
शिक्षा मंत्रालय ने एम जगदीश कुमार को बनाया UGC अध्यक्ष, प्रोफेसर सकलानी बने NCERT निदेशक
क्या है खबर?
शिक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अध्यक्ष और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के निदेशक के पदों पर नियुक्ति की घोषणा की।
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के कुलपति एम जगदीश कुमार को UGC का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है, वहीं उत्तराखंड के हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में इतिहास के प्रोफेसर दिनेश प्रसाद सकलानी को NCERT का निदेशक नियुक्त किया गया है।
UGC अध्यक्ष
7 दिसंबर से खाली था UGC अध्यक्ष का पद
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "केंद्र सरकार ने एम जगदीश कुमार को पांच साल की अवधि के लिए या 65 वर्ष की आयु का होने तक UGC के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया है।"
प्रोफेसर डीपी सिंह के 65 वर्ष की आयु पूरी हो जाने पर UGC अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद 7 दिसंबर से यह पद खाली था। सिंह ने 2018 में UGC अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था।
कुलपति
2016 में JNU के कुलपति बने थे प्रोफेसर जगदीश
प्रोफेसर जगदीश को जनवरी, 2016 में JNU का कुलपति बनाया गया था। वह मूल रूप से तेलंगाना के नलगोंडा जिले के मामीडाला के रहने वाले हैं।
उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग क्षेत्र में काफी काम किया है। उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), मद्रास के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग से MS और PhD की डिग्री प्राप्त करने के बादIIT खड़गपुर में असिस्टेंट प्रोफेसर और IIT दिल्ली में एसोसिएट प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दीं हैं।
विवाद
प्रोफेसर जगदीश के कार्यकाल के दौरान विवादों से घिरा रहा JNU
प्रोफेसर जगदीश की नियुक्ति के ठीक एक हफ्ते बाद कुलपति के रूप में विवादों से उनका पहली बार तब सामना हुआ जब छात्रों ने संसद भवन पर हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ एक कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर हंगामा किया।
वहीं 2019 में दीक्षांत समारोह में भाग लेने आए तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल को छात्रों ने छह घंटे से अधिक समय तक निकलने नहीं दिया था।
उनके कार्यकाल के दौरान हिंसा भी हुई।
NEP
सभी विश्वविद्यालय में NEP लागू करने की होगी प्राथमिकता- UGC अध्यक्ष
UGC का अध्यक्ष बनने के बाद प्रोफेसर जगदीश ने दैनिक जागरण से कहा कि नई शिक्षा नीति (NEP) लागू करना उनकी प्राथमिकता होगी।
उन्होंने कहा, "सभी शैक्षणिक संस्थानों में इसे जल्द लागू कराया जाएगा। इसे लागू करने में आ रही अड़चनें दूर की जाएंगी। सभी विश्वविद्यालयों के कुलपति और छात्रों से सुझाव लेंगे।"
उन्होंने कहा, "NEP में भारतीय भाषाओं में पढ़ाई का प्रविधान है और यह हमारी जिम्मेदारी है कि छात्रों को उनकी भाषा में पढ़ाई की सुविधा मिले।"
NCERT निदेशक
कई किताबें प्रकाशित कर चुके हैं NCERT के नए निदेशक
सकलानी को NCERT का निदेशक नियुक्त किए जाने की जानकारी देते हुए शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, ''केंद्र सरकार ने दिनेश प्रसाद सकलानी को पांच साल के कार्यकाल या उनके 65 वर्ष के होने तक, इनमें से जो भी पहले हो, के लिए NCERT का निदेशक नियुक्त किया है।''
उन्होंने तीन पुस्तकें लिखी हैं, जिनमें से एक मध्य हिमालय क्षेत्र के प्राचीन समुदायों पर और एक 'ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य में रामायण परंपरा' शीर्षक के नाम से प्रकाशित हुई है।