दिल्ली-NCR में 43 प्रतिशत लोगों के परिवार या करीबियों को इस साल हुआ डेंगू- सर्वे
कोरोना वायरस महामारी के बाद अब देश में डेंगू का प्रकोप फैल रहा हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और NCR क्षेत्र की हालत सबसे ज्यादा खराब है। यहां प्रतिदिन डेंगू के दर्जनों मामले सामने आ रहे हैं। इसी बीच डिजिटल मंच 'लोकल सर्किल्स' पर डेंगू को लेकर किए गए एक सर्वे में सामने आया है कि दिल्ली और NCR क्षेत्र के 43 प्रतिशत लोगों के परिवार में या उनका कोई न कोई करीबी इस साल डेंगू की चपेट में आया है।
सर्वे में 15,000 लोगों को किया गया था शामिल
इंडिया टुडे के अनुसार, 'लोकल सर्किल्स' पर डेंगू को लेकर किए इस सर्वे में 14,974 लोगों की प्रतिक्रियाएं ली गई थी। इनमें गाजियाबाद के 57 प्रतिशत, दिल्ली के 45 प्रतिशत, नोएडा के 44 प्रतिशत, फरीदाबाद के 40 प्रतिशत और गुड़गांव के 29 प्रतिशत लोग शामिल थे। इसमें लगभग 43 प्रतिशत लोगों ने कहा कि इस साल उनके परिवार या उनके करीबी रिश्तेदारों में से कोई न कोई वायरल डेंगू बुखार की चपेट में आया है।
10 प्रतिशत लोगों ने हैरान कर देने वाली जानकारी
सर्वे के अनुसार, दिल्ली-NCR के 10 प्रतिशत लोगों के परिवार या करीबियों में से चार या उससे अधिक लोगों को डेंगू हुआ था। इसी तरह नौ प्रतिशत लोगों ने दो या तीन और 16 प्रतिशत ने एक व्यक्ति के डेंगू होने की जाकनारी दी है। लोगों ने बताया कि अगस्त के मध्य से उनके परिवार या रिश्तेदार को तेज बुखार, थकान और जोड़ों में दर्द जैसे डेंगू के लक्षण दिखाई दिए हैं। इस दौरान वह काफी गंभीर हालत में रहे।
53 प्रतिशत लोगों ने दी डेंगू नहीं होने की जानकारी
सर्वे के अनुसार, दिल्ली-NCR के 53 प्रतिशत लोगों में से ज्यादातर ने कहा कि उनके परिवार या आस-पास कोई भी डेंगू की चपेट में नहीं आया है। इसी तरह तीन प्रतिशत ने इस बारे में कुछ कह नहीं सकने की बात कही है।
लोगों ने लगाया फॉगिंग नहीं किए जाने का आरोप
सर्वे में अधिकतर लोगों का कहना था कि डेंगू या मलेरिया से बचाव के लिए उनकी नगरपालिकाओं ने मच्छर रोधी फॉगिंग नहीं कराई है या बहुत कम ने ही ऐसा किया हैं। इससे क्षेत्र के हालात बिगड़ रहे हैं। वर्तमान में दिल्ली के अपोलो और मैक्स अस्पताल में पिछले साल की तुलना में डेंगू के मामले 30 से 60 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। इसी तरह गंगा राम अस्पताल में भी प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में मरीज आ रहे हैं।
ब्लड प्लेटलेट की मांग में हुआ इजाफा- तपारिया
लोकल सर्किल्स के संस्थापक सचिन तपारिया ने कहा, "पिछले छह सप्ताह से सप्ताह-दर-सप्ताह ब्लड प्लेटलेट की मांग में 100 प्रतिशत से अधिक का इजाफा देखा गया है। सर्वेक्षण में पाया गया कि डेंगू से केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि NCR भी बुरी तरह प्रभावित है।" उन्होंने कहा, "यह स्थिति प्रसार को नियंत्रित करने और कम करने के साथ-साथ अतिरिक्त स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के लिए अधिकारियों के तत्काल हस्तक्षेप का भी सुझाव देता है।"
डेंगू के लक्षण क्या हैं?
डेंगू से संक्रमित हर चार में से एक व्यक्ति बीमार पड़ता है। इनमें सिरदर्द, बुखार, पेट दर्द, मुंह और नाक से खून आना, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी आना और डायरिया जैसे लक्षण होते हैं। वहीं हर 20 में से एक में लक्षण गंभीर हो जाते हैं, जो जानलेवा साबित हो सकते हैं। इसकी कोई विशेष दवा नहीं है। मरीजों को आराम करने, पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ पीने और दर्द निवारक दवाएं जैसे पैरासिटामोल आदि की सलाह दी जाती है।
डेंगू से बचाव के तरीके क्या हैं?
डेंगू से बचने के लिए किए जा सकते हैं ये उपाय: 1) लंबी आस्तीन वाली शर्ट और लंबी पैंट पहनें। 2) खाली बर्तनों और बाल्टियों को उल्टा करें ताकि उनमें पानी न रुक सके। 3) शरीर के खुले अंगों पर मच्छर से बचाने वाली क्रीम और लोशन लगाएं। 4) घर के आसपास कहीं भी पानी इकट्ठा न होने दें। 5) सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। 6) अपने डस्टबिन को नियमित साफ करें और ढककर रखें।