NCERT को मिला डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा, केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने की घोषणा
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) को डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा मिल गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने आज (1 सितंबर) को NCERT के 63वें स्थापना दिवस पर अपने संबोधन के दौरान ये घोषणा की। स्कूली शिक्षा के लिए शीर्ष संगठन के रूप में NCERT कई वर्षों से काम कर रहा है। भारत के विभिन्न राज्यों में 10वीं-12वीं की पढ़ाई के लिए NCERT की किताबों का इस्तेमाल किया जाता है।
क्या होते हैं डीम्ड विश्वविद्यालय?
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अनुसार, उन संस्थानों को 'डी नेवो' श्रेणी के तहत डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा दिया जाता है जो अध्ययन के विशिष्ट क्षेत्रों में उच्च मानक पर काम कर रहे हैं। UGC की सलाह पर केंद्र सरकार संस्थानों को 'डीम्ड टू बी यूनिवर्सिटी' का दर्जा देती है। UGC एक्ट, 1956 की धारा 3 के तहत संस्थानों को यह दर्जा मिलता है। NCERT ने डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा प्राप्त करने के लिए UGC में आवेदन किया था।
डीम्ड विश्वविद्यालय बनने से क्या फायदा होगा?
डीम्ड विश्वविद्यालय का दर्जा मिलने के बाद अब NCERT स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट डिग्री प्रदान करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों की शुरुआत कर सकेगा। नए कोर्स संचालित करने के साथ ही NCERT के पास पाठ्यक्रम सरंचना, परीक्षा आयोजित करने और प्रबंधन के मामले में स्वायत्तता होगी। डीम्ड विश्वविद्यालय सीधे शिक्षा मंत्रालय और UGC की देखरेख में संचालित होते हैं। इसमें राज्य सरकार का सीधा दखल नहीं होता है। इसके चलते NCERT स्वतंत्र रूप से काम कर सकेगी।
भारत में हैं इतने प्रकार के शिक्षा संस्थान
भारत में केंद्रीय अधिनियम द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय हैं, जिन्हें केंद्र सरकार वित्तीय सहायता देती है। इन्हें केंद्रीय विश्वविद्यालय कहते हैं। प्रांतीय अधिनियम या राज्य अधिनियम द्वारा स्थापित विश्वविद्यालय राज्य विश्वविद्यालय कहलाते हैं। सोसाइटी पंजीकरण अधिनियम के तहत पंजीकृत संस्थाएं निजी विश्वविद्यालय हैं। इनके अलावा भारत में संसद अधिनियम द्वारा स्थापित और राष्ट्रीय महत्व के संस्थान के रूप में घोषित संस्थान भी हैं। इसमें भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) और राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (NIT) जैसे संस्थान शामिल हैं।
न्यूजबाइट्स प्लस
27 जुलाई, 1961 को भारत सरकार ने NCERT की स्थापना की थी। इस संस्थान ने 1 सितंबर, 1961 को औपचारिक तौर पर काम करना शुरू किया था। NCERT को 7 राष्ट्रीय शासकीय संस्थानों से मिलाकर बनाया गया था। इसका मुख्यालय दिल्ली में है। NCERT को समेकित शिक्षा का प्रारूप और पाठ्यक्रम तैयार करने के लिए स्थापित किया गया था। इसी आधार पर 1968 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने की घोषणा की गई थी।