कोरोना संकट: केंद्र ने केरल और महाराष्ट्र से नाइट कर्फ्यू पर विचार करने को कहा
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने केरल और महाराष्ट्र से उन इलाकों में नाइट कर्फ्यू लगाने को कहा है, जहां कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज बनी हुई है।
इन दोनों राज्यों में देश के सर्वाधिक मामले दर्ज हो रहे हैं। केरल में खासकर स्थिति चिंताजनक बनी हुई है और यहां बीते दो दिनों से रोजाना 30,000 से अधिक लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं।
पिछले एक हफ्ते में भारत में सामने आए कोरोना मामलों में से 60 प्रतिशत अकेले केरल से थे।
कोरोना संकट
गृह सचिव ने की थी महाराष्ट्र और केरल के साथ बैठक
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केंद्रीय गृह सचिव ने केरल और महाराष्ट्र के साथ बैठक की थी। इसके बाद जारी बयान में गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि संक्रमण की रफ्तार पर रोक लगाने के लिए अधिक प्रयासों की जरूरत है।
मंत्रालय ने कहा कि इन प्रयासों में अधिक मामलों वाले इलाकों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, वैक्सीनेशन कैंप और कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन सुनिश्चित करवाना आदि शामिल है।
जानकारी
नाइट कर्फ्यू पर विचार करने को कहा
मंत्रालय ने दोनों राज्यों को अधिक पॉजिटिविटी रेट वाले इलाकों में नाइट कर्फ्यू लगाने की संभावना पर विचार करने का कहते हुए वैक्सीन की अतिरिक्त आपूर्ति करने का भी भरोसा दिया है।
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केरल में रविवार को रहेगा लॉकडाउन
कोरोना संक्रमण की तेज रफ्तार को देखते हुए केरल सरकार ने राज्य में रविवार को लॉकडाउन जारी रखने का फैसला किया था।
त्योहारों को देखते हुए राज्य सरकार ने रविवार को लगने वाले लॉकडाउन को बंद कर दिया था, लेकिन अब फिर से इसे लागू करने का निर्णय लिया गया है।
बता दें कि केरल में बीते कई दिनों से कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेज बनी हुई है और यहां देश में सर्वाधिक दैनिक मामले दर्ज हो रहे हैं।
कोरोना वायरस
दोनों राज्यों में क्या है संक्रमण की स्थिति?
कोरोना से देश के सर्वाधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में बीते दिन 5,108 लोगों को संक्रमित पाया गया, वहीं 159 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ यहां संक्रमितों की संख्या 64,42,788 हो गई है, जिनमें से 1,36,730 लोगों की मौत हुई है।
वहीं केरल में 30,077 लोगों को संक्रमित पाया गया और 162 मरीजों की मौत हुई। यहां अब तक 39,13,506 लोगों को संक्रमित पाया गया है और 20,134 मौतें हुई हैं।
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देश में स्थिर बने हुए हैं दैनिक मामले
भारत में बीते लगभग दो महीनों से कोरोना के दैनिक मामलों की संख्या 40,000 के आसपास स्थिर बनी हुई है।
एक बार यह घटकर 25,000 पर आई थी, लेकेिन बीते तीन दिनों से फिर यह 40,000 से पार पहुंच गई है। इस वृद्धि के पीछे सबसे बड़ा योगदान केरल और महाराष्ट्र का है।
इसी बीच कोरोना की तीसरी लहर की आशंका भी जताई जा रही है। सरकार का कहना है कि अक्टूबर तक तीसरी लहर आ सकती है।
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देश में संक्रमण और वैक्सीनेशन की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना के 44,658 नए मामले सामने आए और 496 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 3,26,03,188 हो गई है। इनमें से 3,44,899 सक्रिय मामले हैं और 4,36,861 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है।
वहीं वैक्सीनेशन की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 61,22,08,542 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 79,48,439 खुराकें लगाई गईं। भारत अपनी आधी व्यस्क आबादी को कम से कम एक खुराक लगा चुका है।