आयुष्मान खुराना की 'डॉक्टर जी' ने पहले वीकेंड में कमाए 15 करोड़ रुपये
क्या है खबर?
अभिनेता आयुष्मान खुराना की 'डॉक्टर जी' को सिनेमाघरों में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। फिल्म 14 अक्टूबर को बड़े पर्दे पर आई थी।
अब फिल्म के पहले वीकेंड की कमाई का आंकड़ा सामने आ गया है। इस फिल्म ने अपने ओपनिंग वीकेंड में 15 करोड़ रुपये कमा लिए हैं।
हालांकि, रिलीज के पहले दिन फिल्म की अच्छी शुरुआत नहीं हुई थी, लेकिन अब इसने बॉक्स ऑफिस पर रफ्तार पकड़ ली है।
रिपोर्ट
रिलीज के पहले दिन फिल्म ने कमाए थे 3.87 करोड़ रुपये
बॉलीवुड हंगामा के अनुसार, आयुष्मान की 'डॉक्टर जी' ने तीन दिनों में भारत में 15.03 करोड़ रुपये बटोर लिए हैं। रिलीज के पहले दिन फिल्म ने अपने खाते में मात्र 3.87 करोड़ रुपये जोड़े थे।
इस प्रकार देखा जाए तो ओपनिंग वीकेंड तक जाते-जाते फिल्म का बिजनेस पटरी पर आ गया है।
शनिवार को इसने 5.22 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया, वहीं रविवार को फिल्म 5.94 करोड़ रुपये कमाने में सफल रही।
प्रतिस्पर्धा
इन दो फिल्मों से मिल रही है 'डॉक्टर जी' को टक्कर
'डॉक्टर जी' को दो बड़ी फिल्मों से टक्कर मिल रही है। परिणीति चोपड़ा की 'कोड नेम: तिरंगा' और 'कांतारा' का हिंदी वर्जन भी 14 अक्टूबर को ही सिनेमाघरों में आया है।
परिणीति की 'कोड नेम: तिरंगा', 'डॉक्टर जी' के सामने फीकी साबित हुई। परिणीति की इस फिल्म ने रिलीज के पहले दिन मात्र 15 लाख रुपये कमाए।
वहीं 'कांतारा' अच्छी कमाई कर रही है। इस फिल्म ने ओपनिंग वीकेंड में 7.52 करोड़ रुपये का बिजनेस किया है।
पायरेसी
रिलीज के दिन ही ऑनलाइन लीक हुई 'डॉक्टर जी'
रिलीज के दिन ही 'डॉक्टर जी' ऑनलाइन लीक हो गई। 'डॉक्टर जी' का फुल HD वर्जन कई पायरेटेड साइटों पर लीक हो गया था।
इस फिल्म को तमिलरॉकर्स, Movierulz, Filmyzilla, टेलीग्राम और 123movies जैसी साइटों पर मुफ्त में देखा जा रहा है। ट्रेड एक्सपर्ट की मानें तो इसका सीधा असर फिल्म की कमाई पर पड़ता है।
भारत में फिल्मों की पायरेसी अपराध की श्रेणी में आता है, फिर भी इसका तोड़ नहीं निकाला जा सका है।
फिल्म
डॉक्टर बनकर सामाजिक मुद्दे को टटोलते दिखे आयुष्मान
फिल्म में आयुष्मान और रकुल प्रीत सिंह दोनों डॉक्टर की भूमिका में दिखे हैं। शेफाली शाह और शीबा चड्ढा भी फिल्म का हिस्सा हैं।
इसका निर्देशन अनुभूति कश्यप ने किया है, जबकि इसे जंगली पिक्चर्स ने प्रोड्यूस किया है। यह फिल्म कई मुद्दों को दिखाती है।
इसकी शुरुआत होती है स्त्री रोग विभाग में एक पुरुष मेडिकल स्टूडेंट की असहजता से। फिल्म में लिंगभेद और लड़का पाने के लिए समाज में फैले अंधविश्वास को हल्के-फुल्के अंदाज में दिखाया गया है।