लॉकडाउन: इन जगहों पर खुल सकेंगी शराब की दुकानें, केंद्र सरकार ने दी अनुमति
देश में बढ़ते कोरोना के प्रसार को देखते हुए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन को 4 मई से दो सप्ताह के लिए आगे बढ़ा दिया है। हालांकि, सरकार ने इसमें विभिन्न क्षेत्रों के लिए छूट दी है। राज्य सरकारों की राजस्व संबंधी दलीलों को देखते हुए सरकार ने सभी जोन में शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी है। इस घोषणा ने शराब कंपनियों को बड़ी राहत दी है, जो अब कुछ सप्ताह बाद लाभ की उम्मीद कर सकती है।
इन पाबंदियों के साथ खोली जाएंगी दुकानें
सरकार ने आदेश में कहा है कि ग्रीन और ऑरेंज जोन में शराब और पान की दुकानें खुल सकती हैं। रेड जोन में इन दुकानों का संचालन कंटेनमेंट क्षेत्र से बाहर किया जा सकता है। इन क्षेत्रों में केवल स्टैंडअलोन दुकानें ही खुल सकेंगी और मॉल नहीं खुलेंगे। इसके अलावा दुकान संचालकों को ग्राहकों के बीच दो मीटर की दूरी रखने के निर्देश दिए गए हैं। किसी भी दुकान पर पांच से अधिक लोगों के एकत्र होने पर पाबंदी रहेगी।
शराब व्यापारियों ने दिया निर्देशों का पालन करने का आश्वानसन
केंद्र सरकार की घोषणा से खुश होकर सभी शराब व्यापारी और कंपनी संचालकों ने सरकार के सभी निर्देशों का सख्ती से पालन कराने का आश्वासन दिया है। डियाजियो इंडिया, पेरनोड रिकार्ड, बीम सनटोरी, बकार्डी आदि ब्रांड सेल करने वाली इंटरनेशनल स्पिरिट्स एंड वाइंस एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ISWAI) ने कहा कि वह सोशल डिस्टैंसिंग को बढ़ावा देंगे। अध्यक्ष अमृत किरण सिंह ने कहा कि वह इसके लिए 'सेफ शील्ड' नामक कार्यक्रम शुरू करने की योजना बना रहे हैं।
"संपर्क रहित बिक्री के लिए रखी जाएगी अलग ट्रे"
अध्यक्ष सिंह ने कहा, "जैसे ही नए दिशा-निर्देश लागू होंगे, हम 'सेफ शील्ड' नामक कार्यक्रम शुरू करेंगे। इसके तहत दुकानों के बाहर सोशल डिस्टैंसिंग के संकेत चिपकाए जाएंगे। संपर्क रहित बिक्री के लिए अलग से ट्रे रखी जाएगी।"
स्विगी और जोमैटो के माध्यम से बोतलों की ऑनलाइन बिक्री करना चाहते हैं सिंह
ISWAI दूसरे चरण में शराब की ऑनलाइन डिलीवरी के लिए स्विगी और ज़ोमैटो जैसे प्लेटफार्मों के साथ साझेदारी करने की योजना बना रहा है। इसके लिए सरकार के साथ बातचीत जारी है। सिंह ने कहा कि कोरोना का प्रकोप अभी आगे भी जारी रहेगा। ऐसे में उन्हें शराब की खुदरा बिक्री के 'सेफ शील्ड' और होम डिलीवरी को लागू करना होगा। अगर इसे सही तरह से किया गया तो राज्यों को 75% राजस्व मिल सकता है।
कई कंपनियां फिर से शुरू करना चाहती है अपना कारोबार
ISWAI ने खुलासा किया कि कंपनियों ने पहले ही उत्तर प्रदेश, असम और कर्नाटक जैसे राज्यों में उत्पादन शुरू कर दिया है। जल्द ही व्हिस्की, रम, वोदका, जिन और बीयर की बिक्री शुरू हो सकती है। कुछ कंपनियां जैसे, डियाजियो, पेरनॉड रिकार्ड, अलाइड ब्लेंडर्स एंड डिस्टिलर्स, ब्राउन-फॉरमैन, बकार्डी, मोहन मीकिन और रेडिको खेतान आदि फिर से अपना कारोबार शुरू करना चाहती है। सभी जगह आदेशों का पालन किया जाएगा।
गिरते राजस्व को देखते हुए सरकार ने किया नियमों में बदलाव
सिंह ने कहा कि नए नियम से 2.5 लाख करोड़ या प्रतिदिन करीब 700 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होना शुरू हो जाएगा। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया कि सभी राज्यों के लगातार गिरते राजस्व को देखते हुए क्षेत्रों में स्टैंडअलोन शराब की दुकानों को फिर से खोलने का फैसला लिया गया है। हालाँकि, सभी राज्य अपने यहां की स्थिति के अनुसार दुकानों को बंद रखने का निर्णय कर सकते हैं।
एक अन्य निकाय ने भी सरकार की घोषणा पर दी समान प्रतिक्रिया
भारतीय मादक पेय कंपनियों के महासंघ (CIABC) के महानिदेशक विनोद गिरी ने कहा कि अधिकांश बड़े संयंत्र उत्पादन फिर से शुरू कर सकते हैं। उन्होंने TOI को बताया कि अधिकांश शराब भट्टियां ग्रामीण क्षेत्रों या औद्योगिक क्षेत्रों में हैं, जहां अब कड़े प्रतिबंध नहीं हैं। अधिकतर इकाइयां महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, आंध्र प्रदेश आदि राज्यों में हैं। ऐसे में इनके फिर से संचालित होने से राजस्व आय में बढ़ोत्तरी होगी।