
माइक्रोसॉफ्ट फिर कर रही बड़े स्तर पर छंटनी, 9,000 कर्मचारियों की जाएगी नौकरी
क्या है खबर?
टेक दिग्गज माइक्रोसॉफ्ट एक बार फिर बड़े स्तर पर अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही है। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी इस बार दुनियाभर में लगभग 9,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल रही है। यह संख्या उसके कुल वैश्विक कर्मचारियों का करीब 4 प्रतिशत है। कंपनी ने यह कदम जुलाई के शुरुआती दिनों में उठाया है, जबकि आमतौर पर वह अपने वित्तीय वर्ष के अंत में ऐसे बड़े बदलाव करती है।
असर
इन विभागों पर पड़ेगा असर
इस छंटनी का असर कंपनी के कई विभागों और टीमों पर पड़ेगा। जिन क्षेत्रों में कटौती हो रही है, उनमें इंजीनियरिंग, बिक्री, ग्राहक सहायता और उत्पाद विकास जैसे विभाग शामिल हैं। रिपोर्टों के अनुसार, शुरुआती स्तर से लेकर अनुभवी कर्मचारियों तक सभी पर इसका असर हो सकता है। मई में भी कंपनी ने 6,000 से अधिक नौकरियों में कटौती की थी, और जून में 300 से ज्यादा लोगों को हटाया गया था।
वजह
AI और ऑटोमेशन है छंटनी के पीछे की बड़ी वजह
माइक्रोसॉफ्ट की इस छंटनी का एक कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और ऑटोमेशन को माना जा रहा है। कोडिंग असिस्टेंट और AI टूल्स की मदद से अब सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट की प्रक्रिया काफी तेज हो गई है। इससे डेवलपर की पारंपरिक भूमिकाएं प्रभावित हो रही हैं। कंपनी आंतरिक रूप से अपने वर्कफ्लो में बदलाव कर रही है, जिससे कुछ भूमिकाएं अब पहले जैसी जरूरतमंद नहीं रह गई हैं और नई भूमिकाओं की मांग भी बढ़ रही है।
अन्य
अन्य टेक कंपनियों से मुकाबला भी एक वजह
छंटनी के इस दौर में माइक्रोसॉफ्ट का स्टॉक अब भी पिछले 5 वर्षों में 150 प्रतिशत बढ़ा है। वहीं, मेटा जैसी कंपनियां आक्रामक तरीके से AI टैलेंट को जोड़ रही हैं। मेटा ने सिर्फ AI शोधकर्ताओं को लाने के लिए 3 अरब डॉलर (लगभग 260 अरब रुपये) निवेश किए हैं। ऐसे में माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां भी अपने मौजूदा संसाधनों को पुनर्गठित कर रही हैं, ताकि तेजी से बदलते तकनीकी माहौल में खुद को आगे रख सकें।