उत्तराखंड में छह माह और तीन साल के बच्चों के खिलाफ क्वारंटाइन उल्लंघन का मामला दर्ज
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए देश में लॉकडाउन लागू हैं। सरकार लोगों से लॉकडाउन का पालन करने की अपील कर रही है और पुलिस अपील नहीं मानने वालो के खिलाफ मामले दर्ज कर रही है। इसी कार्रवाई में उत्तरखंड पुलिस ने ऐसा कारनामा कर दिखाया, जिसकी किसी को भी उम्मीद नहीं थी। उत्तरकाशी पुलिस ने छह माह और तीन साल के बच्चों के खिलाफ नियम विरुद्ध होम क्वारंटाइन उल्लंघन का मामला दर्ज कर लिया।
आठ साल से कम के बच्चों पर दर्ज नहीं हो सकता मामला
बता दें कि जुवेनाइल जस्टिस ऐक्ट के तहत 8 साल से कम आयु के बच्चों के खिलाफ FIR (प्रथम सूचना रिपोर्ट) नहीं दर्ज की जा सकती है। ऐसे में मामले का खुलासा होने पर अब पुलिस सकते में आ गई है।
मामले का खुलासा होते ही कलक्टर ने दिए जांच के आदेश
उत्तरकाशी पुलिस ने गत दिनों बाहरी राज्यों से चिन्यालीसौड़ क्षेत्र में आए 47 लोगों को होम क्वारंटाइन में रहने के लिए कहा था। उनके आदेशों का उल्लंघन करने पर कोरोना मजिस्ट्रेट सिंचाई विभाग में सहायक अभियंता गिरीश सिंह राणा ने उन सभी के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए कहा था। बाद में मामले का खुलासा होने पर पुलिस सकते में आ गई। इस संबंध में जिला मजिस्ट्रेट आशीष चौहान ने जांच के आदेश दिए गए हैं।
जिला मजिस्ट्रेट ने कोरोना मजिस्ट्रेट को किया निलंबित
जिला मजिस्ट्रेट चौहान ने बताया कि होम क्वारंटाइन के उल्लंघन पर कार्रवाई के लिए जिले में ब्लॉकवार कोरोना मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए थे। चिन्यालीसौड़ क्षेत्र में गिरीश मीणा को कोरोना मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था। होम क्वारंटाइन का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने में नियमों की अवहेलना करने पर फिलहाल राणा को निलंबित कर दिया गया है। जांच रिपोर्ट आने पर अन्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे हुई थी कोरोना मजिस्ट्रेट से चूक
दअसल, गिरीश मीणा ने क्वारंटाइन का उल्लंघन करने वाले लोगों की सूची फोन पर बात करके की तैयार की थी। इसमें उन्हें दो बच्चों के शामिल होने का पता नहीं चल सका और उन्होंने सभी के खिलाफ मामला दर्ज करने के आदेश दे दिए थे।
बाहरी राज्यों और शहरों से 5,700 लोग लौटे उत्तरकाशी
जिला प्रशासन के रिकॉर्ड के अनुसार जिले में कोरोना महामारी के दौरान कुल 5,700 लोग बाहरी राज्यों और शहरों से वापस लौटे हैं। ऐसे में उन सभी को होम क्वारंटाइन किया गया था। रिकॉर्ड के अनुसार इनमें से 2,900 लोगों के होम क्वारंटाइन के बाद उनकी निगरानी अवधि भी पूरी हो गई है। 2,400 लोगों की निगरानी अभी जारी है और 250 लोग फिलहाल होम क्वारंटाइन में हैं। इन सभी की क्वारंटाइन अवधि भी जल्दी पूरी होने वाली है।
मुख्यमंत्री ने राज्य के जल्द ही कोरोना मुक्त होने की उम्मीद जताई
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 47 मरीजों में से 24 ठीक पूरी तरह स्वास्थ हो चुके हैं। शेष का उपचार जारी है। उन्होंने प्रदेश के जल्द ही कोरोना मुक्त होने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि कोरोना योद्धा पूरी निष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं और साथ ही जनता ने भी दृढ़ इच्छाशक्ति और अनुशासन का परिचय देते हुए सरकार का सहयोग किया है।
प्रदेश में 15 मार्च को मिला था पहला मरीज
बता दें कि उत्तराखंड में पहला मरीज 15 मार्च को मिला था, लेकिन उसके बाद सरकार के प्रयासों ने यहां संक्रमण को नहीं बढ़ने दिया। यही कारण है कि वर्तमान में यहां महज 23 एक्टिव मरीज है, जबकि 24 पूरी तरह ठीक हो चुके हैं।