
#NewsBytesExplainer: जेन स्ट्रीट क्या है, इसने शेयर बाजार में धोखाधड़ी से कैसे कमाए 36,500 करोड़ रुपये?
क्या है खबर?
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी जेन स्ट्रीट और उससे जुड़ी 3 कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। SEBI ने कंपनी को 4,844 करोड़ रुपये की अवैध कमाई वापस करने का भी आदेश दिया है। जेन स्ट्रीट पर शेयर बाजार में हाई फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग के माध्यम से बाजार को प्रभावित करने का आरोप है। SEBI को कंपनी के खिलाफ कई शिकायतें मिली थीं। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
कंपनी
क्या है जेन स्ट्रीट?
जेन स्ट्रीट अमेरिका की ट्रेडिंग फर्म है, जो उच्च तकनीक और गणितीय मॉडलों के जरिए शेयर बाजार में ट्रेडिंग करती है। हेज फंड के विपरीत जेन स्ट्रीट खुद की पूंजी का उपयोग करके व्यापार करती है। कंपनी में 2,600 से ज्यादा कर्मचारी है और ये अमेरिका, यूरोप और एशिया में काम करती है। भारत में ये JSI इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, JSI2 इन्वेस्टमेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, जेन स्ट्रीट सिंगापुर प्राइवेट लिमिटेड और जेन स्ट्रीट एशिया ट्रेडिंग के माध्यम से काम करती है।
आरोप
कंपनी पर क्या आरोप है?
SEBI का कहना है कि जेन स्ट्रीट ने बैंक निफ्टी और निफ्टी 50 जैसे इंडेक्स की कीमतों को प्रभावित किया। SEBI ने कहा कि इंडेक्स ऑप्शन की वीकली एक्सपायरी के दिन भारी मात्रा में खरीदी करके कीमतों को बढ़ाने या स्थिर करने की कोशिश की गई। कंपनी की इन हरकतों से इंडेक्स प्रभावित हुआ और कंपनी को ऑप्शंस मार्केट में भारी मुनाफा हुआ। कंपनी को जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच 36,671 करोड़ रुपये का लाभ हुआ।
तरीका
जेन स्ट्रीट ने कैसे दिया धोखाधड़ी को अंजाम?
SEBI ने बताया कि कंपनी 'इंट्रा-डे इंडेक्स मैनिपुलेशन' और 'एक्सटेंडेड मार्किंग द क्लोज' रणनीति के जरिए धोखाधड़ी को अंजाम देती थी। पहली रणनीति में कंपनी सुबह के समय बड़ी मात्रा में बैंक निफ्टी के फ्यूचर्स और कैश मार्केट में शेयर खरीदती थी। इससे इंडेक्स ऊपर चला जाता था। इसी दौरान ये पुट ऑप्शंस बेच देती थी। इसके बाद दोपहर में कंपनी उसी इंडेक्स के फ्यूचर्स को एक साथ बेचती थी, जिससे इंडेक्स गिर जाता। इससे ऑप्शंस में फायदा होता था।
रणनीति
'एक्सटेंडेड मार्किंग द क्लोज' रणनीति से कैसे की गई धोखाधड़ी?
इस रणनीति में कंपनी एक्सपायरी के दिन कारोबार के आखिरी घंटों में बड़ी मात्रा में खरीद-बिक्री करके इंडेक्स को प्रभावित करती थी। इंडेक्स की क्लोजिंग प्राइस को बढ़ाने या घटाने के लिए कंपनी आखिरी समय में बड़े ऑर्डर करती थी। इससे फायदे पर असर होता, क्योंकि इंडेक्स का सेटलमेंट क्लोजिंग लेवल से होता है। आखिरी मिनट की इस रणनीति से कंपनी को भारी फायदा होता। ये इतनी तेजी से किया जाता कि आम निवेशकों को भनक भी नहीं लगती थी।
रकम
कंपनी ने कितने का मुनाफा कमाया?
SEBI के मुताबिक, जनवरी 2023 से मार्च 2025 तक जेन स्ट्रीट ने कुल 44,358 करोड़ रुपये का मुनाफा ऑप्शंस ट्रेडिंग से कमाया। हालांकि, इस दौरान कंपनी को स्टॉक फ्यूचर्स में 7,208 करोड़, इंडेक्स फ्यूचर्स में 191 करोड़ और कैश मार्केट में 288 करोड़ रुपये का नुकसान भी हुआ। इस तरह कुल मिलाकर कंपनी ने 36,671 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है। इसमें से SEBI ने 4,843.57 करोड़ रुपये को 'अवैध कमाई' माना है।
खुलासा
कैसे हुआ धोखाधड़ी का खुलासा?
अप्रैल, 2024 में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में जेन स्ट्रीट को लेकर रिपोर्ट छपी थीं। इनका संज्ञान लेते हुए SEBI ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) को मामले की जांच करने को कहा। दिसंबर, 2024 में SEBI को विकली इंडेक्स ऑप्शंस के एक्सपायरी के दौरान असामान्य उतार-चढ़ाव देखने को मिले। इसकी जांच के लिए टीम बनाई गई, जिसने जेन स्ट्रीट को संदिग्ध पाया। इसी साल फरवरी में NSE ने जेन स्ट्रीट को चेतावनी पत्र भेजा, जिसे कंपनी ने नजरअंदाज कर दिया।