नई रक्षा नीति के कारण सीमाओं पर भारत को कोई चुनौती नहीं दे सकता- अमित शाह
क्या है खबर?
सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने शनिवार को अपना 18वां अलंकरण समारोह आयोजित किया। इसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत कर वीर जवानों को सम्मानित किया।
कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भारत के लिए एक अलग रक्षा नीति तैयार किए जाने के बाद से कोई भी भारत की सीमाओं और इसकी संप्रभुता को चुनौती नहीं दे सकता है। यह देश के लिए बड़ी उपलब्धि है।
जानकारी
क्यों मनाया जताया है BSF का अलंकरण समारोह?
बता दें BSF की ओर से पहले महानिदेशक और पद्म विभूषण से सम्मानित केएफ रुस्तम की याद में हर साल अलंकरण समारोह आयोजित किया जाता है। इसकी शुरुआत साल 2003 से हुई थी।
आधुनिक भारत के सबसे प्रसिद्ध पुलिस अधिकारी में से एक रुस्तमजी को BSF का जनक माना जाता है। उनकी की असाधारण दृष्टि और दृढ़ नेतृत्व ने BSF को नया आकार दिया है। उनके नेतृत्व के कारण ही BSF को एक बेहतरीन लड़ाकू बल का दर्जा मिला है।
संबोधन
प्रधानमंत्री मोदी के सत्ता में आने से पहले नहीं थी कोई रक्षा नीति- शाह
गृह मंत्री शाह ने कहा, "2014 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के पहली बार सत्ता में आने के समय देश में कोई रक्षा नीति नहीं थी। विदेश नीति में ही रक्षा नीति को समाहित किया गया था। ऐसे में विदेश नीति रक्षा नीति पर हावी हो गई थी।"
उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने देश को अलग से रक्षा नीति तैयार की थी। उसी का नतीजा है कि आज सीमाओं पर भारत और उसकी संप्रभुता को कोई चुनौती नहीं दे सकता।"
सलाम
गृह मंत्री ने देश के लिए बलिदान देने वालों को किया सलाम
गृह मंत्री शाह ने कहा, "मैं उन लोगों को सलाम करता हूं जिन्होंने सर्वोच्च बलिदान दिया है। पूरा देश जानता है आप सजग बनकर देश की सीमाओं की सुरक्षा कर रहे हैं। इसी कारण आज देश लोकतंत्र के अपनाए हुए विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है, उन बलिदानियों को कभी भुलाया नहीं जा सकता।"
उन्होंने कहा, "वर्तमान में देश में घुसपैठ, हथियारों की तस्करी और ड्रोन जैसी कई चुनौतियां हैं, लेकिन मुझे पैरामिलिट्री फोर्स पर पूरा विश्वास है।"
जानकारी
गृह मंत्री ने BSF के 27 वीर जवानों को किया सम्मानित
अलंकरण समारोह में गृह मंत्री शाह ने BSF के 27 वीर जवानों को पदक देकर सम्मानित किया। इस दौरान जवानों ने गृह मंत्री को सलामी दी। कार्यक्रम के अंत में BSF महानिदेशक राकेश अस्थाना ने अतिथियों को आभार जताया।
कार्रवाई
ड्रोन हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रही है सुरक्षा एजेंसियां- शाह
जम्मू एयरबेस पर हाल ही में हुए ड्रोन हमले पर गृह मंत्री शाह ने कहा, "रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) और अन्य सुरक्षा एजेंसियां ड्रोन के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर रही हैं। हमें पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों द्वारा कृत्रिम बुद्धिमत्ता और रोबोटिक्स के उपयोग के लिए तैयार रहना होगा।"
इस दौरान राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा और निसिथ प्रमाणिक, गृह सचिव अजय भल्ला और BSF महानिदेशक राकेश अस्थाना ने भी जवानों की तारीफ की।
गठन
भारत में 1965 में हुई थी BSF की स्थापना
भारत में सीमाओं की रक्षा करने वाली BSF की स्थापना 1 दिसंबर, 1965 को महज 25 बटालियनों के साथ हुई थी।
उसके बाद से BSF ने न सिर्फ सीमाओं की रक्षा के लिए वीरता और साहस की असाधारण मिसाल पेश की बल्कि देश निर्माण के लिए हर मौके पर तत्पर और तैनात रहे हैं।
आज BSF में 192 बटालियन है और 2.65 लाख से अधिक अधिकारी और जवान इसमें सेवा दे रहे हैं। देश में BSF की अलग पहचान है।