उत्तर प्रदेश: लॉकडाउन के बीच झूठा पास बनवाकर काफिले सहित घूमने निकले विधायक, मामला दर्ज
क्या है खबर?
देश के कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन लागू है।
सोमवार से तीसरे चरण के लॉकडाउन की शुरुआत हुई है, लेकिन रविवार को पूर्ण लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के मामले में उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले के नौतनवा सीट से निर्दलीय विधायक अमन मणि त्रिपाठी सहित 11 लोगों के खिलाफ उत्तराखंड के टिहरी जिले के मुनी के रेती थाने में मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस द्वारा मामले की जांच की जा रही है।
प्रकरण
विधायक ने झूठ बोलकर बनवाया पास
चमोली जिला पुलिस अधीक्षक यशवन्त सिंह चौहान ने बताया कि विधायक त्रिपाठी और उनके साथियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट के पितृ कार्य के नाम पर छह दिन का यात्रा पास बनवाया था।
विधायक और उनके साथी तीन वाहनों से रविवार को बद्रीनाथ धाम जाने के लिए चमोली जिले की सीमा तक पहुंच गए थे, लेकिन बाद में उन्हें कपाट बंद होने की कहकर वापस भेज दिया गया।
जानकारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाई ने किया पितृ कार्य से इनकार
मामले का खुलासा होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भाई महेंद्र नाथ ने किसी भी पितृ कार्य के होने से इनकार किया है। ऐसे में विधायक को देहरादून प्रशासन द्वारा पितृ कार्य के नाम पर पास जारी करना कई सवाल खड़े कर रहा है।
बदसलूकी
कर्णप्रयाग उपखंड अधिकारी से की बदसलूकी
पुलिस अधीक्षक चौहान ने बताया कि विधायक जब अपने काफिले के साथ कर्णप्रयाग के पास गौचर चेकपोस्ट पर पहुंचे तो वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोक लिया।
पुलिसकर्मियों ने यात्रा पास दिखाने के बाद भी उन्हें नहीं जाने दिया। इस पर विधायक उखड़ गए।
मामला गर्म होने पर कर्णप्रयाग उपखंड अधिकारी से भी बदसलूकी कर कर दी। इसके बाद विधायक ने कुछ देर हंगामा किया, लेकिन अनुमति नहीं मिलने पर वह वापस लौट गए।
जानकारी
दो से सात मई तक का था यात्रा कार्यक्रम
विधायक को जारी पत्र के अनुसार, उन्हें 2-7 मई तक यात्रा पास दिया गया था। उन्हें 2 मई को देहरादून से श्रीनगर पहुंचना था, लेकिन वे गौचर पहुंच गए। इसी तरह 3 मई को बद्रीनाथ, 5 को केदारनाथ व 7 मई को वापस लौटना था।
नियम
नियमों को ताक में रखकर जारी किया गया यात्रा पास
लॉकडाउन में ओरेंज से ग्रीन जोन में जाने के लिए जारी किए जाने वाले पास के कई सख्त नियम है।
इसके बाद भी नियमों को ताक पर रख कर अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री ओमप्रकाश के पत्र के आधार पर देहरादून जिला प्रशासन ने उन्हें पास जारी कर दिया।
इसी तरह गृह मंत्रालय के नियमानुसार एक साथ पांच से अधिक लोगों की आवाजाही प्रतिबंधित है। इसके बाद भी जिला प्रशासन ने 11 लोगों की यात्रा के लिए पास जारी कर दिया।
मामला दर्ज
मामले के तूल पकड़ते ही दर्ज किया मामला
उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि इस संबंध में विधायक सहित सभी 11 लोगों के खिलाफ मुनि की रेती थाने में लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया गया है।
उन्होंने कहा कि यात्रा पास जारी करने को लेकर जांच जारी है।
दूसरी ओर RTI कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने उत्तराखंड के अपर मुख्य सचिव ओम प्रकाश व देहरादून के अपर जिलाधिकारी पर कार्रवाई के लिए गृह मंत्रालय को पत्र लिखा है।