अब दो पूर्णकालिक डिग्री एक साथ कर सकेंगे छात्र, UGC ने किया ऐलान
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने मंगलवार को ऐलान किया कि देश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र अब दो पूर्णकालिक डिग्री कार्यक्रमों में एक साथ दाखिला ले सकेंगे। UGC के चेयरमैन प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने कहा कि यह बदलाव नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2022 के अनुरूप है। मालूम हो कि UGC और अन्य उच्च शिक्षा नियामकों की ओर से दोनों डिग्रियों को समान तौर पर मान्यता दी जाएगी।
दो डिग्री कार्यक्रम सिर्फ एक या अलग-अलग विश्वविद्यालय से कर सकेंगे छात्र
UGC अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ''NEP में की गयी घोषणा के अनुसार और छात्रों को विविध कौशल प्राप्त करने देने के लिए UGC नए दिशानिर्देश ला रहा है। इसमें किसी अभ्यर्थी को एक साथ प्रत्यक्ष तरीके (फिजिकल मोड) से दो डिग्री कार्यक्रमों की पढ़ाई करने की अनुमति दी जाएगी।" उन्होंने यह भी बताया कि डिग्री कार्यक्रम या तो एक ही विश्वविद्यालय से या अलग-अलग विश्वविद्यालयों से किए जा सकते हैं।
इन तीन तरीकों से दो पूर्णकालिक डिग्री कोर्स कर सकते हैं छात्र
UGC के अनुसार, छात्र तीन तरीके से दो पूर्णकालिक डिग्री कोर्स कर सकते हैं। पहला तो वे प्रत्यक्ष तरीके से दोनों अकादमिक कार्यक्रमों में पढ़ाई कर सकते हैं, बशर्ते दोनों कार्यक्रमों का समय एक दूसरे के आड़े नहीं आए। दूसरे तरीके में वे एक कार्यक्रम प्रत्यक्ष तरीके से और दूसरा ऑनलाइन या डिस्टेंस एजुकेशन से कर सकते हैं और तीसरे तरीके में वे ऑनलाइन या डिस्टेंस एजुकेशन के माध्यम से एक साथ दोनों डिग्री पाठ्यक्रमों की पढ़ाई कर सकते हैं।
M.Phil. और P.hD. कार्यक्रम इस योजना में शामिल नहीं
कुमार ने बताया कि छात्र विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, कला, मानविकी और विभिन्न प्रकार के विषयों में एक साथ दो डिग्री हासिल करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि इन दिशा-निर्देशों को अपनाना विश्वविद्यालयों के लिए वैकल्पिक है और विश्वविद्यालयों के वैधानिक निकायों के अनुमोदन के बाद ही इन्हें लागू किया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि M.Phil. और P.hD. कार्यक्रम भले ही परास्नातक कार्यक्रम हैं, लेकिन यह दोनों इस योजना के तहत नहीं आएंगे।
ऑनलाइन शिक्षा के लिए संशोधित नियम जारी करेगा UGC
कुमार ने कहा कि चूंकि परीक्षा देने में सक्षम होने के लिए सभी शैक्षणिक कार्यक्रमों में छात्रों को न्यूनतम उपस्थिति की आवश्यकता होती है, इसलिए विश्वविद्यालयों को इन पाठ्यक्रमों के लिए नया उपस्थिति मानदंड तैयार करना होगा। उन्होंने कहा कि UGC किसी भी उपस्थिति आवश्यकता को अनिवार्य नहीं मानता और ये विश्वविद्यालयों की नीतियां हैं। UGC कुछ हफ्तों में ऑनलाइन शिक्षा के लिए संशोधित नियम जारी करेगा, जिसके बाद कई उच्च गुणवत्ता वाले संस्थान ऑनलाइन डिग्री की पेशकश शुरू करेंगे।
न्यूजबाइट्स प्लस
पहले UGC ने छात्रों को दो पूर्णकालिक कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने की अनुमति नहीं दी थी और वे ऑनलाइन या पार्ट-टाइम कोर्स के साथ केवल एक पूर्णकालिक डिग्री हासिल कर सकते थे। लेकिन इस बदलाव से अब छात्र दो पूर्णकालिक डिग्री एक साथ कर सकेंगे।