दिल्ली: लॉकडाउन में काम बंद होने पर शख्स ने "बदले" के लिए मंदिर में की तोड़फोड़
क्या है खबर?
कोरोना महामारी से बचाव के लिए लागू किए गए देशव्यापी लॉकडाउन में करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए तो हजारों उद्योग धंधे बंद हो गए। इस दौरान व्यापारी और बेरोजगारों ने सरकार और कंपनियों को कोसते हुए अपना गुस्सा निकाल दिया।
इसी बीच दिल्ली में एक शख्स ने इसके लिए भगवान को जिम्मेदार ठहराते हुए बदला देने की ठान ली।
उसने शनिवार को मंदिर पहुंचकर प्रतिमाओं को खंडित कर दिया। हालांकि, पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
प्रकरण
मंदिर के पुजारी ने पुलिस को दी तोड़फोड़ की सूचना
पश्चिमी जिले के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (ADCP) प्रशांत गौतम ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी विक्की मल (29) है। शनिवार सुबह करीब 9 बजे मंदिर के पुजारी ने पंजाबी बाग थाना पुलिस को पश्चिम विहार इलाके में स्थित मंदिर में तोड़फोड़ की सूचना दी थी।
सूचना पर पुलिस ने मंदिर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। उस दौरान मंदिर में भगवान शिव की मूर्ति के साथ अन्य मूर्तियों खंडित मिली। इसके बाद पुलिस ने आस-पास मौका मुआयना किया।
गिरफ्तारी
पुलिस ने CCTV फुटेज के आधार पर किया आरोपी को गिरफ्तार
ADCP ने बताया कि पुजारी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। इस दौरान पुलिस ने सबसे पहले मंदिर के आस-पास लगे CCTV की जांच की। इसमें आरोपी मंदिर प्रवेश करता और बाहर निकलता नजर आ गया।
इसके बाद पुलिस ने उसकी पहचान करते हुए उसके घर तक पहुंच गई और उसे गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
कारण
आरोपी ने काम बंद होने के लिए भगवान को ठहराया जिम्मेदार
ADCP ने बताया कि आरोपी ने पुलिस पूछताछ में कहा कि वह पश्चिम पूरी इलाके में वेगाबोंड रहता है और वह उस इलाके में कूड़ा बीनने का काम करता है।
इससे पहले वह कबाड़ी का काम करता था, लेकिन देशव्यापी लॉकडाउन के कारण वह काम बंद हो गया। इससे उसकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई थी।
उसने भगवान से कहा था कि उन्होंने उसे भिखारी बना दिया और वह इसका बदला जरूर लेगा। इसलिए उसने मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया है।