कोरोना वायरस: होम आइसोलेेशन के लिए नई गालडलाइंस जारी, मरीज को पहनना होगा ट्रिपल लेयर मास्क
पूरा देश इस समय कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है। प्रतिदिन रिकॉर्ड संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं और हजारों की मौत हो रही है। मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण होम आइसोलेशन के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने होम आइसोलेशन की संशोधित गाइडलाइंस जारी की है। इसके अनुसार शुरुआती लक्षण या फिर बिना लक्षण वाले मरीजों को आवश्यक रूप से होम आइसोलेशन में रहना होगा।
होम आइसोलेशन वाले मरीज का ट्रिपल लेयर मास्क पहनना जरूरी
संशोधित गाइडलाइंस के अनुसार होम आइसोलेशन वाले मरीज की पूरी देखभाल जरूरी होगी और उसके परिजनों को लगातार अस्पताल या डॉक्टरों के संपर्क में रहना होगा। इसी तरह होम आइसोलेशन वाले मरीजों को ऐसे कमरे में रहना होगा जहां क्रॉस वेंटिलेशन हो और कमरे की खिड़की खुली रहे। साथ ही इस बात का ध्यान रखना है कि मरीज हमेशा ट्रिपल लेयर मास्क पहनें और उसे प्रत्येक आठ घंटे में आवश्यक रूप से बदलना होगा।
इन मरीजों को होम आइसोलेशन के लिए लेनी होगी अनुमति
संशोधित गाइडलाइंस के अनुसार HIV, कैंसर और ट्रांसप्लांट वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने के लिए पहले डॉक्टरों की अनुमति लेनी होगी। इसी तरह 60 साल से अधिक उम्र और अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों को भी होम आइसोलेशन के लिए डॉक्टरों की इजाजत लेनी होगी। परिवार का जो भी व्यक्ति मरीज की देखभाल करेगा और बहुत अधिक संपर्क में रहेगा, उसे डॉक्टर की सलाह पर प्रोटोकॉल के हिसाब से HCQ लेना पड़ेगा।
होम आइसोलेशन वाले मरीज के भोजन में तरल पदार्थ की अधिकता जरूरी
होम आइसोलेशन में रहने वाले मरीजों को ज्यादा से ज्यादा तरल पदार्थ भोजन में शामिल करना होगा। इसी तरह घर पर रहने वालों को ज्यादा से ज्यादा आराम करने के लिए सलाह दी गई है। उन्हें बुजुर्गों से पर्याप्त दूरी बनाकर रखनी होगी।
मरीज की देखभाल करने वालों के लिए N95 मास्क जरूरी
संशोधित गाइडलाइंस के अनुसार होम आइसोलेशन वाले मरीज की देखभाल करने वालों को उसके कमरे में जाने से पहले N95 मास्क पहनना जरूरी होगा। इसके अलावा 1 प्रतिशत सोडियम हाइपोक्लोराइट के साथ मास्क को धोकर उसे फेंकना होगा। इसी तरह ब्लड ऑक्सीजन सेचुरेशन को मॉनिटर करने के लिए प्लस ऑक्सीमीटर का इस्तेमाल करना अनिवार्य कर दिया गया है। इसके साथ ही मरीज का प्रतिदिन प्रत्येक चार घंटे पर तापमान लेना जरूरी होगा।
होम आइसोलेशन के दौरान घर में घूमने पर रहेगी पाबंदी
संशोधित गाइडलाइंस के अनुसार होम आइसोलशेन वाले मरीज को एक कमरे में ही रहना होगा और उसे पूरे घर में घूमने की मनाही होगी। इसी तरह मरीज को घर के बाकी सदस्यों से उचित दूरी बनानी होगी। मरीज को खांसते और छींकते वक्त विशेष ध्यान रखना होगा और हर वक्त जरूरी गाइलाइनस का पालन करना होगा। मरीज को दिन में दो बार गुनगुने पानी से गरारे और भाप लेना जरूरी होगा। होम आइसोलेशन का समय 10 दिन होगा।
गाइडलाइंस में इन दवाइयों के उपयोग का दिया गया है सुझाव
संशोधित गाइडलाइंस के अनुसार होम आइसोलेशन के दौरान तेज बुखार होने पर मरीज को डॉक्टर की सलाह पर दिन चार बाद पेरासिटामोल 650mg या फिर नेपरोक्सन 250mg लेनी होगी। इसी तरह तीन से पांच दिन तक खाली पेट आइवरमेक्टिन 200mg ली जा सकती है। इसी तरह बुखार तेज होने पर पांच दिन के बाद इनहेल्ड बुडेसोनाइड का भी उपयोग किया जा सकता है। इसके बाद भी हालात में सुधार नहीं होने पर अस्पताल जाना होगा।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 3,79,257 नए मामले सामने आए और 3,645 मरीजों की मौत हुई। ये देश में एक दिन में सामने आए सबसे ज्यादा मामले और मौतें हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,83,76,524 हो गई है। इनमें से 2,04,832 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 30,84,814 हो गई है।