हैदराबाद: बाढ़ राहत शिविरों में कोरोना का कहर, संक्रमण के 90 मामले सामने आए
बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण पिछले सप्ताह हैदराबाद में तेज बारिश के कारण आई बाढ़ ने अब कोरोना वायरस के संक्रमण सहित अन्य बीमारियों के तेजी से प्रसार का रास्ता खोल दिया है। बाढ़ से बचाव के लिए हैदराबाद में संचालित बाढ़ राहत शिविरों में कोरोना संक्रमण के अब तक 90 मामले सामने आ चुके हैं। इसने सरकार और स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ा दी है। अधिकारी अब संक्रमितों को आइसोलेट करने में जुटे हैं।
हैदराबाद में वर्षा जनित हादसों में अब तक हुई 50 लोगों की मौत
बता दें कि हैदराबाद में पिछले सप्ताह की मूसलाधार बारिश से बाढ़ की चपेट में आ गया था। इसके बाद शनिवार को फिर से शुरू हुई बारिश ने और हालत खराब कर दिए। क्षेत्र में वर्षा जनित हादसों से अब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है। कई इलाके अभी भी पूरी तरह से जलमग्न हैं। प्रभावित इलाकों के लोगों को बाढ़ राहत शिविरों में रखा जा रहा है।
3,406 लोगों की जांच में 90 के हुई संक्रमण की पुष्टि
न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) में संचालित 585 बाढ़ रात शिविरों में कोरोना संक्रमण जैसे लक्षण रखने वाले कुल 3,406 लोगों की जांच की गई थी। इनमें से 90 लोगों के कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। सभी को क्वारंटाइन और अस्पतालों में भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि शिविरों में संक्रमण की दर 2.6 प्रतिशत रही है। ऐसे में अब शिविरों में रहने वालों पर नजर रखी जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने संभावित लक्षण दिखने पर की जांच कराने की अपील
तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री एटाला राजेंनद्र ने कहा, "बाढ़ के कारण अब पूरे राज्य में मौसमी बीमारियों के तेजी से फैलने का खतरा बढ़ गया है। सर्दी-जुकाम के मामले भी बढ़ेंगे और ये लक्षण कोरोना संक्रमण से समान है।" उन्होंने कहा, "बारिश के बाद अब सर्दी-जुकाम के मामले बढ़ेंगे। ऐसे में मैं लोगों से अपील करता हूं कि इस तरह के कोई भी लक्षण नजर आने पर आवश्यक रूप से अस्प्ताल पहुंचकर कोरोना संक्रमण की जांच कराएं।"
शिविरों में बीमारियों के तेजी से फैलने का है खतरा
सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ श्रीनिवास राव ने बताया कि बारिश के बाद इन राहत शिविरों में मौसमी बीमारी और कोरोना संक्रमण के तेजी से फैलने का खतरा बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि शिविरों में वर्तमान में 38,516 लोग रह रहे हैं। सभी लोगों को दवाइयां वितरित कर दी गई हैं। इसी तरह शिविरों में लोगों के उपयोग के लिए 30,367 मास्क और 2,795 हैंड सैनिटाइजर की बोतलें भिजवाई गई हैं। सभी उपयोग के निर्देश दिए गए हैं।
शिविरों में इन बीमारियों के फैलने का भी है खतरा
चिकित्सा निदेशक डॉ रमेश रेड्डी ने बताया कि राहत शिविरों में कोरोना वायरस के संक्रमण के अलावा डायरिया, हैजा, डेंगू, मलेरिया आदि बीमारियों के भी फैलने का खतरा है। ऐसे में शिविरों में पीने के लिए स्वच्छ पानी, टेलीमेडिसिन के माध्यम से डॉक्टरों को 24x7 उपलब्धता, ORS और क्लोरीन की घर-घर गोलियां भिजवाई जा रही है। इसी तरह लोगों को पानी का उबालकर पीने और अन्य एहतियात बरतने के लिए जागरुक किया गया है।
तेलंगाना में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
तेलंगाना में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2.23 लाख पर पहुंच गई है। इनमें से अब तक 1,275 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी तरह अब तक कुल 2.01 लाख लोग उपचार के बाद ठीक हो चुके हैं।