UPSC और राज्य सिविल सेवा में सफलता के लिए तैयारी में रखें इन बातों का ध्यान
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) और विभिन्न राज्यों की तरफ से आयोजित सिविल सर्विसेज परीक्षाओं में हर साल लाखों उम्मीदवार शामिल होते हैं। इन परीक्षाओं में आवेदकों की अधिक संख्या के कारण प्रतिस्पर्धा काफी बढ़ जाती है। इस प्रतिस्पर्धा में सफल कैसे हों, यह चिंता सभी उम्मीदवारों के मन में होती है। अगर आप भी इन्हीं में से एक हैं तो हम आपको UPSC और राज्य सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी से जुड़ी कुछ खास टिप्स बताने जा रहे हैं।
परीक्षा की तैयारी के लिए खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से बनाएं मजबूत
UPSC की सिविल सर्विसेज परीक्षा पास करना वाकई में कठिन है। ऐसे में आपको इसकी तैयारी के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से मजबूत रहना होगा। आपको यह तय करना होगा कि अगर आप इस परीक्षा की तैयारी के लिए एक, दो या तीन साल निकालने के बाद भी सफल नहीं होते हैं तो आप भविष्य में क्या करेंगे। तैयारी के बीच में आपके सामने कई अवसर आएंगे जब आपका मनोबल टूट जाएगा, लेकिन आपको हिम्मत नहीं हारनी है।
अपनी पढ़ाई को कभी भी बोझ न बनाएं
लोगों में यह भ्रम है कि इस परीक्षा की तैयारी में 18-20 घंटे रोज पढ़ना जरूरी है, ऐसा बिल्कुल नहीं है। अपनी पढ़ाई को कभी भी बोझ न बनाएं, जब आपका मन करें तभी पढ़ाई करें। अपनी पढ़ाई के दौरान यह महसूस करें कि आप कितना ज्ञानवर्धन कर रहें हैं और किस क्षेत्र में अधिक ध्यान देने की जरूरत है। समय-समय पर रिवीजन करते रहें ताकि आप पुरानी पढ़ी चीजें न भूलें।
परीक्षा की बेहतर तैयारी के लिए टाइम टेबल है बेहद जरूरी
बता दें कि UPSC परीक्षा की तैयारी के लिए एक टाइम टेबल का होना बेहद जरूरी है। प्रतिदिन एक लक्ष्य तय करें कि आपको एक दिन में कितना और क्या-क्या पढ़ना है। इस दौरान यह भी ध्यान रखें कि आपने क्या-क्या पढ़ा और क्या-क्या याद है। पढ़ाई के दौरान यह सोच कर बिल्कुल न बैठे कि इतने घंटे पढ़ना है। इसके बजाय यह निर्धारित करें की कौन-सा टॉपिक पूरा करना है।
सिलेबस, परीक्षा पैटर्न को समझें
परीक्षा देने से पहले छात्र के लिए जरूरी है कि वह परीक्षा के पैटर्न और उसके सिलेबस के बारे में जानकारी प्राप्त कर लें। इसकी जानकारी आपको आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर मिल जाएगी। पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र डाउनलोड कर लें और इनसे यह समझने की कोशिश करें कि किस टॉपिक से करि प्रकार के प्रश्न आते हैं। इससे आपको यह समझने में आसानी होगी कि सिलेबस में किस भाग पर अधिक ध्यान देना है।
प्रतिदिन करें मॉक टेस्ट का भी अभ्यास
किसी भी परीक्षा की तैयारी तब तक अधूरी है जब तक आप उस परीक्षा के पुराने प्रश्न पत्रों को हल न कर लें। परीक्षा में किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाएंगे और आप किन-किन टॉपिक्स के प्रश्न नहीं हल कर पा रहे हैं, यह जानने के लिए आपका मॉक टेस्ट देना जरूरी है। इससे आपको अपनी कमजोरी पता चलने के साथ-साथ परीक्षा के दिन पेपर देने से पहले आत्मविश्वास बढ़ेगा।