कोरोना संक्रमण पर रोक लगाने के लिए ओडिशा में 14 दिन का लॉकडाउन
ओडिशा भी लॉकडान लगाने वाले राज्यों में शामिल हो गया है और कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को काबू में करने के लिए राज्य सरकार ने 14 दिन का लॉकडाउन लगा दिया है। यह लॉकडाउन आज से 19 मई तक लागू रहेगा। इस दौरान केवल आवश्यक सेवाओं की इजाजत होगी। वहीं वीकेंड में राज्य पूरी तरह से बंद रहेगा और शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक कोई भी सेवा नहीं चलेगी।
लॉकडाउन लगाने वाले राज्यों की सूची में शामिल हुआ ओडिशा
इस ऐलान के साथ ही ओडिशा उन राज्यों की सूची में शामिल हो गया है जो कोरोना संक्रमण को काबू करने के लिए लॉकडाउन लगा चुके हैं। दिल्ली में पिछले दो हफ्ते से लॉकडाउन है और इसे एक और हफ्ते के लिए लगा दिया गया है। महाराष्ट्र में बीते दो हफ्ते से लॉकडाउन जैसी कड़ी पाबंदियां लागू हैं और इन्हें बढ़ाया जा सकता है। कर्नाटक में भी 14 दिन का कर्फ्यू है। अन्य कई राज्यों में वीकेंड लॉकडाउन है।
ओडिशा में क्या है महामारी की स्थिति?
ओडिशा में महामारी की स्थिति की बात करें तो शनिवार को यहां 8,015 नए मामले सामने आए और 14 मरीजों ने दम तोड़ा। इससे पहले शुक्रवार को राज्य में पहली बार 10,000 से अधिक नए मामले सामने आए थे। राज्य में अभी तक कुल 4,62,622 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा चुका है, वहीं 2,068 लोगों को इसके कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। राज्य में अभी 69,453 सक्रिय मामले हैं।
देश में बीते दिन रिकॉर्ड मौतें
पूरे देश की बात करें तो देशभर में बीते दिन 3,92,488 नए मामले सामने आए और 3,689 मरीजों की मौत हुई। महामारी की शुरुआत के बाद ये देश में एक दिन में हुई सबसे ज्यादा मौतें हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,95,57,457 हो गई है। इनमें से 2,15,542 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 33,49,644 हो गई है।
राष्ट्रीय लॉकडाउन लगाने की सिफारिश कर रही है टास्क फोर्स
देश में कोरोना संक्रमण की बेहद भीषण स्थिति को देखते हुए कोरोना महामारी पर तकनीकी सलाह देने के लिए बनाई विशेषज्ञों की टास्क फोर्स सरकार को लगातार राष्ट्रीय लॉकडाउन लगाने की सलाह दे रही है। उनका कहना है कि कोरोना के मामलों में तेज इजाफा और अधिक खतरनाक वेरिएंट के कारण पहले से दबाव झेल रही स्वास्थ्य व्यवस्था पर बोझ और बढ़ गया है। उनके अनुसार, राज्यों के छोटे-मोटे प्रयासों की जगह पूरे देश में लॉकडाउन की जरूरत है।