WFI चुनाव में बृजभूषण सिंह के 18 समर्थकों ने किया नामांकन, लेकिन एक भी परिजन नहीं
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष और भाजपा के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के 18 समर्थकों ने WFI चुनाव के लिए अपना नामांकन किया है। बृजभूषण के समर्थकों में से अध्यक्ष पद के लिए एक उम्मीदवार, उपाध्यक्ष पद के लिए 6 उम्मीदवार, संयुक्त सचिव पद के लिए 2 उम्मीदवार, महासचिव पद के लिए एक उम्मीदवार, कोषाध्यक्ष पद के लिए एक उम्मीदवार और कार्यकारिणी समिति के सदस्यों के लिए 7 उम्मीदवार मैदान में उतरे हैं।
मेरे परिवार के किसी सदस्य ने नहीं किया नामांकन- बृजभूषण
बृजभूषण ने कहा, "आज WFI चुनाव के नामांकन की आखिरी तारीख थी। मेरे परिवार के किसी सदस्य ने चुनाव के लिए नामांकन नहीं किया है। हम ने 22 राज्यों के कुश्ती संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और वे सभी नामांकन कर रहे हैं।" बृजभूषण के दामाद विशाल ने ANI के साथ बातचीत करते हुए कहा, "हमारे पैनल से अभी 18 नामांकन दाखिल किए गए हैं। अध्यक्ष पद के लिए हमारे उम्मीदवार संजय कुमार सिंह हैं।"
12 अगस्त को होंगे WFI के चुनाव
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की देखरेख में WFI के चुनाव 12 अगस्त को होंगे। बता दें कि WFI के नए सिरे से निष्पक्ष चुनाव कराना मौजूदा WFI अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले पहलवानों की एक प्रमुख मांग थी।
खुद क्यों चुनाव नहीं लड़ रहे हैं बृजभूषण?
2011 में WFI के अध्यक्ष बने बृजभूषण ने इस साल 12 साल का कार्यकाल पूरा कर लिया, जो राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुसार पद पर बने रहने के लिए अधिकतम अवधि है। इसके बाद बृजभूषण दोबारा चुनाव लड़ने के लिए योग्य नहीं हैं। इसके अलावा केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों के साथ मुलाकात के दौरान बृजभूषण के परिवार के सदस्यों को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं देने का आश्वासन दिया था।
पहलवानों ने बृजभूषण पर लगाए थे गंभीर आरोप
देश के शीर्ष पहलवानों ने बृजभूषण पर उत्पीड़न और भेदभाव समेत गंभीर आरोप लगाते हुए दिल्ली के जंतर-मंतर पर लंबे समय तक धरना दिया था। एक नाबालिग समेत 7 महिला पहलवानों ने बृजभूषण पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे, जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ 2 FIR दर्ज की थीं। पुलिस ने बृजभूषण के खिलाफ चार्जशीट भी दाखिल की है, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है।
कौन हैं बृजभूषण शरण सिंह?
दबंग नेता की छवि वाले बृजभूषण का जन्म उत्तर प्रदेश के गोंडा में हुआ था। उनकी बचपन से ही कुश्ती में रूचि थी और वे अखाड़ों में कुश्ती करते थे। बृजभूषण अपने कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में काफी सक्रिय थे और छात्र संघ के अध्यक्ष भी चुने गए थे। वह 1991 में पहली बार गोंडा सीट से सांसद चुने गए थे। इसके बाद वह 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 में भी लोकसभा के सांसद चुने गए।