दिल्ली में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित किया गया, अब तक दर्ज हुए 773 मामले
क्या है खबर?
राजधानी दिल्ली में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों की बीच इसे महामारी घोषित कर दिया गया है।
उप राज्यपाल अनिल बैजल ने गुरुवार को महामारी रोग अधिनियम के तहत ब्लैक फंगस को एक बीमारी के रूप में अधिसूचित किया। इसके बाद सभी अस्पतालों के लिए ब्लैक फंगस के संदिग्ध और पुष्ट मामलों की मामलों की जानकारी सरकार को देना जरूरी हो गया है।
बता दें कि गुरुवार को दिल्ली में ब्लैक फंगस के 153 नए मामले सामने आए थे।
जानकारी
क्या होता है ब्लैक फंगस?
ब्लैक फंगस या म्यूकरमायकोसिस एक दुर्लभ संक्रमण है। यह म्यूकर फंगस के कारण होता है जो मिट्टी, पौधों, खाद, सड़े हुए फल और सब्ज़ियों में पनपता है।
यह आमतौर पर उन लोगों को प्रभावित करता है जो लंबे समय दवा ले रहे हैं और जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। भारत में अब तक इसके 11,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।
देश में ब्लैक के बाद व्हाइट फंगस और येलो फंगस के भी मामले सामने आए हैं।
अधिसूचना
नियमों के उल्लंघन को माना जाएगा अपराध
अधिसूचना जारी होने के बाद अब राजधानी के सभी अस्पताल ब्लैंक फंगस संक्रमण का पता लगाने, जांच और इलाज के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी दिशानिर्देशों का पालन करेंगे।
इसके अलावा अब कोई भी व्यक्ति, संस्था या संगठन स्वास्थ्य विभाग से अनुमति मिले बिना ब्लैक फंगस के प्रबंधन को लेकर किसी तरह की जानकारी या सामग्री आगे नहीं फैला सकेेगा। नियमों के उल्लंघन को धारा 188 के तहत अपराध माना जाएगा।
ब्लैक फंगस
दिल्ली में 773 तो देश में 11,717 मामले
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को बताया कि राजधानी में ब्लैक फंगस के 620 मामले थे। अब 153 नए मामलों के साथ ब्लैक फंगस से संक्रमितों की कुल संख्या 773 हो गई है। 23 मई को दिल्ली में 200 से अधिक मामले दर्ज हुए थे।
पूरे देश की बात करें तो अब तक ब्लैक फंगस के 11,717 मामले दर्ज हो चुके हैं। इनमें से सबसे ज्यादा 2,859 मामले गुजरात और 2,770 महाराष्ट्र में दर्ज हुए हैं।
ब्लैक फंगस
कमजोर इम्युनिटी वाले मरीजों को अधिक खतरा
देश में महामारी की दूसरी लहर के बाद से ब्लैक फंगस के मामलों में तेजी देखने को मिल रही है। डॉक्टरों का कहना है कि कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को ब्लैक फंगस होने का ज्यादा खतरा है।
स्टेरॉयड का अधिक सेवन ब्लैक फंगस की बड़ी वजह मानी जा रही है।
यह केवल कोरोना संक्रमित मरीजों को ही निशाना नहीं बना रहा है। पंजाब में 30 से अधिक ऐसे लोगों को ब्लैक फंगस हुआ है, जिन्हें कोरोना नहीं था।
जानकारी
क्या है ब्लैक फंगस के लक्षण?
अगर किसी व्यक्ति के नाक से खून आ रहा है और नाक में किसी तरह की परेशानी हो रही है तो ये ब्लैक फंगस के लक्षण हो सकते हैं।
सिर और आंखों में दर्द, आंखों के आसपास सूजन, आंखे लाल रहना, नजर कमजोर होना, आंखें बंद करने और खोलने में परेशानी होना आदि भी इसके लक्षण हैं।
इसके अलावा चेहरे सूना हो जाना, छाती में दर्द, मुंह खोलने और चबाने में दिक्कत होना भी इसके लक्षणों में शामिल हैं।