केरल में फंसी 150 महिलाओं की मदद को आगे आए सोनू सूद, एयरलिफ्ट कर पहुंचाया घर
अक्सर फिल्मों में विलेन का किरदार निभाने वाले सोनू सूद आज रियल लाइफ हीरो बन चुके हैं। इस मुश्किल वक्त में उन्होंने वो काम कर दिखाया है जो कई राज्यों की सरकारें मिलकर भी नहीं कर पा रही हैं। सोनू देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे कई प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए बस सेवा से लेकर हेल्पलाइन सेवा तक शुरु कर चुके हैं। अब उन्होंने केरल की 150 लड़कियों को एयरलिफ्ट के जरिए घर पहुंचाया है।
घर पहुंचने की उम्मीद में दे चुकी थीं इस्तीफा
दरअसल, ओडिशा की ये महिलाएं केरल के एर्नाकुलम जिले में कपड़ों के कारखाने में काम करती थीं। लॉकडाउन में फैक्ट्री बंद होने के बाद इन्होंने घर लौटने की उम्मीद में अपनी कंपनी से इस्तीफा दे दिया था। इन्हें घर पहुंचाने के लिए यहां न तो सरकार द्वारा शुरु की गई स्पेशल श्रमिक ट्रेन की व्यवस्था थी और न ही इनमें से किसी के पास पैसे थे। इसके बाद सोनू सूद इनके लिए एक मसीहा के रूप में सामने आए।
सुबह 10:30 बजे सभी पहुंचे अपने घर
सोनू को जैसे ही इन महिलाओं की समस्या के बारे में पता चला उन्होंने तुरंत उनके लिए एक चार्टेड प्लेन की व्यवस्था करवाई। प्लेन ने शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे कोचिन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से ओडिशा के भुवनेश्वर के लिए उड़ान भरी। इन 151 महिलाओं के साथ नौ अन्य प्रवासी भी फ्लाइट में मौजूद थे, जो एक लकड़ी के कारखाने में काम करते थे। इन सभी को सुबह करीब 10:30 बजे ओडिशा पहुंचाया गया।
करीबी दोस्त ने दी थी सोनू को लड़कियों के बारे में जानकारी
सोनू से जुड़े एक सूत्र ने TOI को बताया, "सोनू को इस बारे में भुवनेश्वर में रहने वाले एक करीबी दोस्त ने जानकारी दी थी। इसके बाद अभिनेता ने सभी लड़कियों को घर पहुंचाने का फैसला किया।" उन्होंने कहा, "इसके लिए सोनू ने भुवनेश्वर और कोच्चि हवाई अड्डे पर ऑपरेट करने के लिए सरकार से अनुमति लेकर प्रक्रिया शुरु की।" सूत्र ने बताया कि लड़कियों को एयरलिफ्ट करने के लिए खासतौर पर बैंगलुरू से विमान बुलाया गया था।
सोनू सूद ने शुरु किया टोल फ्री नंबर
सोनू सूद प्रवासी मजदूरों को उनके घर तक पहुंचाने का नेक काम पिछले कई दिनों से कर रहे हैं। उन्होंने राजस्थान, कर्नाटक, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और बिहार जैसे राज्यों में अपने घर पहुंचने के इच्छुक कई लोगों के लिए बसों की व्यवस्था की है। इसके लिए उन्होंने एक टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर 18001213711 भी लॉन्च किया है। इसका इस्तेमाल कर कई देश में कहीं भी फंसे प्रवासी मजदूर उनकी टीम को अपनी मदद के लिए बुला सकते हैं।
सोनू हर एक प्रवासी को पहुंचाना चाहते हैं घर
सोनू ने अपने एक बयान में कहा है, "मैं जब तक हर एक प्रवासी को उनके परिवार से नहीं मिलाता तब तक मैं अपने इस काम को जारी रखूंगा। यह मेरे दिल के बहुत करीब है और मैं इसे पूरा करके ही रहूंगा।"
पहले भी मदद के लिए आगे आ चुके हैं सोनू
बता दें कि प्रवासियों को घर पहुंचाने के अलावा सोनू सूद मुंबई के जुहू इलाके में स्थित अपने छह मंजिला शानदार होटल में डॉक्टर्स, नर्सेज और अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के रुकने की खास व्यवस्था भी करा चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने पंजाब के डॉक्टर्स को 1,500 PPE किट दान की थीं। हाल ही में वह रमजान के मौके पर भिवंडी इलाके में हजारों मजदूरों के लिए खाने का इंतजाम भी कर चुके हैं।