
एयर इंडिया पर AI-171 पीड़ित परिवारों को मुआवजे के लिए धमकाने का आरोप, एयरलाइन का खंडन
क्या है खबर?
गुजरात के अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त एयर इंडिया AI-171 के पीड़ित परिवारों ने एयरलाइन पर शुरूआती मुआवजे की प्रक्रिया के दौरान उनको धमकाने और दबाव डालने का आरोप लगाया है। इंडिया टुडे के मुताबिक, ब्रिटेन स्थित कानूनी फर्म स्टीवर्ट्स ने बताया कि एयरलाइन मुआवजे से पहले परिवारों को वित्तीय खुलासे के लिए मजबूर कर रही है और कह रही है जवाब न देने पर मुआवजे से वंचित किया जा सकता है। स्टीवर्ट्स 40 से अधिक परिवारों का प्रतिनिधित्व कर रही है।
दावा
पीड़ित परिवारों से पूछे जा रहे हैं सवाल
स्टीवर्ट्स अहमदाबाद स्थित नानावटी एंड नानावटी और अमेरिकी कंपनियों क्लिफोर्ड लॉ ऑफिसेज और क्रेइंडलर एंड क्रेइंडलर के साथ साझेदारी में एयर इंडिया, बोइंग और अन्य संभावित उत्तरदायी पक्षों के खिलाफ दावे तैयार करने के लिए काम कर रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टीवर्ट्स के साझेदार पीटर नीनान ने एयर इंडिया की आलोचना की और कहा कि एयरलाइन ने पीड़ित परिवारों को एक विस्तृत प्रश्नावली दी है, जिसमें कथित तौर पर बिना किसी स्पष्टीकरण के कानूनी शर्तें शामिल हैं।
धमकी
एयर इंडिया ने परिवारों को दी धमकी- नीनान
नीनान ने कहा कि उनके मुवक्किलों ने प्रश्नावली दिखाई है, जिसमें कानूनी रूप से महत्वपूर्ण जानकारी की मांग की गई है, जिसमें कानूनी परिभाषा वाले शब्दों का इस्तेमाल किया गया है, जो परिवारों को नहीं बताया जा रहा है। बाद में इस जानकारी का इस्तेमाल उनके खिलाफ किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वे हैरान और स्तब्ध हैं, शर्म आनी चाहिए कि एयरलाइन ने परिवारों से कहा कि अनुपालन न करने का मतलब है कि कोई भुगतान नहीं होगा।
लड़ाई
कानूनी शब्दों में उलझा रहे पीड़ित परिवारों को
नीनान ने बताया कि जो फॉर्म परिवारों को दिए गए हैं, उसमें पूछा गया है कि क्या व्यक्ति मृतक पर आर्थिक रूप से निर्भर था, यह ऐसा सवाल है जो अंतिम मुआवजे की राशि को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि फॉर्म के शब्द और उस पर हस्ताक्षर करने का दबाव भविष्य के दावों को कमजोर कर सकता है। स्टीवर्ट ने ग्राहकों को इसे न भरने की सलाह दी है।
जवाब
एयर इंडिया ने दी अपनी सफाई
एयर इंडिया ने इंडिया टुडे को अपनी सफाई में आरोपों को गलत और निराधार बताया। एयरलाइन ने सफाई दी कि कुछ यात्रियों के बीच प्रसारित प्रश्नावली का उद्देश्य केवल पारिवारिक संबंधों की पुष्टि करना था, ताकि अंतरिम भुगतान का उचित वितरण सुनिश्चित हो सके। एयरलाइन ने कहा कि फॉर्म व्यक्तिगत या ईमेल से जमा हो सकते हैं और बिना बुलाए घर पर कोई दौरा नहीं होगा, 47 परिवारों को अंतरिम भुगतान हो चुका है, 55 के दस्तावेज जांच रहे हैं।
घटना
हादसे में मारे गए थे 275 लोग
12 जून को अहमदाबाद-लंदन बोइंग ड्रीमलाइनर 787-8 एयर इंडिया AI-171 बीजे मेडिकल कॉलेज की दीवार से टकराकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत 241 यात्री, 2 पायलट और 10 चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई, जबकि सीट नंबर 11A में बैठा एकमात्र यात्री बच गया। जमीन पर 30 लोगों की जान गई। हादसे की जांच चल रही है। DNA के बाद 250 से अधिक शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं।
जानकारी
कितना मिलेगा मुआवजा?
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद टाटा समूह ने प्रत्येक मृतक परिवार के सदस्य के लिए 1 करोड़ रुपये का स्वैच्छिक योगदान देने की घोषणा की है और दीर्घकालिक सहायता सुनिश्चित करने के लिए 500 करोड़ रुपये का ट्रस्ट स्थापित किया जा रहा है।