भारत ने कैसे हासिल किया 400 बिलियन डॉलर के निर्यात का लक्ष्य?
क्या है खबर?
भारत ने 2014 के बाद पहली बार सरकार के लक्ष्य को हासिल करते हुए 400 बिलियन डॉलर का सालाना निर्यात किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर बधाई देते हुए किसानों, बुनकरों, सूक्ष्म और लघु उद्योगों, निर्माताओं और निर्यातकों का धन्यवाद किया है।
मोदी ने कहा कि यह लक्ष्य तय समय से नौ दिन पहले हासिल हो गया है और इसका मतलब है कि भारत ने रोजाना एक बिलियन डॉलर का सामान विदेशों में भेजा है।
निर्यात के आंकड़े
हर कैटेगरी में निर्यात बढ़ा
आंकड़े दिखाते हैं कि 2019-20 के वित्तीय वर्ष की तुलना में इस साल (2021-22) के अप्रैल से फरवरी के बीच कुल निर्यात में 45.8 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।
2019-20 में जहां 256.5 बिलियन डॉलर का निर्यात हुआ था, वहीं इस साल फरवरी तक यह आंकड़ा 374 बिलियन डॉलर के पार पहुंच गया था।
खास बात यह भी रही कि फरवरी तक हर महीने हर कैटेगरी में निर्यात बढ़ता गया था।
निर्यात
वस्तुओं के महंगे दामों का मिला फायदा
वस्तुओं (कमॉडिटी) की ऊंची कीमतों ने इस लक्ष्य को हासिल करने में अहम भूमिका निभाई है। यह भी रोचक है कि वाणिज्य विभाग कुल निर्यात से वस्तुओं का हिस्सा लगातार कम करने का प्रयास कर रहा है।
वस्तुओं के वैश्विक कारोबार पर नजर रखने वाला ब्लूमबर्ग कमॉडिटी स्पॉट इंडेक्स पिछले एक साल में 45.6 प्रतिशत बढ़ा है। यह इसकी पिछले 11 सालों की सबसे बड़ी छलांग है। इसका फायदा भारत को भी मिला है।
जानकारी
प्रोसेस्ड पेट्रोलियम के निर्यात में बड़ा इजाफा
भारत के निर्यात में सबसे बड़ा हिस्सा (15 प्रतिशत) प्रोसेस्ड पेट्रोलियम का होता है। इस वित्तीय वर्ष के शुरुआती 10 महीनों में इसका निर्यात पिछले साल की तुलना में दोगुना बढ़कर 50.2 बिलियन डॉलर का हो गया है।
भारत का निर्यात
रत्नों और आभूषणों ने भी दिखाई अपनी चमक
प्रोसेस्ड पेट्रोलियम का बाद भारत रत्नों और आभूषण का सबसे ज्यादा निर्यात करता है। इस कैटेगरी के निर्यात में तेज उछाल देखने को मिला है और कुल निर्यात 32 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
वित्तीय वर्ष 2021 में भारत ने 17 बिलियन डॉलर के रत्नों का निर्यात किया था, जबकि इस वित्तीय वर्ष के शुरुआती 10 महीनों में यह आंकड़ा 20 बिलियन डॉलर से पार हो गया। इसी तरह आभूषणों का निर्यात लगभग 10 बिलियन डॉलर का रहा।
भारत का निर्यात
स्टील और प्लास्टिक आदि के निर्यात में हुई बढ़ोतरी
कोरोना वायरस महामारी के कारण बने हालातों में सुधार के चलते स्टील, रसायन और प्लास्टिक जैसी चीजों के दाम बढ़े हैं। इससे भी भारत के निर्यात को फायदा हुआ है।
इन चीजों की कीमतें बढ़ने का मतलब है कि भारत ने इनके निर्यात के बदले ज्यादा विदेशी मुद्रा कमाई है।
इस वित्तीय वर्ष अप्रैल से जनवरी के बीच भारत ने 18 बिलियन डॉलर के ऑर्गेनिक केमिकल और 3.7 बिलियन डॉलर का रबर विदेशों में बेचा है।
निर्यात के आंकड़े
कृषि उत्पादों के निर्यात में भी तेज बढ़ोतरी
मनीकंट्रोल के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष के पहले 10 महीनों में भारत के कृषि और इससे संबंधित निर्यात में 24 प्रतिशत की तेज वृद्धि हुई है। यूरोपीय संघ, अमेरिका और संयुक्त अरब अमीरात के बाजारों तक सीधी पहुंच ने इसमें अहम भूमिका निभाई है।
वाणिज्य मंत्रालय के अनुसार, अप्रैल-जनवरी 2021-22 के बीच भारत के कृषि उत्पादों का निर्यात बढ़कर 38.6 बिलियन डॉलर हो गया था। चावल, अनाज और चीनी आदि चीजों का निर्यात भी तेजी से बढ़ा है।