CBSE 12th Board Exam: फिजियोलॉजी के लिए ऐसे करें तैयारी, इन महत्वपूर्ण टॉपिक्स को पढ़ें
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) 15 फरवरी, 2020 से बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन करने जा रहा है। अगर आप भी इस साल आयोजित होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होने वाले हैं तो आपको अपनी तैयारी पर अधिक ध्यान देना होगा। आर्ट्स के छात्रों के लिए फिजियोलॉजी एक स्कोरिंग विषय होता है और इसकी तैयारी के लिए आपको एक सही स्ट्रेटजी अपनानी होगी। आज इस लेख में हमने फिजियोलॉजी के कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक और तैयारी के लिए टिप्स बताईं हैं।
किस प्रकार के पूछे जाएंगे प्रश्न?
फिजियोलॉजी में 70 नंबर की थ्योरी परीक्षा और 30 नंबर की प्रैक्टिकल परीक्षा होगी। थ्योरी परीक्षा को पांच भागों में ए, बी, सी, डी और ई में बांटा गया है। भाग ए में एक-एक नंबर के वस्तुनिष्ठ प्रश्न, बी में दो-दो नंबर के शॉर्ट आंसर टाइप क्वेश्चन, सी में तीन-तीन नंबर के शॉर्ट आंसर टाइप क्वेश्चन I, डी में चार-चार नंबर के शॉर्ट आंसर टाइप क्वेश्चन II और ई में छह-छह नंबर के लॉंग आंसर टाइप क्वेश्चन होंगे।
इन महत्वपूर्ण टॉपिक पर दें अधिक ध्यान
वैसे तो छात्रों को किसी भी टॉपिक को नहीं छोड़ना चाहिए, लेकिन कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक्स पर अधिक ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कुछ महत्वपूर्ण टॉपिक्स में स्व और व्यक्तित्व, मनोवैज्ञानिक विकार, दृष्टिकोण और सामाजिक अनुभूति और चिकित्सीय दृष्टिकोण शामिल हैं।
NCERT और पाठ्यपुस्तक पर दें अधिक ध्यान
भाग ए में पूछे जाने वाले एक-एक नंबर के प्रश्नों के लिए छात्रों को अपनी पाठ्यपुस्तक के सभी अध्यायों को पढ़ना चाहिए। पाठ्यपुस्तक के सभी अध्यायों को पढ़ने के बाद आप एक-एक नंबर के ज्याद से ज्यादा प्रश्नों के उत्तर दे पाएंगे। वहीं छात्रों को NCERT किताबों पर अधिक ध्यान देना चाहिए। छात्रों को पहले NCERT किताबों में दिए गए फिजियोलॉजी के पूरे सिलेबस को अच्छे से पढ़ना चाहिए। उसके बाद वे एक-दो अच्छी रेफरेंस किताबों से पढ़ सकते हैं।
चित्र के लिए ऐसे करें तैयारी
छात्रों को रोजर्स मॉडल, तनाव के GAPS मॉडल और अब्राहम मैस्लो पिरामिड का अभ्यास करना चाहिए। यदि आप चित्र वाले उत्तर के साथ चित्र नहीं बनाते हैं, तो आपका आंसर पूरा सही होने के बाद भी आपको पूरे नंबर नहीं मिलेंगे।
पिछले साल के प्रश्न पत्र हल करें
किसी भी परीक्षा में अच्छा स्कोर करने के लिए तैयारी करना जितना जरुरी है, उतना जरुरी ही रिवीजन करना भी है। छात्रों को रोजाना रिवीजन करना चाहिए। इसके साथ ही उन्हें पिछले साल के प्रश्न पत्र और सैंपल पेपर आदि हल करने चाहिए। इससे उनका रिवीजन भी होगा और उन्हें परीक्षा पैटर्न आदि का भी पता चलेगा। वहीं वे परीक्षा के दौरान समय को कैसे मैनेज करना है, ये भी सीख पाएंगे।