छत्तीसगढ़: 43 लाख के इनामी 9 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण, कई बड़े हमलों में रहे शामिल
क्या है खबर?
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में 2 महिला समेत 9 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। इन सभी नक्सलियों पर संयुक्त रूप से 43 लाख रुपये का इनाम था और ये कई बड़ी वारदातों में शामिल रहे हैं।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में से 2 पर 8-8 लाख, 4 पर 5-5 लाख, एक महिला नक्सली पर 3 लाख और एक महिला व एक पुरुष नक्सली पर 2-2 लाख रुपये का इनाम था।
बयान
पुलिस ने क्या कहा?
सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने कहा, "2 महिलाओं समेत 9 नक्सलियों ने पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के वरिष्ठ अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया है। वे माओवादी विचारधारा की खोखली, अमानवीय और संगठन के भीतर चल रही अंदरूनी कलह से निराश हैं। साथ ही राज्य सरकार की 'नियाद नेल्लनार' (आपका अच्छा गांव) योजना से भी प्रभावित हैं। इसका उद्देश्य दूरदराज के गांवों में विकास कार्यों को सुविधाजनक बनाना है।"
इनाम
किस नक्सली पर था कितना इनाम?
पुलिस के अनुसार, नक्सलियों की प्लाटून संख्या 24 के कमांडर रनसाई उर्फ ओयम बुस्का (34) और PLGA बटालियन संख्या एक की कंपनी विंग के सदस्य प्रदीप उर्फ रव्वा राकेश पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था।
इसके अलावा कवासी सोना, नवीन उर्फ सोड़ी मंगा, मड़कम जोगा और मुचाकी देवा पर 5-5 लाख रुपये, माड़वी सुक्की पर 3 लाख रुपये और करतम वेल्ली और माड़वी राकेश पर 2-2 लाख रुपये का इनाम था।
वारदात
बड़ी वारदातों में शामिल रहे हैं आत्मसमर्पण करने वाली नक्सली
पुलिस के मुताबिक, नक्सल कमांडर रनसाई कई बड़े हमलों में शामिल रहा है।
उसने अपने साथियों के साथ 2007 में नारायणपुर में झारा घाटी में घात लगाकर हमला किया था। इसमें 7 पुलिसकर्मी मारे गए थे और कई घायल हुए थे।
इसके अलावा वो 2007 में रानीबोदली हमले में भी शामिल रहा, जिसमें 55 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। 2017 में सुकमा में 25 CRPF जवानों की जान लेने वाले हमले में भी रनसाई शामिल था।
पुनर्वास
नक्सलियों का किया जाएगा पुनर्वास
पुलिस ने बताया कि नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रेरित करने में कोंटा पुलिस थाना, जिला रिजर्व गार्ड (DRG), खुफिया शाखा टीम और CRPF जवानों की अहम भूमिका रही।
आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को 25-25 हजार रुपये दिए गए हैं। नीति अनुसार सभी का पुनर्वास किया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक, आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली कई नक्सलियों के साथ काम कर चुके हैं। ऐसे में पूछताछ में कई बड़े खुलासे होने की संभावना है।