लेबनान में पेजर में हुए धमाकों पर कैसी है भारत की तैयारी, सेना प्रमुख ने बताया
क्या है खबर?
मध्य पूर्व देश लेबनान में सशस्त्र समूह हिजबुल्लाह सदस्यों के पेजर और वॉकी-टॉकी समेत अन्य उपकरणों में सेंध लगाकर इजरायल ने जो धमाका किया, उससे दुनिया चकित है।
भारत में ऐसी स्थिति आए तो उससे निपटने के क्या उपाय है? फर्स्टपोस्ट के साथ साक्षात्कार में इस सवाल पर सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने जवाब दिया।
जनरल ने कहा, "आप जिस पेजर की बात कर रहे हैं, वह ताइवान की कंपनी है, जो हंगरी की कंपनी को सप्लाई करती है।"
बयान
आगे क्या बोले सेना प्रमुख?
सेना प्रमुख ने आगे कहा, "हंगरी की कंपनी ने इसके बाद उसे उन्हें दे दिया। जो शेल कंपनी बनाई गई है, वह इजरायलियों का मास्टरस्ट्रोक है। और इसके लिए सालों-साल की तैयारी की जरूरत होती है। इसका मतलब है कि वे इसके लिए तैयार थे। युद्ध वैसे नहीं शुरू होता जैसा आप लड़ना शुरू करते हैं। यह उसी दिन शुरू होता है जब आप योजना बनाना शुरू करते हैं। और यही सबसे महत्वपूर्ण है।"
युद्ध
भारत को रहना होगा सतर्क- जनरल
जनरल द्विवेदी ने कहा, "हमारे पक्ष में, आपूर्ति श्रृंखला में रुकावट, अवरोधन ऐसी चीजें हैं जिनके बारे में हमें बहुत सावधान रहना होगा। हमें विभिन्न स्तरों पर निरीक्षण करना होगा, चाहे वह तकनीकी स्तर पर हो या मैनुअल स्तर पर, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे मामले में ऐसी चीजें दोबारा न हों।"
जनरल ने इस इजरायल और हमास युद्ध को लेकर महाभारत के एक दृश्य का भी वर्णन किया, जिसमें अभिमन्यु चक्रव्यूह में फंस गया था।
धमाका
क्या है लेबनान में पेजर और वॉकी-टॉकी धमाका?
17 सितंबर को लेबनान के बेरूत में हिजबुल्लाह सदस्यों के पेजर में धमाके हुए। इसमें 12 से अधिक लोगों की जान गई, जिसमें 2 बच्चे भी शामिल थे।
पेजर धमाकों से लेबनान उबरा भी नहीं था कि 18 सितंबर को फिर हिजबुल्लाह सदस्यों के वॉकी-टॉकी, रेडियो समेत अन्य उपकरणों में धमाके हुए, जिसमें 25 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 3,000 लोग घायल हुए।
हिजबुल्लाह की गुप्त रिपोर्ट में 800 से अधिक की मौत की पुष्टि हुई थी।
युद्ध
लेबनान और इजरायल के बीच चल रहा है युद्ध
मध्य पूर्व में युद्ध पिछले साल 7 अक्टूबर को शुरू हुआ, जब फिलिस्तीन के सशस्र समूह हमास ने इजरायल पर हमला किया और 1,205 लोगों को मार डाला, जिनमें से ज़्यादातर नागरिक थे। उन्होंने 251 लोगों को बंधक भी बनाया।
इसके बाद इजरायल ने हमास के ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें 41,595 लोगों की जान गई।
इससे नाराज ईरान समर्थित हिजबुल्लाह ने फिलिस्तीनी नागरिकों के समर्थन में इजरायल से युद्ध शुरू किया। अब इजरायल लेबनान पर बमबारी कर रहा है।