पहलवानों की मांगों पर खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने तोड़ी चुप्पी, बोले- जांच पूरी होने दीजिए
यौन शोषण मामले में भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवान कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। अब खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने उनकी मांगों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने कहा कि पहलवानों को सुप्रीम कोर्ट, पुलिस और खेल विभाग पर विश्वास करना पड़ेगा और वो भी चाहते हैं कि खिलाड़ियों ने जो मुद्दा उठाया है, उसकी निष्पक्ष जांच हो, लेकिन पहलवान पहले जांच तो पूरी होने दें।
खेल मंत्री ने और क्या कहा?
खेल मंत्री ठाकुर ने कहा, "कुश्ती के कुछ खिलाड़ियों की मांग पर जांच समिति की घोषणा हुई। समिति में उनके कहने पर लोगों को शामिल किया गया। जिन पर आरोप हैं, उनके खिलाफ FIR दर्ज हुई। पहलवानों ने जो भी कहा, हमने उनकी बात सुनी।" उन्होंने कहा, "आरोप लगते हैं तो जांच होती है, जांच के बाद ही उचित कार्रवाई भी होगी। पहलवानों को कोई ऐसा कदम नहीं उठाना चाहिए, जिससे किसी का नुकसान हो।"
सुनिए अनुराग ठाकुर का बयान
पहलवानों के समर्थन में उतरे बॉक्सर विजेंद्र सिंह
ओलंपिक मेडल विजेता विजेंद्र सिंह ने पहलवानों की मांगों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा, "बहुत लोगों को पता भी नहीं होगा कि ओलंपिक क्या होता है। कई लोग कहते हैं कि ओलंपिक मेडल ही नहीं, हमारे पैसे भी दो। अगर सरकार चाहेगी तो हम पैसे भी दे देंगे। आप पहले मेडल लाकर दिखाओ।" उन्होंने कहा, "जब हमारी बहनें गंगा में मेडल डालने गईं तो मैंने सोशल मीडिया पर कई तरह की अभद्र टिप्पणियां देखीं, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है।''
दिल्ली पुलिस ने जांच को लेकर किया था ट्वीट
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने ट्वीट कर कहा था, 'कई मीडिया चैनल खबर चला रहे हैं कि WFI अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ दर्ज मामले में पुलिस को कोई सबूत नहीं मिला है। हम स्पष्ट करते हैं कि यह खबर गलत है और इस संवेदनशील मामले में जांच जारी है। अंतिम जांच रिपोर्ट अभी संबंधित कोर्ट में जमा होनी है।' मामले में सूत्रों के हवाले से एक खबर में कहा गया था कि पुलिस जांच में कोई सबूत नहीं मिला है।
बृजभूषण बोले- कोर्ट मुझे फांसी देगा तो मुझे स्वीकार है
इसी बीच पहलवानों द्वारा लगाए यौन शोषण के आरोपों को लेकर बृजभूषण ने बुधवार को एक रैली में फिर बयान दिया। उन्होंने कहा, "आज भी मैं उसी बात पर कायम हूं। 4 महीने हो गए हैं। मुझ पर आरोप लगाने वालों, गंगा में मेडल बहाने से बृजभूषण को फांसी नहीं मिलेगी। अगर तुम्हारे पास कोई सबूत है तो जाकर पुलिस को दो और कोर्ट मुझे फांसी देगा तो मुझे स्वीकार होगा, मैं फांसी पर चढ़ जाऊंगा।"
कल गंगा में मेडल बहाने गए थे पहलवान
बता दें कि जंतर-मंतर से सामान हटाए जाने और अस्थायी हिरासत में लिए जाने के बाद कल पहलवान गंगा नदी में अपने मेडल बहाने गए थे। हालांकि, किसान नेता नरेश टिकैट के समझाने के बाद पहलवानों ने ये फैसला वापस ले लिया था। पहलवानों ने बृजभूषण पर कार्रवाई के लिए 5 दिन का अल्टीमेटम दिया है। इस मामले पर कल भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने उत्तर प्रदेश के सौरम में महापंचायत बुलाने का ऐलान किया है।