुरंग का इस्तेमाल
DIG संधू ने बताया कि सुंजवां इलाके में 22 अप्रैल को मुठभेड़ के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) के साथ सुरंग का पता लगाने के लिए अभियान चला रखा है। उस मुठभेड़ में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों को ले जा रही बस पर हमला करने के बाद आत्मघाती जैकेट पहने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को ढेर किया था।
उन्होंने कहा कि उन आतंकियों में भारत में घुसने के लिए संभवत: इसी सुरंग का इस्तेमाल किया था।
सुरंग
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
बता दें कि पिछले 16 महीनों में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास BSF द्वारा खोजी गई यह पहली सुरंग है। इस तरह पिछले एक दशक में सीमा के पास मिलने वाली सुरंगों की संख्या 11 हो गई है।
BSF ने पिछले साल जनवरी में कठुआ के हीरानगर सेक्टर में भी दो सुरंगों का पता लगाया था।
बता दें कि 192 किलोमीटर अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा की सुरक्षा की जिम्मेदारी BSF के पास है। वह घुसपैठ रोकने का काम करती है।