कोरोना: दिल्ली में बीते दिन रिकॉर्ड मौतें, बनाने पड़ रहे नए श्मसान घाट
कोरोना महामारी की चौथी लहर का सामना कर रही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, बीते दिन दिल्ली में कोरोना के कारण 395 लोगों की मौत हुई। महामारी की शुरुआत के बाद यहां एक दिन में हुई ये सबसे ज्यादा मौतें हैं। यहां हालात इस कदर बिगड़ गए हैं कि शवों के अंतिम संस्कार के लिए श्मसान घाटों के अलावा दूसरी जगहों की तलाश की जा रही है।
दिल्ली में एक लाख के करीब पहुंचे सक्रिय मामले
दिल्ली में गुरुवार को कोरोना के 24,235 नए मामले सामने आए और 395 मौतें हुईं। इसी के साथ यहां कुल संक्रमितों की संख्या 11,22,286 हो गई है। इनमें से 15,772 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट 33 प्रतिशत पर पहुंच गई है। यानी हर तीन में से एक व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो रही है। दूसरी तरफ सक्रिय मामले एक लाख के करीब पहुंच गए हैं, जिससे स्वास्थ्य व्यवस्था पर दबाव बढ़ता जा रहा है।
शवों के अंतिम संस्कार के लिए तलाशी जा रही जगहें
दिल्ली में कोरोना के चलते बड़ी संख्या में हो रही मौतों के कारण श्मसान घाटों में जगह कम पड़ने लगी है। दिल्ली पुलिस ने नगर निगमों से उन जगहों की तलाश करने को कहा है, जहां अंतिम संस्कार किए जा सकते हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि जगह की कमी के कारण लोगों को अपने प्रियजनों को अंतिम संस्कार ऐसी जगहों पर करना पड़ रहा है, जो कोरोना के कारण होने वाली मौतों के लिए तय नहीं है।
द्वारका में किए जा रहे इंतजाम
NDTV के अनुसार, दक्षिण दिल्ली नगर निगम (SDMC) द्वारका में चिताओं के लिए अस्थायी प्लेटफॉर्म तैयार कर रहा है। पहले इस जगह को पालतू जानवरों के श्मसान घाट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। SDMC के एक अधिकारी ने कहा कि यहां 51 शवों का अंतिम संस्कार किया जा सकता है और इसके लिए इंतजाम किए जा रहे हैं। द्वारका में 13 श्मसान घाट हैं, जिनमें से तीन को कोरोना पीड़ितों के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
कई गुना बढ़े श्मसान घाट और कब्रिस्तान के कर्मचारियों का काम
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली में कुल 101 श्मसान घाट और 57 कब्रिस्तान हैं। यहां के कर्मचारियों का कहना है कि कोरोना के कारण होने वाली मौतों की वजह से उनका काम तीन गुना बढ़ गया है। लोधी रोड श्मसान घाट में काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि पहले यहां 10-15 शव आते थे, लेकिन अब रोजाना 75 अंतिम संस्कार हो रहे हैं। काम ज्यादा होने के कारण यहां कर्मचारियों की भी कमी पड़ गई है।
उत्तर दिल्ली में बनाए गए तीन नए श्मसान घाट
इसी तरह का हाल उत्तर दिल्ली में है। यहां श्मसान घाटों की क्षमता बढ़ाई जा रही है ताकि कम समय में अधिक शवों का अंतिम संस्कार किया जा सके। उत्तर दिल्ली नगर निगम (NDMC) के एक अधिकारी ने बताया कि 15 अप्रैल तक एक दिन में 230 शवों का अंतिम संस्कार होता था, लेकिन अब श्मसान घाटों की क्षमता बढाई गई है, जिसके बाद रोजाना 570 अंतिम संस्कार हो सकते हैं। इसके अलावा तीन नए श्मसान घाट बनाए गए हैं।