कोरोना संक्रमण से 33 लाख मौतें होने के दावे वाले अध्ययन को सरकार ने किया खारिज
कोरोना वायरस महामारी के दौर में भारत में हुई मौतों को लेकर अंतरराष्ट्रीय अध्ययन की रिपोर्ट ने सरकारी आंकड़ों पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं। अध्ययन की रिपोर्टों में कहा गया है कि भारत में सरकारी आंकड़ों से सात से आठ गुना तक अधिक मौतें हुई है। अब केंद्र सरकार ने इस प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि रिपोर्ट पूरी तरह से गलत और आधारहीन है और इसे महज संभावनाओं के आधार पर ही प्रकाशित किया गया है।
टोरंटो यूनिवर्सिटी के अध्ययन में किया गया है भारत में 33 लाख मौत होने का दावा
टोरंटो यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर ग्लोबल हेल्थ रिसर्च के डॉ प्रभात झा और न्यू हैम्पशायर में डार्टमाउथ कॉलेज में अर्थशास्त्र विभाग के डॉ पॉल नोवोसाद ओर से किए गए अध्ययन में सामने आया था कि भारत में कोरोना वायरस महामारी के कारण अपनी जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 27 से 33 लाख तक हो सकती है। इसी तरह भारत के पूर्व मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रमण्यम ने भारत में 49 लाख से अधिक मौतें होने का अनुमान लगाया है।
सरकार ने किया अधिक मौतों के दावों का खंडन
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, सरकार ने इस मामले में आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति कर मौतों की संख्या कम करके बताने के दावों का खंडन किा है। सरकार ने कहा, "कोरोना के डाटा प्रबंधन में केंद्र सरकार का दृष्टिकोण पारदर्शी है और सरकार के पास सभी कोरोना संबंधित मौतों का रिकॉर्ड रखने की मजबूत प्रणाली है। सभी राज्यों को नियमित आधार पर डाटा अपडेट करने को कहा है। ऐसे में भारत में अधिक मौतें बताने वाल अध्ययन पूरी तरह से गलत है।"
CRS प्रणाली से किया जाता है जन्म और मृत्यु का पंजीयन
सरकार की विज्ञप्ति में कहा गया है, "कानून आधारित नागरिक पंजीकरण प्रणाली (CRS) के जरिए देश में सभी जन्म और मृत्यु को पंजीकृत किया जाता है। CRS डाटा संग्रह में सत्यापन, मिलान और संख्याओं को प्रकाशित करने की प्रक्रिया अपनाई जाती है।" सरकार ने कहा, "हालांकि, यह एक लंबी प्रक्रिया है और इसके जरिए कोई भी मौत नहीं छूट सकती है। ऐसे में देश में कोरोना से हुई मौतों के डाटा में किसी भी प्रकार की गड़बड़ नही हैं।"
डाटा संग्रहण में किया जा रहा है ICMR के दिशानिर्देशों का पालन
सरकार ने यह भी कहा है कि मौतों की गणना के भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन किया जा रहा है और राज्यों को मौतों का पता लगाने के लिए अस्पतालों के रिकॉर्ड की समीक्षा करने की सलाह दी हैं।
अमेरिकी अध्ययन में किया गया है भारत में 49 लाख मौत होने का दावा
बता दें कि अमेरिका के सेंटर फॉर ग्लोबल डवलपमेंट की ओर से किए गए अध्ययन में सामने आया है कि भारत में कोरोना वायरस महामारी के कारण अपनी जान गंवाने वाले लोगों की संख्या 34 से 49 लाख तक हो सकती है। अध्ययन पिछले सालों में हुई कुल मौतों की महामारी में हुई मौतों से तुलना की गई है। इसी तरह जून में एक अंतरराष्ट्रीय पत्रिका ने भारत में मौतों की संख्या सात गुना अधिक होने का दावा किया था।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 29,689 नए मामले सामने आए और 415 मरीजों की मौत हुई। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,14,40,951 हो गई है। इनमें से 4,21,382 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 3,98,100 हो गई है। देश में पिछले कुछ दिनों में कई बार सक्रिय मामले बढ़ चुके हैं और ये चिंता का विषय है।