'ऐ वतन' से 'रंग दे बसंती' तक, देशभक्ति के जज्बे को पैदा करते हैं ये गाने
भारत की आजादी के 75 साल पूरे हो चुके हैं और आज देश धूमधाम से 76वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है। इस खास अवसर पर लोग एक-दूसरे को बधाइयां दे रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके पर देश को शुभकामनाएं दी हैं। लोगों में आज देशप्रेम की भावनाएं जोश भर रही हैं। आइए उन हिंदी गानों पर नजर डालते हैं, जो आम लोगों में देशभक्ति का जज्बा पैदा करती हैं।
रंग दे बसंती
संगीतकार एआर रहमान का गाना 'रंग दे बसंती' काफी हिट हुआ था। रहमान ने इसका म्यूजिक कंपोज किया था, जबकि प्रसून जोशी ने इसके बोल लिखे थे। गायक दलेर मेहंदी ने इसमें अपनी आवाज का जादू बिखेरा था। यह 2006 में रिलीज हुई फिल्म 'रंग दे बसंती' का गाना है। इसमें आमिर खान मुख्य भूमिका में दिखे थे। खासकर नई पीढ़ी के युवाओं में इस गाने ने स्वतंत्रता की भावनाएं जगा दी थीं।
ऐ वतन
2018 में रिलीज हुई फिल्म 'राजी' का गाना 'ऐ वतन' आपमें देशभक्ति का जुनून भर देगा। इस गाने को सुनिधि चौहान ने अपनी आवाज से संवारा है। शंकर एहसान लॉय ने इसका म्यूजिक कंपोज किया है। गाने में अभिनेत्री आलिया भट्ट का अभिनय देखते ही बनता है। यह गाना आपको एक ऐसे सफर पर लेकर जाएगा, जिससे आपकी आंखें नम हो जाएंगी। गाना लोगों को देश के लिए न्योछावर होने का संदेश देता है।
कंधो से मिलते हैं कंधे
'कंधो से मिलते हैं कंधे' 2004 में रिलीज हुई फिल्म 'लक्ष्य' का गाना है। फिल्म में ऋतिक रोशन अहम भूमिका में हैं। यह गाना देश के लिए जीने-मरने का जज्बा पैदा करता है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे सैनिक सरहदों पर देश के लिए रक्षा में तैनात रहते हैं। शंकर महादेवन, सोनू निगम, हरिहरन, रूप कुमार राठौड़, कुणाल गांजावाला और विजय प्रकाश ने इस गाने को गाया है। शंकर एहसान लॉय ने इसे कंपोज किया है।
भारत हमको जान से प्यारा है
इस फेहरिस्त में अगला गाना 'भारत हमको जान से प्यारा है' का नाम शामिल है। महान संगीतकार रहमान ने इसका संगीत दिया है। हरिहरन की खूबसूरत आवाज ने इस गाने को देशवासियों के बीच अमर बना दिया है। यह 1992 में रिलीज हुई फिल्म 'रोजा' का गाना है। इसमें देश के प्रति अगाध प्रेम को दर्शाया गया है। स्वतंत्रता दिवस के इस लम्हे पर आपको यह गाना बार-बार सुनने को मन करेगा।
ऐ मेरे वतन के लोगों
दिवंगत गायिका लता मंगेशकर की आवाज का जादू कुछ ऐसा था कि 'ऐ मेरे वतन के लोगों' सुनने के बाद पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की आंखों में आंसू आ गए थे। यह गाना लोगों को मंत्रमुग्ध कर देता है। इस गाने में देश के लिए जान गंवाने वाले लोगों की पीड़ा सुनाई देती है। इस गीत को महान कवि प्रदीप ने लिखा था। गाने को सी रामचंद्र ने कंपोज किया था।