वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहुल गांधी पर साधा निशाना, बताया भारत का 'डूम्सडे मैन'
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को लोकसभा में बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी की ओर से गुरुवार को बजट भाषण के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगाए गए आरोपों को लेकर सीतारमण ने कहा कि राहुल लगातार फर्जी बयानबाजी कर रहे हैं और प्रधानमंत्री का अपमान करना उनकी फितरत बन गई है। उन्होंने कहा कि राहुल देश को तोड़ने वाली ताकतों के साथ खड़े होते हैं।
बजट भाषण के दौरान राहुल ने प्रधानमंत्री पर बोला था हमला
बता दें कि राहुल गांधी ने गुरुवार को बजट पर चर्चा के दौरान तीन नए कृषि कानूनों को लेकर केंद्र सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने आरोप लगाया था कि यह 'हम दो, हमारे दो' की सरकार है। इन तीनों कानूनों के कारण मंडिया खत्म हो जाएंगी और कृषि क्षेत्र कुछ बड़े उद्योगपतियों के नियंत्रण में चला जाएगा। इसी तरह इन कानूनों के कारण किसान उद्योगपितयों के खिलाफ कार्ट नहीं जा सकेंगे।
सीतारमण ने राहुल गांधी को बताया 'डूम्सडे मैन'
सीतारमण ने कहा कि राहुल गांधी ने बजट पर चर्चा के दौरान सरकार के खिलाफ फर्जी बयानबाजी तो कर दी, लेकिन वह सरकार का जवाब सुनने का धैर्य नहीं रख सके। उन्होंने कहा राहुल देश के प्रधानमंत्रियों को अपमान कर रहे हैं, चाहे वो पहले के प्रधानमंत्री हों या अब के। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा लाए गए अध्यादेश को ही फाड़कर फेंक दिया था। ऐसे में वह 'डूम्सडे मैन' (प्रलय की बात करने वाला व्यक्ति) बन गए हैं।
राहुल गांधी ने फाड़ा दोषी जनप्रतिनिधियों के बचाव के लिए लाया गया अध्यादेश
दरअसल, साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने दोषी जनप्रतिनिधियों को चुनाव लड़ने के खिलाफ फैसला दिया था। इसे निष्प्रभावी बनाने के लिए UPA सरकार अध्यादेश लाई थी। उसे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने यह कहते हुए फाड़कर फेंक दिया था कि "यह पूरी तरह बकवास है।" तत्कालीन योजना आयोग (अब नीति आयोग) के प्रमुख मोंटेक सिंह अलहूवालिया के मुताबिक इस घटना के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पद से इस्तीफा देना चाहते थे।
राहुल बताएं कि उन्होंने पलटी क्यों मारी?- सीतारमण
सीतारमण ने कहा वह इस बात से सहमत है कि बजट पर चर्चा के दौरान कृषि मुद्दे पर बात होती है, लेकिन जब राहुल गांधी बोलने खड़े हुए तो बजट पर बोलने भूमिका पर उन्होंने एक शब्द भी नहीं बोला। उन्होंने कहा कि उस समय उम्मीद थी कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बताएंगे कि कांग्रेस ने 2019 के घोषणापत्र में किए वादे से क्यों पलटी मारी? पहले तो कृषि सुधारों का समर्थन करते थे, लेकिन अब नहीं कर रहे हैं।
सीतारणम ने राहुल पर की सवालों की बौछार
वित्त मंत्री ने राहुल पर सवालों की बौछार करते हुए पूछा कि मध्य प्रदेश और राजस्थान में कांग्रेस कर्जमाफी का वादा करके क्यो मुकर गई, लेकिन राहुल गांधी ने कुछ नहीं कहा। पंजाब में पराली से होने किसानों को होने वाली समस्या पर भी राहुल गांधी ने कुछ नहीं कहा। उन्होंने कहा किसानों की बात करने वाली कांग्रेस ने कई राज्यों में किसानों को धोखा दिया है और अब वह मोदी सरकार के खिलाफ किसानों के हितैसी बन रहे हैं।
राहुल के 'हम दो हमारे दो' वाले बयान पर किया पलटवार
सीतारमण ने राहुल के 'हम दो हमारे दो' वाले बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा, "एक पार्टी की सरकार में 'दामाद' को कई राज्यों (राजस्थान, हरियाणा) में जमीनें मिली हैं। हकीकत में हम दो हमारे दो ये है।" उन्होंने आगे कहा, "हम दो लोग पार्टी की देखरेख कर रहे हैं। बाकी के दो लोग (बेटी और दामाद) दूसरी चीजों को देखेंगे, लेकिन हमारी पार्टी (भाजपा) ऐसा नहीं करती है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना इसका ट्रेलर है।"
सीतारमण ने बजट को बताया 'आत्मनिर्भर' बनाने की भूमिका वाला
सीतारमण ने केंद्रीय बजट को 'आत्मनिर्भर' बनाने की भूमिका रखने वाला बताते हुए कहा कि कोरोना महामारी भी सरकार को सुधार के कदम उठाने से डिगा नहीं सकी। सरकार का उद्देश्य भारत को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनाना है।