मौसम विभाग की चेतावनी- उत्तर भारत में 29 दिसंबर से भीषण शीतलहर, शराब पीने से बचें
नए साल पर जश्न मनाने की योजना बना रहे लोगों के मौसम विभाग के चेतावनी जारी की है। विभाग का कहना है कि 29 दिसंबर के उत्तर भारत के कई इलाकों में भीषण शीतलहर चलेगी। इस दौरान लोगों के लिए शराब पीना खतरनाक साबित हो सकता है। शराब पीने से शरीर का तापमान कम हो जाता है। इस कारण भीषण ठंड में बीमार होने का खतरा रहेगा। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
हरियाणा, पंजाब, दिल्ली समेत कई इलाकों में चलेगी भीषण शीतलहर
मौसम विभाग ने कहा कि 29 दिसंबर के हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, चंडीगढ़ और उत्तरी राजस्थान भीषण शीतलहर का सामना करेंगे। क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख डॉक्टर कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि रविवार और सोमवार को पश्चिमी विक्षोभ के कारण तापमान में मामूली वृद्धि देखने को मिलेगी, लेकिन उसके बाद कड़ाके की ठंड पड़ना शुरू हो जाएगी। विभाग पहले ही नए साल के मौके पर हवा की गुणवत्ता खराब होने का अनुमान जता चुका है।
साल के अंतिम दिनों में बढ़ेगी ठंड
साल के अंतिम दिनों में न्यूनतम तापमान में और गिरावट आने का अनुमान है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण 25-27 दिसंबर के बीच न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री का इजाफा देखा जा सकता है, लेकिन 28-30 दिसंबर तक इसमें 3-5 डिग्री सेल्सियस गिरावट आ सकती है।
विभाग ने क्या ऐहतियात बरतने को कहा है?
मौसम विभाग ने कहा है कि सर्दी के कारण अगर किसी को कंपकंपी हो रही हो तो इसे नजरअंदाज न करे। यह शरीर का तापमान गिरने का पहला लक्षण होता है। ऐसी स्थिति में घर से बाहर न निकलें। शीतलहर के कारण ज्यादा समय तक बाहर रहने से त्वचा कठोर और सुन्न हो सकती है। साथ ही अंगुलियों, नाक और कान पर काले निशान हो सकते हैं। इनमें से कोई भी लक्षण दिखने पर डॉक्टर के पास जाकर इलाज कराएं।
घर में रहें और विटामिन C से भरपूर फल खाएं
विभाग का कहना है कि शीतलहर के प्रकोप के बचने के लिए लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है। साथ ही उन्हें विटामिन C से भरपूर फलों का सेवन करना चाहिए, जो सेहत के लिए अच्छे होते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान
अगर जरूरी नहीं है तो घर से बाहर न निकलें। अगर किसी कारण कपड़े गीले हो गए हैं तो उन्हें तुरंत बदल लें। त्वचा की नमी बरकरार रखने के लिए तेल या क्रीम का उपयोग करें। अगर रूम हीटर चला रहे हैं तो वेंटिलेशन का खास ध्यान रखें। अगर कमरे में वेंटेिलेशन की व्यवस्था नहीं है तो हीटर चलाने से बचें। इसके अलावा रात को सोते समय कमरे में चिमनी जलाकर न छोड़ें।
हवा की रफ्तार धीमी होने से बढ़ेगा प्रदूषण
शीतलहर के साथ-साथ लोगों को हवा की खराब गुणवत्ता से भी जूझना पड़ेगा। मौसम विभाग में वैज्ञानिक वीके सोनी ने बताया कि शुक्रवार को हवा की गति बढ़कर 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे हुई थी, लेकिन ऐसा अनुमान है कि 27 और 28 दिसंबर को हवा की गुणवत्ता बेहद खराब हो सकती है। जब पश्चिमी विक्षोभ के आसार बनते हैं तो हवा की गति धीमी हो जाती है, जिससे प्रदूषक तत्व एक जगह इकट्ठे हो जाते हैं।