जिस बच्चे की चोरी के शक में भीड़ ने शख्स को पीटा, वो निकला उसका बेटा
बच्चा चोरी के शक में भीड़ के हमले का एक और मामला सामने आया है। झारखंड के इस मामले में भीड़ ने एक व्यक्ति को जिस बच्चे की चोरी करने के शक में पीटा, वह उसका ही बेटा निकला। मौके पर पहुंची पुलिस ने व्यक्ति को भीड़ से बचाया। बता दें कि पिछले कुछ समय में बच्चा चोर होने के शक में भीड़ के हमले और मॉब लिंचिंग की घटनाओं में बहुत इजाफा हुआ है।
दो बेटों को लेकर धनबाद जा रहा था शख्स
ताजा घटना झारखंड के जामताड़ा बस स्टैंड पर हुई। बिंदापाथर थाना क्षेत्र के गेड़िया गांव का रहने वाला पिंटूलाल बर्मन जामताड़ा के एक होटल में काम करता है। पत्नी के बीमार होने के कारण वह गुरुवार को अपने छह और दस साल के दो बेटों को धनबाद अपने भैया-भाभी के घर छोड़ने जा रहा था। उसने सुबह साढ़े आठ बजे गेड़िया से बस पकड़ी और जामताड़ा पहुंचा, जहां ये घटना हुई।
छोटे बेटे को मारा थप्पड़ तो भीड़ ने समझ लिया बच्चा चोर
दरअसल, जब पिंटू आगे का सफर तय करने के लिए बस स्टैंड से रेलवे स्टेशन जा रहा था, तभी उसका छोटा बेटा छोटू चिप्स खरीदने की जिद करने लगा। जब पिंटू ने इससे इनकार कर दिया तो वह रोने लगा, जिस पर उसने उसे तमाचा जड़ दिया। ये देखकर वहां लोग जमा हो गए और उस पर बच्चा चोरी करने का आरोप लगाने लगे। देखते ही देखते वहां ये अफवाह फैल गई और भीड़ ने उसे पीटना शुरू कर दिया।
पुलिस ने पिंटू को भीड़ से बचाया
इस बीच किसी ने पुलिस को घटना के बारे में सूचित किया और उसने मौके पर पहुंच कर पिंटू की जान बचाई। जब पुलिस ने उससे पूछताछ की तो सामने आया कि जिस बच्चे की चोरी करने के शक में लोग उसे पीट रहे थे, वह उसी का बेटा था। जामताड़ा पुलिस स्टेशन के इनचार्ज मनोज कुमार ने बताया, "शख्स को समय पर सुरक्षित बचा लिया गया। जब हम मौके पर पहुंचे तो वह भीड़ के बीच में था।"
झारखंड में सामने आए हैं ऐसे कई मामले
हालिया समय में झारखंड में बच्चा चोरी के शक में भीड़ के हमले के कई मामले सामने आ चुके हैं। इससे पहले खारसां गांव में BSNL के एक कर्मचारी को भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में पीटा था। झारखंड में ही मई 2018 में बच्चा चोर होने की अफवाह फैलेने के बाद मोहम्मद नईम समेत सात लोगों की मॉब लिंचिंग कर दी गई थी। अगस्त महीने में भी एक व्यक्ति को भीड़ ने पीट-पीट कर मार दिया था।
पूरे देश में बढ़ी बच्चा चोरी के शक में मॉब लिंचिंग की घटनाएं
बच्चा चोरी की अफवाह फैलने के बाद भीड़ के हमले की घटनाओं में बीते दिनों में पूरे देश में भारी इजाफा हुआ है। अकेले उत्तर प्रदेश में अगस्त महीने में ऐसे मामलों की 37 FIR दर्ज की गईं। इनमें से दो घटनाओं में पीड़ित की मौत हो गई। राजस्थान और त्रिपुरा सहित अन्य कई राज्यों में भी मॉब लिंचिंग के मामले सामने आए हैं। कुछ घटनाओं में तो सरकारी कर्मचारियों को भीड़ ने बच्चा चोर होने के शक में पीटा।
सभी घटनाओं मे एक जैसा पैटर्न, सोशल मीडिया पर अफवाह फैलने के बाद मॉब लिंचिंग
2018 के पहले छह महीनों में बच्चा चोर होने के शक में मॉब लिंचिंग के 24 से अधिक मामले सामने आए थे। इसके बाद दूसरे छिमाही में इन घटनाओं में कमी आई, लेकिन अब ये फिर से शुरू हो गईं हैं। ऐसी घटनाओं में आमतौर पर पहले बच्चा चोरी होने की अफवाह व्हाट्सऐप या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल की जाती है और फिर भीड़ किसी व्यक्ति पर शक होने पर उसकी पीट-पीट कर हत्या कर देती है।