बेरोजगारी दर 6 प्रतिशत से घटकर 3.2 प्रतिशत हुई, निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में बताया
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में बताया कि देश की अर्थव्यवस्था में तमाम चुनौतियों के बावजूद भी अच्छी वृद्धि होगी। इस दौरान उन्होंने बेरोजगारी पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, "देश में बेरोजगारी दर में गिरावट आई है। 2017-18 में यह दर 6 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 3.2 प्रतिशत हो गई है।" केंद्रीय मंत्री ने इसे अर्थव्यवस्था के ठीक होने और विकास का संकेत बताया, क्योंकि विभिन्न क्षेत्रों में अधिक नौकरियां पैदा हो रही हैं।
अर्थव्यवस्था को लेकर क्या है वित्त मंत्री का आकलन?
वित्त मंत्री ने यह बातें लोकसभा में अनुदानों की अनुपूरक मांगों के पहले बैच पर बहस का जवाब देते हुए कही। उन्होंने कहा कि जुलाई से सितंबर तक का समय अर्थव्यवस्था के लिए चुनौतियों से भरा था, लेकिन यह मंदी एक "अस्थायी झटका" थी। उन्होंने कहा कि दूसरी तिमाही में भारत में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 5.4 प्रतिशत की दर उम्मीद से कम है, जो यह भारत के साथ दुनिया भर की अधिकांश अर्थव्यवस्थाओं के लिए चुनौतीपूर्ण तिमाही रही है।
जल्द पटरी पर आएगी अर्थव्यवस्था- सीतारमण
सीतारमण ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था रही है, जिसका श्रेय लोग और नेतृत्व करने वालों को जाता है। उन्होंने विश्वास जताया कि अर्थव्यवस्था जल्द ही वापस पटरी पर आ जाएगी, दूसरी तिमाही में GDP की गिरावट अस्थायी है, आने वाली तिमाहियों में अच्छी वृद्धि देखने को मिलेगी। उन्होंने विनिर्माण क्षेत्रों में मंदी की बात को खारिज किया और कहा कि इसमें कोई व्यापक गिरावट नहीं हुई है।
महंगाई पर क्या बोलीं केंद्रीय मंत्री?
केंद्रीय मंत्री ने मुद्रास्फीति को लेकर कहा कि पिछले सालों की तुलना में महंगाई दर अब नियंत्रण में है। उन्होंने कहा कि अप्रैल-अक्टूबर 2024-25 में खुदरा महंगाई दर 4.8 प्रतिशत रही थी, जो कोरोना महामारी के बाद से दर्ज किया गया सबसे निचला स्तर है। उन्होंने कहा कि तेल की बढ़ती कीमतें और आपूर्ति श्रृंखलाओं में समस्या आने के बावजूद भी पता चलता है कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद कीमतें नियंत्रण में है।
GDP को लगा था झटका
29 नवंबर को राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में आर्थिक विकास दर को भारी झटका लगा है और लगातार दूसरी तिमाही में देश की GDP दर 18 महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है। जुलाई-सितंबर तिमाही के लिए भारत की GDP वृद्धि दर 5.4 प्रतिशत तक गिरी है। पिछले साल इसी अवधि में यह 8.1 प्रतिशत पर थी। इससे पहले अप्रैल-जून तिमाही के लिए GDP विकास दर 6.7 प्रतिशत दर्ज हुई थी।