बर्ड फ्लू के कारण चिकन और अंडों की कीमतों में भारी गिरावट
क्या है खबर?
देश में बर्ड फ्लू का प्रकोप तेजी से पैर पसारता जा रहा है। मंगलवार को उत्तराखंड में भी इसके मामलों की पुष्टि होने के साथ देश में इससे प्रभावित राज्यों की संख्या 10 हो गई है।
इससे लोगों के मन में भी तेजी से डर बढ़ता जा रहा है और वह चिकन और अंडों से दूरी बनाने लगे हैं।
ऐसे में चिकन और अंडों के व्यापार के सबसे मुफिद मौसम में इनकी कीमतें बुरी तरह से धराशाही हो गई हैं।
पृष्ठभूमि
10 राज्यों में 30,000 से अधिक पक्षियों की हुई मौत
देश में बर्ड फ्लू के प्रकोप का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अब तक केरल, राजस्थान, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में इसके मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
इन राज्यों में अब तक 30,000 से अधिक पक्षियों की मौत हो चुकी है। इससे लोगों में चिकन और अंडे खाने को लेकर डर बढ़ गया है।
ऐसे में बाजार में चिकन और अंडों की मांग में भारी कमी आ गई है।
प्रसार
क्या इंसानों को संक्रमित कर सकते हैं बर्ड फ्लू के वायरस?
बर्ड फ्लू फैलाने वाले वायरसों के ज्यादातर स्ट्रेन इंसानों पर असर नहीं डालते हैं, लेकिन H5N1 जैसे कुछ स्ट्रेन इंसान को संक्रमित कर सकते हैं। वर्तमान में देश में मारे गए पक्षियों में यही स्ट्रेन मिला है।
इससे संक्रमित मुर्गियों के संपर्क में आने और संक्रमित पक्षी का कच्चा मांस या अंडे खाने से इंसान इस वायरस से संक्रमित होता है।
हालांकि, यह एक इंसान से दूसरे में आसानी से नहीं फैलता है और ऐसा होना बहुत दुर्लभ है।
जानकारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी की चेतावनी
मृत पक्षियों में इंफ्लूएंजा टाइप ए वायरस के H5N1 स्ट्रेन की पुष्टि होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसको लेकर चेतावनी जारी की है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रभावित राज्यों को विशेष सावधानी तथा अन्य राज्यों को सतर्कता बरतने को कहा है।
कीमत
इस तरह से गिरी चिकन और अंडों की कीमत
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार बर्ड फ्लू के डर से महाराष्ट्र में ब्रॉयलर चिकन की कीमत 82 रुपये से गिरकर 58 रुपये प्रति किलो पर आ गई है।
इसी तरह गुजरात में 94 रुपये से गिरकर 65 रुपये और तमिलनाडु में 80 रुपये से गिरकर 70 रुपये प्रति किलो पर आ गई है।
अंडों की बात करें तो नामाक्कल में एक अंडे की कीमत 5.10 रुपये गिरकर 4.20 और हरियाणा के बरवाला में 5.35 से गिरकर 4.05 रुपये पर आ गई।
खपत
चिकन और अंडों की खपत में आई 60 प्रतिशत की कमी
देश में चिकन और अंडों का 8,700 करोड़ रुपये का कारोबार करने वाली सुगुना फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष बी साउंडराजन ने बताया कि देश में प्रतिदिन 1.3 करोड़ बॉयलर चिकन और 20 करोड़ अंडों की बिक्री होती है।
सर्दियों में खपत 1.5 करोड़ चिकन और 29 करोड़ अंडों पर पहुंच जाती है, लेकिन बर्ड फ्लू के कारण पिछले चार-पांच दिनों से 60 प्रतिशत तक की कमी आ गई है। इससे चिकन और अंडा व्यापार ठप हो गया है।
जानकारी
ज्यादातर पोल्ट्री उत्पाद और चिकन हैं सुरक्षित
साउंडराजन ने बताया कि पोल्ट्री फार्म में पक्षियों के मरने की घटना हरियाणा में सामने आई है। अन्य जगहों पर ऐसे मामले नहीं आए हैं। पोल्ट्री फार्मों में मुर्गियों को अलग रखा जाता हैं। उनके विदेशी पक्षियों से संक्रमित होने की संभावना कम है।
खतरा
पोल्ट्री फार्मों में मुर्गियों के संक्रमित होने का खतरा कम- रानाडे
मुंबई वेटरनरी कॉलेज के प्रमुख डॉ एएस रानाडे ने कहा संगठित पोल्ट्री फार्मों में मुर्गियों के संक्रमित होने की संभावना बहुत कम है। इसका कारण यह है कि उन्हें अलग से रखा जाता है और वह बाहरी पक्षियों के संपर्क में नहीं आते हैं।
पुणे स्थित वेंकटेश्वर हैचरीज प्राइवेट लिमिटेड के महाप्रबंधक प्रसन्ना पडगांवकर ने कहा कि लेगॉर्न मुर्गियां संगठित फार्म में रहती हैं और इनमें नियमित टीकाकरण किया जाता है। ऐसे में इनके संक्रमित होने का खतरा कम है।
WHO
WHO ने दी है चिकन और अंडे को स्वच्छता के साथ पकाने की सलाह
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गत दिनों सलाह जारी करते हुए कहा गया था कि चिकन और अंडे को अच्छी तरह से पकाकर खाने से संक्रमण नहीं फैलता और यह सुरक्षित है। खाना पकाने के दौरान भोजन का तापमान 70 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच जाता है और यह वायरस मारने के लिए काफी है। ऐसे में चिकन को खाने से पहले बेहतर तरीके से पकाया जाना चाहिए।
इसके अलावा WHO ने स्वच्छता का भी ध्यान रखने को कहा है।