बर्ड फ्लू: सात राज्यों में मामलों की पुष्टि, केंद्र सरकार ने तेज किए रोकथाम के प्रयास
देश के सात राज्यों के पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद केंद्र सरकार ने बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए अपने प्रयास तेज कर दिए हैं। केंद्रीय पशुपालन और डेयरी विभाग ने राज्यों से संभावित हॉटस्पॉट इलाकों की निगरानी बढ़ाने और नियमित संवाद बनाए रखने को कहा है, ताकि इंसानों में बीमारी के प्रसार को रोका जा सके। उनसे जलीय इलाकों, पक्षी बाजारों, चिड़ियाघरों और मुर्गी पालनघरों आदि को ट्रैक करने को भी कहा गया है।
PPE किट समेत ये चीजें सुनिश्चित करने के भी निर्देश
राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को लिखे गए अपने पत्र में पशुपालन और डेयरी विभाग ने बर्ड फ्लू के खतरे के कारण जिन पक्षियों को मारा जाना है, उन्हें मारने के दौरान व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (PPE) और अन्य चीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करने को भी कहा है। इसके अलावा पक्षियों के शवों और उनकी बीटों को अच्छे से नष्ट करने और मुर्गी पालन को प्रभावित करने वाली अफवाहों पर लगाम लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
इन सात राज्यों में हो चुकी है बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि
बता दें कि देश के जिन सात राज्यों में बर्ड फ्लू के मामले की पुष्टि हो चुकी है, उनमें केरल, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, गुजरात और उत्तर प्रदेश शामिल हैं। माना जा रहा है कि बर्ड फ्लू के पुष्ट मामलों वाले राज्यों की संख्या जल्द ही बढ़ सकती है क्योंकि दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़ और झारखंड में भी हालिया दिनों में कई पक्षी मृत पाए गए हैं और उनके सैंपलों को जांच के लिए भेजा गया है।
दिल्ली और पंजाब में लगाई गई जिंदा पक्षियों के आयात पर रोक
जसोला, द्वारका और संजय झील समेत दिल्ली के कई इलाकों में मृत पक्षी पाए जाने के बाद दिल्ली सरकार ने जिंदा पक्षियों के आयात पर रोक लगा दी है और गाजीपुर स्थित शहर के सबसे बड़े मुर्गा बाजार को 10 दिनों के लिए बंद कर दिया है। इसके अलावा पंजाब सरकार ने भी पूरे राज्य को 'कंट्रोल्ड एरिया' घोषित कर दिया है और 15 जनवरी तक राज्य में जिंदा पक्षियों के आयात पर रोक लगा दी है।
इन राज्यों में भी मृत पाए गए पक्षी
अन्य राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र के परभणी जिले के मुरुम्बा गांव स्थित मुर्गी पालन केंद्र में 900 मुर्गियों के मृत पाए जाने के बाद यहां भी बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ गया है। परभणी के जिलाधिकारी दीपक मुलगीकर ने बताया कि मुर्गियों की मौत की वास्तविक वजह जानने के लिए नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है। इसके अलावा उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल और छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में भी कई पक्षी मृत पाए गए हैं।
हरियाणा के पंचकूला में 1.60 लाख पक्षियों को मारे जाने का काम शुरू
इस बीच बर्ड फ्लू के खतरे के कारण हरियाणा के पंचकूला जिले के पांच मुर्गी पालन केंद्रों के 1.60 लाख पक्षियों को मारे जाने का काम शुरू हो गया है। जिले के दो पालन केंद्रों में कुछ पक्षियों को बर्ड फ्लू से संक्रमित पाए जाने के बाद ये कदम उठाया जा रहा है। पालन केंद्रों के मालिकों को प्रति पक्षी 90 रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं केरल में 36,000 पक्षियों को मारे जाने का कार्य पूरा हो गया है।
क्या है बर्ड फ्लू और ये इंसानों के लिए कितना खतरनाक?
बर्ड फ्लू या एवियन इंफ्लूएंजा एक वायरल संक्रमण है जो इंफ्लूएंजा टाइप ए वायरसों के कारण फैलता है। आमतौर पर पक्षियों में होने वाला इस संकम्रण के H5N1 जैसे कुछ स्ट्रेन इंसानों को भी संक्रमित कर सकते हैं। संक्रमित पक्षियों विशेषकर मुर्गियों के संपर्क में आने और संक्रमित पक्षी का कच्चा मांस या अंडे खाने आदि से इंसान बर्ड फ्लू से संक्रमित होता है। ये वायरस इंसानों के लिए भी खतरनाक है और इसकी मृत्यु दर 60 प्रतिशत है।