बजट 2022: वित्त मंत्री ने किया ई-पासपोर्ट का ऐलान, जानिये कैसे करेगा यह काम
डिजिटल इंडिया के तहत अब दस्तावेज भी डिजिटल होते जा रहे हैं, उसी क्रम में अब पासपोर्ट का डिजिटल वर्जन ई-पासपोर्ट हैं। मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में ई-पासपोर्ट को लेकर बड़ा ऐलान किया है, जिसके बाद लोगों को बड़ी सहूलियत मिलेगी। वित्त वर्ष 2022-23 में ई-पासपोर्ट जारी करने का विस्तार किया जाएगा आइए जानते हैं आखिरकार ई-पासपोर्ट क्या है और किस तरह काम करता है।
क्या है ई-पासपोर्ट?
ई-पासपोर्ट आपके रेगुलर पासपोर्ट का डिजिटल वर्जन होगा, जो आपकी जानकारियों की सुरक्षा को पुख्ता करेगा। ई-पासपोर्ट में एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगी होगी, जिसमें पासपोर्ट ग्राहक का नाम और जन्मतिथि समेत अन्य जानकारी होंगी। इस पासपोर्ट के जारी होने के बाद इमीग्रेशन काउंटर पर चेकिंग के लिए ज्यादा समय नहीं लगेगा, क्योंकि इस चिप को स्कैन करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। आपको बता दें कि यह एक नियमित पासपोर्ट की तुलना में अधिक सुरक्षित है।
ई-पासपोर्ट के फीचर
यह पासपोर्ट आगे और पीछे से कवर होगा। इस पासपोर्ट का परीक्षण अमेरिकी सरकार के मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में किया गया है। ई-पासपोर्ट की मदद से समय बचेगा, क्योंकि यह जानकारियों को पढ़ने में कुछ सेकेंड लगाएगा। ई-पासपोर्ट की चिप में 64 किलोबाइट्स मेमोरी स्पेस है, जो आसानी से सूचना प्रदान करेगी। इस चिप में 30 इंटरनेशनल विजिट का डाटा एंटर हो सकता है। इस चिप में दी गई जानकारियों के साथ छेड़छाड़ नहीं हो सकती है।
ई-पासपोर्ट की श्रेणी में अब भारत की भी गिनती
आपको बता दें कि ई-पासपोर्ट का इस्तेमाल अमेरिका, ब्रिटेन समेत लगभग 120 देशों में हो रहा है, लेकिन अब भारत भी इस श्रेणी में शामिल हो जाएगा। ई-पासपोर्ट सबसे पहले डिप्लोमेट्स और ऑफिसियल्स को मिलेंगे, इसके बाद ही आम लोगों को जारी किए जाएंगे। वित्त मंत्री के मुताबिक यह टेक्नोलॉजी देश में साल 2022-23 में जारी हो जाएगी, लेकिन चिप आधारित पासपोर्ट कब मिलेंगे ये जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
इस तरह तैयार किया जाएगा ई-पासपोर्ट
ई-पासपोर्ट में बेहतर पेपर की क्वालिटी और बेहतर प्रिंटिंग का इस्तेमाल किया जाएगा, जिसमें एंडवास्ड सिक्योरिटी फीचर होंगे। पासपोर्ट ग्राहक की व्यक्तिगत जानकारियां डिजिटली साइन होंगी और चिप में स्टोर होंगी। ई-पासपोर्ट के निर्माण में आवश्यक इलेट्रॉनिक कांटैक्टलेस इनलेज जुटाने के लिए इंडिया सिक्योरिटी प्रेस (ISP) को मंजूरी मिल चुकी है। आपको बता दें कि ई-पासपोर्ट का सॉफ्टवेयर कानपुर IIT, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) ने मिलकर तैयार किया है।