आंध्र प्रदेश: 18 दिन वेंटिलेटर पर रहकर मासूम ने दी कोरोना वायरस को मात
आंध्र प्रदेश में एक चार महीने की बच्ची ने 18 दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद कोरोना वायरस (COVID-19) को मात दी है। महामारी के कारण चारों तरफ फैले निराशा के माहौल में यह उम्मीद जगाने वाली कहानी है। विशाखापट्टनम के जिलाधिकारी विनय चंद ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि महामारी को हराने के बाद बच्ची को विशाखा इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (VIMS) से शुक्रवार को छुट्टी दे दी गई है। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
बच्ची की मां को भी पाया गया था संक्रमित
यह बच्ची पूर्वी गोदावरी के आदिवासी इलाके रामपाचोडावरम आदिवासी इलाके की रहने वाली है। बच्ची की मां को मई में कोरोना संक्रमित पाया गया था। बाद में जब उनके संपर्क में आए लोगों की जांच की गई तो छोटी बच्ची भी कोरोना संक्रमित पाई गई। इसके बाद 25 मई को उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। चंद ने बताया, "बच्ची को 18 दिन तक वेंटिलेटर पर रखा गया था। अब उसके कोरोना वायरस टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।"
आंध्र प्रदेश में अब तक कितने मामले?
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, आंध्र प्रदेश में अभी तक 5,680 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 2,495 सक्रिय मामले हैं, 3,105 लोग ठीक हो चुके हैं और 80 लोगों की मौत हुई है।
दिल्ली में ढाई महीने के बच्चे ने कोरोना को हराया था
विशाखापट्टनम की तरह दिल्ली में भी ऐसा ही मामला सामने आया था। यहां जून में एक ढाई महीने के बच्चे संचिन ने कोरोना वायरस को मात दी है। मार्च में पैदा हुए संचित को दिल की दुर्लभ बीमारी थी। डॉक्टरों ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि उसकी दिल से जुड़ी धमनियां बंद हैं। इस वजह से उसका दिल खून को साफ नहीं कर पाता और उसे कभी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिलती।
अहम ऑपरेशन से पहले हुई संचित में संक्रमण की पुष्टि
संचित के पिता कल्पनाथ राव ने कहा कि कई जगह दिखाने के बाद वो उसे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) लेकर गए। 7 मई को जब अस्पताल पहुंचे तब तक संचित की हालात काफी नाजुक हो गई थी और डॉक्टरों ने तुरंत ऑपरेशन की योजना बनाई। ऑपरेशन से पहले जब उसका कोरोना वायरस टेस्ट किया गया तो रिपोर्ट पॉजीटिव आई। संचित के साथ-साथ उसके माता-पिता में भी कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई।
परिवार ने खो दी थी उम्मीद
8-18 मई के बीच लगभग 10 दिनों के इलाज के बाद संचित कोरोना को हराकर ठीक हो चुका था। 23 मई को डॉक्टरों ने उसकी ओपन हर्ट सर्जरी की। यह ऑपरेशन तीन घंटे तक चला था। इसी बीच उसका परिवार उम्मीद खो बैठा था। राव ने कहा कि जब संचित को कोरोना संक्रमित पाया गया तो लगा कि अब वह ठीक नहीं हो पाएगा, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें भरोसा दिया। अब धीरे-धीरे उसकी सेहत में सुधार हो रहा है।