जुलाई-सितंबर तिमाही में 8.4 प्रतिशत रही भारत की विकास दर
क्या है खबर?
जुलाई-सितंबर में भारत के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में 8.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई। ये अप्रैल-जून तिमाही में दर्ज की गई 20.1 प्रतिशत की विकास दर से कम है, लेकिन फिर भी ये लगातार चौथी ऐसी तिमाही है जिसमें भारत की विकास दर सकारात्मक रही है।
पिछले साल से तुलना करें तो 2020 में जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.4 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी। कोरोना वायरस महामारी के कारण ये गिरावट आई थी।
आंकड़े
NSO ने जारी किए आंकड़े
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर की तिमाही में भारत की GDP लगभग 35.73 लाख करोड़ रुपये रही। 2020-21 की जुलाई-सितंबर तिमाही में ये आंकड़ा 32.97 लाख करोड़ रुपये था यानि इस साल इसमें 8.4 प्रतिशत वृद्धि हुई।
इससे पहले भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जुलाई-सितंबर में भारत की विकास दर 7.9 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था, यानि वास्तविक विकास दर उसके अनुमान से अधिक रही है।
डाटा
लगातार चौथी तिमाही में सकारात्मक रही विकास दर
ये लगातार चौथी ऐसी तिमाही है जब भारत की विकास दर सकारात्मक रही है। 2020-21 की तीसरी तिमाही में देश की विकास दर 0.5 प्रतिशत रही थी, वहीं चौथी तिमाही में ये 1.6 प्रतिशत रही। 2021-22 की पहली तिमाही में विकास दर 20.1 प्रतिशत रही।
गिरावट
पिछले साल 7.3 प्रतिशत सिकुड़ गई थी भारतीय अर्थव्यवस्था
बता दें कि पिछले साल कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण भारतीय अर्थव्यवस्था में कुल 7.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई थी।
2020 की पहली तिमाही में GDP में -23.9 प्रतिशत और दूसरी तिमाही में -7.5 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
इस समय भारत तकनीकी रूप से मंदी के दौर में पहुंच गया था। लगातार दो तिमाहियों में गिरावट रहने को तकनीकी तौर पर मंदी माना जाता है।
अब अर्थव्यवस्था का पहिया धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ने लगा है।
सकल घरेलू उत्पाद
क्या होती है GDP और इसकी विकास दर कैसे निकाली जाती है?
देश में एक निश्चित समय के अंदर किये गए उत्पादन के कुल मूल्य को GDP कहा जाता है। आसान भाषा में समझें तो सुई से लेकर हवाई जहाज तक, देश में बने सभी सामानों और सेवाओं के मूल्य को जोड़ दिया जाए तो GDP मिलेगी।
किसी तिमाही की विकास दर निकालने के लिए उस तिमाही में बनी सभी चीजों के मूल्य की पिछले साल की उसी तिमाही के साथ तुलना की जाती है।
अन्य आंकड़े
अक्टूबर में आठ मुख्य सेक्टर्स में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि
केंद्र सरकार ने जुलाई-सितंबर तिमाही के साथ-साथ अक्टूबर के कुछ आंकड़े भी जारी किए हैं। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर में आठ मुख्य इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।
सितंबर महीने में इनमें 4.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी, वहीं पिछले साल अक्टूबर में इनमें 0.5 प्रतिशत की गिरावट हुई थी।
आठ मुख्य सेक्टर्स में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल हैं।