कोरोना वायरस: 15 दिन में हालात नहीं सुधरे तो कम पड़ने लगेंगे चिकित्सकीय संसाधन- उद्धव ठाकरे
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है। महाराष्ट्र की हालत सबसे अधिक खराब है। यहां पिछले 24 घंटे में 43,183 नए मामले सामने आए हैं। ऐसे में राज्य की बिगड़ती स्थिति को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार शाम को राज्य के नाम संबोधन दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में मार्च के बाद से कोरोना संक्रमण की स्थिति बिगड़ती जा रही है। हालातों ने सुधार नहीं हुआ तो चिकित्सकीय संसाधनों की कमी आ जाएगी।
महाराष्ट्र में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 47,827 लोगों को संक्रमित पाया गया है, वहीं 202 मरीजों की मौत हुई। इसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 29,03,990 पर पहुंच गई है। इनमें से 55,100 लोगों की मौत हो चुकी है। इसी तरह पुणे में गुरुवार को 8,011 और मुंबई में शुक्रवार शाम तक 8,648 नए मामले सामने आ चुके हैं। यह जिले में एक दिन में सामने आए मरीजों की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है।
15 दिन में स्थिति नहीं सुधरने पर कम पड़ने लगेंगे संसाधन- ठाकरे
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि प्रदेश में स्थिति डरावनी है, लेकिन सच छिपा नहीं सकते। राज्य में 2,20,000 आइसोलेशन बेड हैं और उनमें से 62 फीसदी बेड भर चुके हैं। आइसोलेशन बेड 20,000 हैं, जिनमें से 48 फीसदी भर गए हैं। इसके अलावा वेंटिलेटर भी 30 प्रतिशत भर गए हैं। उन्होंने कहा यदि यही हाल रहा तो आने वाले 15 दिनों में हमारे संसाधन कमजोर साबित होने लगेंगे। यदि बेड बढ़ा भी देंगे तो डॉक्टर और नर्स कहां से लाएंगे?
लॉकडाउन की संभावना से नहीं किया जा सकता है इनकार- ठाकरे
राज्य में बढ़ते संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री ठाकरे ने पहले राज्य के अधिकारियों की आपात बैठक बुलाकर स्थिति की समीक्षा की और हालातों में सुधार के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके बाद शाम को उन्होंने राज्य को संबोधित करते हुए कहा कि मार्च के बाद हालत लगातार बिगड़ रहे हैं और लोग सहमे हुए हैं। ऐसे में यदि स्थिति नियंत्रण में नहीं आती है तो एक और लॉकडाउन की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
लॉकडाउन लगाया तो खराब हो जाएगी आर्थिक स्थिति- ठाकरे
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि स्थिति बिगड़ने पर यदि लॉकडाउन लगाने का फैसला होगा तो फिर आर्थिक स्थिति खराब होगी। ऐसे में लोगों को एकजुट होकर धैर्य के साथ कोरोना महामारी से युद्ध लड़ना होगा। उन्होंने कहा कि सरकार अपने हरसंभव प्रयास कर रही है। राज्य में 500 स्थानों पर कोरोना टेस्ट की सुविधा दी गई है। आज की तारीख में हर दिन 1 लाख 82 हजार टेस्टिंग कर रहे हैं, जल्दी ही यह आंकड़ा 2.5 लाख तक पहुंचेगा।
दूसरे राज्यों पर नहीं करनी बात, महाराष्ट्र की चिंता- ठाकरे
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, "कुछ लोग कहते हैं दूसरे राज्यों में संक्रमण के मामले क्यों नहीं बढ़ रहे हैं। मैं किसी और राज्य के बारे में बात नहीं करना चाहता। मैं अपने राज्य को लेकर पूरी जिम्मेदारी निभाऊंगा और बेहतर प्रयास किए जा रहे हैं।"
65 लाख लोगों को लगाई जा चुकी है वैक्सीन- ठाकरे
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि महामारी से निपटने के लिए तेजी से वैक्सीनेशन किया जा रहा है। अब तक कुल 65 लाख खुराकें दी जा चुकी है और गुरुवार को तीन लाख लोगों को वैक्सीन दी गई थी। उन्होंने कहा कि राज्य में वैक्सीन लगवाने के बाद भी कुछ लोगों को संक्रमित पाए जाने के मामले सामने आए हैं। इसके पीछे कारण यह है कि लोग वैक्सीन लगाने के बाद लापरवाही बरत रहे हैं और मास्क नहीं लगा रहे।
महामारी से बचाव के नियमों का पालन करने की अपील
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि राज्य के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। ऐसे में लोगों का सहयोग अहम कारक साबित होगा। उन्होंने लोगों से मास्क का उपयोग करने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के साथ वैक्सीन लगवाने की भी अपील की है।
पुणे में कल से लागू होगा प्रतिदिन 12 घंटे का कर्फ्यू
महाराष्ट्र के पुणे में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रशासन ने शनिवार से सात दिन के लिए प्रतिदिन 12 घंटे का सख्त कर्फ्यू लागू करने की घोषणा की है। यह कर्फ्यू प्रतिदिन शाम 6 से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा। इसी तरह जिले में एक सप्ताह के लिए सभी धार्मिक स्थल, होटल, रेस्टोरेंट, बार, शॉपिंग मॉल्स और सिनेमा हॉल पूरी तरह से बंद रहेंगे। कर्फ्यू के दौरान आवश्यक सेवाओं की होम डिलीवरी की जाएगी।
शॉपिंग मॉल्स बंद नहीं करने की मांग
इधर, शॉपिंग सेंटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने महाराष्ट्र सरकार से महामारी के बीच मॉल्स बंद नहीं करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि राज्य में लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू होने के बाद मामलों में इजाफा हुआ है। इसी तरह स्थानीय बाजारों में मौजूद भीड़ भी बड़ा कारण है। ऐसे में सरकार को इन्हें बंद करना चाहिए, न कि शॉपिंग मॉल्स को। एसोसिएशन ने तर्क दिया कि मॉल्स में आबादी का केवल एक प्रतिशत हिस्सा पहुंचता है।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 81,466 नए मामले सामने आए और 469 मरीजों की मौत हुई है। ये पिछले छह महीनों में एक दिन में मिले सर्वाधिक मरीज हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,23,03,131 हो गई है। इनमें से 1,63,396 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 6,14,696 हो गई है।