#NewsBytesExplainer: बॉलीवुड में कुछ ऐसा रहा सुपरहीरो फिल्मों का सफर, जानिए कब हुई थी शुरुआत
मार्वल की सभी सुपरहीरो फिल्मों को दुनियाभर में भरपूर प्यार मिलता है। यह फिल्मों की एक ऐसी शैली है, जिसे बच्चे ही नहीं बड़े भी काफी पसंद करते हैं। पिछले कुछ समय से बॉलीवुड में भी सुपरहीरो पर बनने वाली फिल्मों का चलन तेजी से बढ़ा है। अब हमारे पास कृष और रा.वन समेत कई सुपरहीरो हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बॉलीवुड में सुपरहीरो फिल्में कब बनना शुरू हुई थीं। आइए एक नजर डालते हैं इनके सफरनामा पर।
जयराज ने 'सुपरमैन' बन 1960 में शुरू किया चलन
बॉलीवुड में सुपरहीरो पर फिल्म बनाने की शुरुआत 1960 में फिल्म 'रिटर्न ऑफ मिस्टर सुपरमैन' से हुई थी, जो हॉलीवुड की फिल्म सुपरमैन से ही प्रभावित थी। इस फिल्म का निर्देशन मनमोहन साबिर ने किया था और उस समय के एक्शन हीरो पैदी जयराज मुख्य किरदार में नजर आए थे। यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाई थी, जिसके बाद 1897 में इसी नाम से पुनीत इस्सर अभिनीत 'सुपरमैन' आई, जिसमें धर्मेंद्र भी नजर आए थे।
'मिस्टर इंडिया' से मिली एक अलग पहचान
यूं तो सुपरहीरो पर फिल्में बनाने का सिलसिला 60 के दशक से शुरू हुआ, लेकिन इसे पहचान 1987 में अनिल कपूर की 'मिस्टर इंडिया' से मिली। अदृश्य होकर दुश्मनों को चकमा देने वाले मिस्टर इंडिया ने लोगों का दिल जीत लिया था। हालांकि, इसकी कहानी 1957 में आई अशोक कुमार की फिल्म 'मिस्टर एक्स' से प्रभावित थी। मालूम हो कि 'मिस्टर एक्स' के बाद 1964 में किशोर कुमार की 'मिस्टर एक्स इन बॉम्बे' आई, जिसे लोगों ने काफी पसंद किया।
इन फिल्मों में भी दिखी अदृश्य होने की ताकत
इन अदृश्य होने की ताकत रखने वाले सुपरहीरो में जैकी श्रॉफ का नाम भी शुमार है, जो 1985 में 'शिवा का इंसाफ' लेकर आए, जिसे पहली हिंदी 3डी फिल्म का दर्जा मिला था। इसके अलावा 2015 में विक्रम भट्ट भी 'मिस्टर एक्स' लेकर आए थे।
पर्दे पर इन सितारों ने भी किया कमाल
2011 में शाहरुख खान निर्देशक अनुभव सिन्हा के साथ 'रा.वन' लेकर आए, जिसमें वह दोहरी भूमिका में नजर आए थे। फिल्म शाहरुख के प्रोडक्शन हाउस रेड चिलीज एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी थी और इस पर बेहिसाब पैसा लगाया था। फिल्म बच्चों को खूब पसंद आई थी, लेकिन बॉक्स ऑफिस पर इसका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा था। इसके बाद 2016 में टाइगर श्रॉफ 'ए फ्लाइंग जट्ट' और 2018 में हर्षवर्धन कपूर 'भावेश जोशी सुपरहीरो' लेकर आए।
ऋतिक बने बॉलीवुड के सबसे सुपरहीरो
बॉलीवुड के सबसे पहले सफल सुपरहीरो ऋतिक रोशन हैं, जिन्होंने 2006 में 'कृष' बनकर बड़े पर्दे दस्तक दी और छा गए। यह 2003 में आई 'कोई मिल गया' की अगली किस्त थी, जिसे दर्शकों ने इतना पसंद किया कि राकेश रोशन 2013 में 'कृष 3' लेकर आए। 'कृष 3' पहली किस्त से भी कई गुना महंगी और भव्य थी, जिसके खलनायक के पास भी सुपरहीरो जैसी शक्तियां थीं। अब प्रशंसकों को 'कृष 4' का इंतजार है।
इन फिल्मों को दर्शकों ने नकारा
बॉलीवुड में सुपरहीरो की फिल्में बनाने का दौर तेजी से शुरू हुआ, लेकिन कुछ ही फिल्में सफल हो पाईं। अमिताभ बच्चन की 'अजूबा' से लेकर 'मर्द को दर्द नहीं होता', 'जोक्कोमोन', 'द्रोणा', 'तूफान' सहित कई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह ढेर हुई थीं।
भारतीय कॉमिक्स के सुपरहीरो पर फिल्में बनाने का प्रयास रहा विफल
अनुराग कश्यप ने भारतीय कॉमिक्स के सुपरहीरो 'डोगा' पर फिल्म बनाने के लिए अधिकार तक खरीद लिए थे और इसकी घोषणा भी हो गई थी, लेकिन राज कॉमिक्स के साथ पैसों को लेकर विवाद हो गया। इसी तरह शाहरुख खान ने 'बहादुर' पर फिल्म बनाने की बात कही थी, लेकिन इसके भी अधिकारों को लेकर पेंच फंस गया। इसके अलावा करण जौहर की रणवीर सिंह के साथ 'नागराज' पर फिल्म बनाने की योजना भी महज बातों में ही रह गई।
पौराणिक कथाओं को ध्यान में रख बन रहीं फिल्में
बॉलीवुड के मुकाबले हॉलीवुड में सुपरहीरो फिल्मों का निर्माण ज्यादा होता है और दुनियाभर में इसके दर्शकों की संख्या भी काफी अधिक है। ऐसे में न सिर्फ हॉलीवुड फिल्मों को भारतीय दर्शकों की ओर से अच्छी प्रतिक्रिया मिलती है, बल्कि ये फिल्में बॉक्स ऑफिस पर भी कमाल कर जाती हैं। ऐसे में अब भारतीय सिनेमा हॉलीवुड की नकल न करके अपने सुपरहीरो पर्दे पर ला रहा है, जिनका संबंध ज्यादातर पौराणिक कथाओं से मिलता है।
'ब्रह्मास्त्र' से अयान ने शुरू की नई पहल
अयान मुखर्जी बीते साल रणबीर कपूर और आलिया भट्ट के साथ 'ब्रह्मास्त्र' लेकर आए। इस फिल्म का संबंध पौराणिक कथाओं से मिलता है, जिसे भव्य बनाने के लिए अयान ने कोई कसर नहीं छोड़ी थी। अब फिल्म का दूसरा और तीसरा भाग भी आएगा, जिसमें रणवीर सिंह नजर आ सकते हैं। इसके अलावा प्रशांत वर्मा अगले साल 12 जनवरी को अपनी पैन इंडिया फिल्म 'हनुमान' लेकर आ रहे हैं। 'हनुमान' पौराणिक कहानियों से प्रेरित एक सुपरहीरो फिल्म है।