गुजरात: सूरत में लॉकडाउन उल्लंघन और पुलिस पर हमले के मामले में 93 प्रवासी मजदूर गिरफ्तार
देश में कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लागू किया लॉकडाउन अब विभिन्न राज्यों में फंसे प्रवासी मजदूरों के लिए बड़ी परेशानी बन गया है। घर जाने की लालसा में प्रवासी मजदूर अब न केवल लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, बल्कि उन्हें रोकने पर पुलिसकर्मियों पर भी हमला करने पर उतारू हैं। इसी को लेकर गुजरात की सूरत पुलिस ने रविवार रात से लेकर सोमवार सुबह तक 93 प्रवासी मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया है।
500 लोगों के खिलाफ दर्ज किया मामला
पुलिस की ओर से 500 लोगों के खिलाफ महामारी अधिनियम 1897 के प्रावधान सहित दंगा करने, पुलिस पर हमला करने, सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने तथा जन सुरक्षा के लिए लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है।
वाहनों की व्यवस्था की मांग को लेकर सड़कों पर उतरे
सूरत की पुलिस उपायुक्त विद्या चौधरी ने बताया कि लॉकडाउन के बाद भी क्षेत्र में मौजूद सैकड़ों प्रवासी मजदूर अपने घरों को जाने का प्रयास कर रहे हैं। इसको लेकर रविवार रात को गणेश नगर और तिरुपति नगर में रहने वाले करीब 500 प्रवासी मजदूर सड़कों पर उतर आए। वह पुलिस से उन्हें घर भेजने के लिए वाहनों की व्यवस्था की मांग कर रहे थे। उन्होंने जमकर सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की।
प्रवासी मजदूरों ने किया पुलिस पर किया पथराव
पुलिस उपायुक्त चौधरी ने बताया कि सड़कों पर उतरे मजदूरों को पुलिस ने घरों और आश्रय स्थलों में रहने के लिए समझाया, लेकिन वह नहीं माने और उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इसमें कुछ पुलिसकर्मियों को चोट आई तो दर्जनों पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। बाद में पुलिस ने आंसू गैस के 30 गोले दागकर भीड़ को तितर-बितर किया। पुलिस ने कुछ लोगों को भी गिरफ्तार किया। सुबह तक कुल 93 मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
कपड़ा फैक्टि्रयों में काम करते हैं सैकड़ों मजदूर
पुलिस उपायुक्त ने बतया कि पांडेसर क्षेत्र की पावरलूम व कपड़ा फैक्टि्रयों में बिहार और उत्तर प्रदेश के सैकड़ों मजदूर काम करते हैं। रविवार रात को इन्हीं मजदूरों ने वाहन उपलब्ध कराने की मांग को लेकर जमकर हंगाम करते हुए पुलिस पर पथराव किया था।
दिल्ली और उत्तर प्रदेश में जमा हुई थीं मजदूरों की भीड़
अपने घरों को जाने के लिए दिल्ली और उत्तर प्रदेश में भी गत शनिवार को हजारों मजदूरों की भीड़ जमा हो गई थी। उत्तर प्रदेश प्रशासन ने बसों के जरिए इन मजदूरों को गंतव्य के लिए रवाना किया था, लेकिन दिल्ली प्रशासन पर्याप्त व्यवस्था करने में नाकाम रहा था। इसको लेकर गृह मंत्रालय ने इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए दो वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। इसी प्रकार दो अन्य अधिकारियों को कारण बताओ नोटिए दिया गया है।
गृह मंत्रालय ने राज्यों को दिए निर्देश
प्रवासी मजदूरों के पलायन को रोकने के लिए गृह मंत्रालय ने सभी राज्य सरकारों को उनके वहां प्रवासी मजदूरों के पलायन को राकने तथा उनके रहने व खाने की माकूल व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकारें इसके लिए हरसंभव प्रयास कर रही हैं।
भारत में 1,071 पहुंची कोरोना संक्रमितों की संख्या
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार सोमवार सुबह 10:30 बजे तक देश में संक्रमितों की संख्या 1,071 पहुंच गई है। इनमें से 29 लोगों की मौत हो गई, जबकि 99 को स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। कोरोना संक्रमितों की सबसे ज्यादा संख्या केरल में 194, महाराष्ट्र 193, उत्तर प्रदेश 75, तेलंगाना 69, कर्नाटक 80, गुजरात 58, राजस्थान 57 और दिल्ली में 53 है। गुजरात में पांच लोगों की मौत भी हो चुकी है।